दिल्ली सियासत में शूर्पणखा और रावण कौन? AAP पर BJP का तीखा वार, गजेंद्र यादव बोले- खत्म हुआ केजरीवाल का...
भाजपा विधायक गजेंद्र यादव ने दावा करते हुए कहा कि रामायण में रावण और कुंभकर्ण का अंत हुआ, लेकिन शूर्पणखा बच गई. उन्होंने इस संदर्भ को दिल्ली चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का राजनीतिक करियर खत्म हो गया, लेकिन आतिशी जीत गईं. उन्होंने आतिशी को "शूर्पणखा" बताया और कहा कि आप विधायक 'रुदाली' की तरह शोक मना रहे हैं.;
दिल्ली विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भाजपा विधायक गजेंद्र यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी की तुलना शूर्पणखा से कर दी, जबकि अरविंद केजरीवाल को रावण बताया. इस बयान के बाद दिल्ली की राजनीति गरमा गई है. एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए महरौली के सांसद ने दिल्ली के हालिया विधानसभा चुनावों और रामायण के पात्रों के बीच एक विवादास्पद समानता पेश की.
भाजपा विधायक गजेंद्र यादव ने दावा करते हुए कहा कि रामायण में रावण और कुंभकर्ण का अंत हुआ, लेकिन शूर्पणखा बच गई. उन्होंने इस संदर्भ को दिल्ली चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का राजनीतिक करियर खत्म हो गया, लेकिन आतिशी जीत गईं. उन्होंने आतिशी को "शूर्पणखा" बताया और कहा कि आप विधायक 'रुदाली' की तरह शोक मना रहे हैं.
दिल्ली विधानसभा में भाजपा विधायक गजेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों पर रोने और विरोध करने का आरोप लगाते हुए उन्हें 'रुदाली' कहा, उन्होंने कहा, आप विधायकों को केवल रोने और विरोध करने के लिए चुना गया है. जब भी हम सकारात्मक बदलाव लागू करने की कोशिश करते हैं, वे रोते हैं. वे रुदाली हैं.'
यह पहली बार नहीं है जब भाजपा नेताओं ने आतिशी को लेकर विवादित टिप्पणी की हो. फरवरी को दिल्ली चुनाव से पहले भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी ने आतिशी को 'जंगल में दौड़ने वाला हिरण कहा था एक चुनावी रैली में बिधूड़ी ने आरोप लगाया था कि आतिशी चार वर्षों तक लोगों से नहीं मिलीं, लेकिन अब चुनाव के समय 'हिरणी' की तरह घूम रही हैंदिल्ली की जनता नरक भोग रही है.गलियों की हालत देखिए, कभी आतिशी मिलने नहीं गई. लेकिन अब चुनाव के समय जैसे जंगल में हिरणी भागती है, वैसे आतिशी दिल्ली की सड़कों पर घूम रही हैं.'