PM मोदी की तारीफ करने वाले अवध ओझा क्यों नहीं गए BJP में? शिक्षा को लेकर दिल्ली चुनाव में क्या होगा असर

मशहूर शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा अब राजनीति में कदम रख चुके हैं. उनके प्रेरक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं, कोचिंग पढ़ाते हुए उनके कई वीडियो में देखा जा सकता है कि अवध ओझा अक्सर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते नजर आते हैं.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
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मशहूर शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा अब राजनीति में कदम रख चुके हैं. उनके प्रेरक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं, कोचिंग पढ़ाते हुए उनके कई वीडियो में देखा जा सकता है कि अवध ओझा अक्सर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते नजर आते हैं. राजनीति में आने के बाद, अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी (AAP) को चुना, जिससे कई लोग हैरान हुए. जब उनसे यह सवाल किया गया कि मोदी की प्रशंसा करने के बावजूद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जगह AAP का चयन क्यों किया, तो उन्होंने इस पर खुलकर अपनी राय रखी.

एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू के दौरान अवध ओझा ने आप के शिक्षा मॉडल की जमकर तारीफ की और राजनीति में आने के फैसले पर खुलकर बात की. उन्होंने आप में शामिल की वजहें बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें प्रभावित किया. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने दिल्ली को एक एजुकेशनल लैबोरिट्री बना दिया हो. जिसकी तारीफ विदेशों में हो रही हो और जिसमें मुझे इतना सम्मान और प्रेम के साथ शामिल होने का निमंत्रण दिया तो मेरा शामिल होना स्वाभाविक है.

आप में जाने पर अवध ओझा ने क्या दिया जवाब

मशहूर शिक्षाविद और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने राजनीति में प्रवेश के सवाल पर खुलकर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा, "डॉ. राम मनोहर लोहिया और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि देश के बेहतरीन दिमागों को या तो शिक्षक बनना चाहिए या राजनीति में आना चाहिए. डॉ. बी. आर. अंबेडकर इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने कई विकल्पों के बावजूद देश की सेवा के लिए राजनीति को चुना.'

शिक्षा को लेकर दिल्ली चुनाव में क्या होगा असर?

आम आदमी पार्टी (AAP) में अवध ओझा का शामिल होना पार्टी के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है. उनकी शिक्षाविद की छवि और सोशल मीडिया पर व्यापक लोकप्रियता पार्टी के लिए सकारात्मक माहौल बनाने में मददगार हो सकती है. अवध ओझा ने हमेशा शिक्षा और समाज के उत्थान को प्राथमिकता दी है. माना जा रहा है कि राजनीति में उनका फोकस शिक्षा सुधार पर होगा. अब सभी की नजर इस पर है कि वह आगामी चुनावों में अपनी इस सोच को किस तरह लागू करेंगे.

अवध ओझा का राजनीति में प्रवेश उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह का विषय बन गया है. उम्मीद की जा रही है कि वह दिल्ली चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे. उनके विजन का असर न केवल शिक्षा के मुद्दों पर, बल्कि व्यापक स्तर पर भी देखने को मिल सकता है. उनकी मोटिवेशनल स्पीच और शिक्षण के प्रति समर्पण ने उन्हें जनमानस में खास पहचान दिलाई है. ऐसे में उनका राजनीतिक सफर आम आदमी पार्टी के लिए नए अवसर और चुनौतियां लेकर आ सकता है.

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