10 मिनट की अफरातफरी और 18 लोगों की मौत, जिम्मेदार कौन? सुनें प्रशासन और चश्मदीदों की जुबानी | VIDEO

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुए भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस घटना को लेकर कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं. प्लेटफॉर्म पर मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि भगदड़ की शुरुआत रेलवे की एक एनाउंसमेंट के बाद हुई थी, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 16 Feb 2025 7:25 PM IST

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुए भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस घटना को लेकर कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं. प्लेटफॉर्म पर मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि भगदड़ की शुरुआत रेलवे की एक एनाउंसमेंट के बाद हुई थी, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई. हालांकि, उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु शेखर उपाध्याय ने इस बात से इनकार किया है. उनका कहना है कि ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई थी. 

हिमांशु शेखर के मुताबिक, भगदड़ की शुरुआत प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर एक शख्स के पैर फिसलने से हुई, जिसके बाद पीछे आ रहे कई लोग चपेट में आ गए. उन्होंने यह भी बताया कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और इसके लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई है, जिसमें रेलवे अफसर नरसिंह देव और पंकज गंगवार शामिल हैं. साथ ही, घटना से जुड़े सभी सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं.

दिल्ली पुलिस ने बताया कैसे मची स्टेशन पर भगदड़?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि आखिर भगदड़ कैसे मची? पुलिस का कहना है कि ये भगदड़ दो ट्रेनों के एक ही नाम के कारण हुई है. लोग अनाउंसमेंट के बाद कन्फ्यूज हो गए और भगदड़ मच गई. दिल्ली पुलिस ने कहा, 'रेनों की घोषणा को लेकर भ्रम की स्थिति की जांच दो ट्रेनों के नाम के एक ही होने के कारण हुई, जिनका नाम 'प्रयागराज' से शुरू होता है. रयागराज स्पेशल के प्लेटफॉर्म 16 पर आने की घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि प्रयागराज एक्सप्रेस पहले से ही प्लेटफॉर्म 14 पर थी.

पुलिस उपायुक्त (रेलवे) केपीएस मल्होत्रा ​​ने बताया, 'सप्ताहांत होने के कारण कई यात्री रात 9 से 10 बजे के बीच महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान दो ट्रेनें - स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी देरी से चल रही थीं, जिसके कारण प्लेटफॉर्म 12, 13 और 14 पर यात्रियों की संख्या बढ़ गई.'

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ को लेकर एलएनजेपी अस्पताल के शवगृह में लापता महिला की तलाश में पहुंचे उसके रिश्तेदार ने बताया, 'वह कल से लापता है. वह उस ट्रेन से महाकुंभ जा रही थी. वह बिना टिकट यात्रा कर रही थी.मैंने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. अस्पताल वाले कह रहे हैं कि अंदर कोई और शव नहीं है, सभी शव रिश्तेदारों को सौंप दिए गए हैं. उसके साथ 4-5 और लोग भी हैं, लेकिन मैं किसी से संपर्क नहीं कर पा रहा हूं.'

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ को लेकर उठे ये सवाल?

क्या वाकई सिर्फ एक व्यक्ति का पैर फिसलने से इतना बड़ा हादसा हो सकता है? अचानक से लोग इधर-उधर क्यों भागने लगे? क्या प्लेटफॉर्म पर मौजूद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं थे? सूत्रों के मुताबिक, यह घटना रात 9 बजे से 10 बजे के बीच प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर हुई, जहां दो ट्रेनों की देरी, विशेष ट्रेन की घोषणा और प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर आने वाली ट्रेन के प्लेटफॉर्म 16 पर आने की घोषणा के बाद मचा. भीड़ दोनों तरफ से पुल की ओर बढ़ी, जिससे अफरा-तफरी मच गई.

नई दिल्ली भगदड़ पर क्या बोले चश्मदीद?

हीरालाल महतो ने बताया कि पुल के ऊपर ही कई लोग घायल हो गए और प्रशासन एक घंटे बाद पहुंचा.

रवि ने कहा कि रात साढ़े नौ बजे भगदड़ मची, जब प्लेटफॉर्म 13 के लोग 14 और 15 पर खड़ी ट्रेनों को देखकर वहां की ओर भागे.

एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि भीड़ नियंत्रण से बाहर थी, हालांकि पुलिस कोशिश कर रही थी.

घटना का मुख्य कारण दोनों ओर गाड़ियों की उपस्थिति और पुल पर भीड़ का अत्यधिक जमा होना था.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर इतनी भीड़ पहले कभी नहीं देखी गई, यहां तक कि छठ पूजा के समय भी नहीं.

Full View

Similar News