प्रिंसिपल की अटेंशन के लिए टीचर ने फैलाई मौत की अफवाह, फिर बात नहीं बनी तो किया जादू-टोना, पुलिस ने किया मामला दर्ज
दिल्ली से एक मामला सामने आया है, जहां एक टीचर ने अपनी प्रिंसिपल का अटेंशन पाने के लिए पहले कैंसर का झूठा दावा किया. इसके बाद अपनी मौत की खबर फैलाई, जब बात इन दोनों चीजों से भी नहीं बनी, तो उसने जादू-टोने का सहारा लिया.;
दिल्ली के सदर बाजार इलाके से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां एक स्कूल की 22 साल की कॉन्ट्रैक्ट टीचर ने अपनी ही प्रिंसिपल को लेकर ऐसा जुनून पाल लिया कि हदें पार कर दीं. बताया जा रहा है कि पहले उसने झूठा कैंसर का किस्सा गढ़ा, फिर प्रिंसिपल की मौत की अफवाह फैलाई और जब उससे भी बात नहीं बनी तो जादू-टोने का सहारा ले लिया.
यह सनक स्कूल स्टाफ और बच्चों के बीच चर्चा का विषय बन गई. पूरा मामला तब गंभीर हो गया जब प्रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और अब आरोपी टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि यह महज अटेंशन पाने की कोशिश थी जो खतरनाक मोड़ ले गई.
जिस स्कूल में पढ़ी, उसी की बनी टीचर
दिल्ली के सदर बाजार इलाके के एक सरकारी स्कूल की यह कहानी किसी फिल्मी प्लॉट जैसी लगती है. इसी स्कूल में पढ़ चुकी 22 साल की एक लड़की आगे चलकर यहीं कॉन्ट्रैक्ट टीचर बन गई. जिस टीचर से उसने पढ़ाई की थी, वही अब स्कूल की प्रिंसिपल बन चुकी थीं और युवती उन्हें अपना मेंटॉर मानती थी. समय के साथ उसका लगाव इतना गहरा हो गया कि पूरी जिंदगी का सेंटर वही रिश्ता बन गया.
प्रिसिंपल को करती थी कॉल-मैसेज
जून 2025 में जब आरोपी महिला की टीचर को प्रिंसिपल बनाया गया, तो उसका लगाव और बढ़ गया. वह लगातार कॉल और मैसेज करने लगी. शुरुआत में प्रिंसिपल ने उसे नज़रअंदाज़ नहीं किया, लेकिन जब प्रिंसिपल के पति ने युवती को समझाया कि वह थोड़ा दूरी बनाए, तभी से रिश्ते में खटास आने लगी. यही दूरी बाद में इस पूरे विवाद की जड़ बन गई.
कैंसर का झूठा दावा
जब युवती को महसूस हुआ कि प्रिंसिपल अब उसकी ओर ध्यान नहीं दे रहीं, तो उसने ध्यान खींचने के लिए नया नाटक रचा. उसने खुद का एक वीडियो बनाया और उसमें झूठा दावा किया कि उसे कैंसर है. यह वीडियो उसने स्कूल के स्टाफ और छात्रों तक पहुंचा दिया. शायद उसे लगा था कि इस इमोशनल ड्रामे से प्रिंसिपल फिर से उसकी परवाह करने लगेंगी, लेकिन उसका यह दांव पूरी तरह नाकाम हो गया.
मौत की अफवाह और माला चढ़ी तस्वीर
जब कैंसर वाली झूठी कहानी बेअसर रही, तो युवती ने और हैरान करने वाला कदम उठाया. उसने अपनी ही तस्वीर पर माला चढ़ाई और यह अफवाह फैला दी कि उसकी मौत हो चुकी है. यह खबर भी स्कूल के टीचरों और बच्चों तक पहुंच गई. लेकिन प्रिंसिपल ने कोई रिएक्शन नहीं दिया, और उसकी यह कोशिश भी बेकार चली गई.
दूसरी टीचर की बदनामी की साजिश
नाटकबाजी से ध्यान न मिलने पर युवती ने एक और खतरनाक रास्ता चुना. उसने स्कूल की एक दूसरी टीचर को निशाना बनाया, जो प्रिंसिपल के करीब मानी जाती थीं. लड़की ने AI टूल्स का सहारा लेकर उस टीचर की फोटोशॉप्ड तस्वीरें तैयार कीं और उनके नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया. इन तस्वीरों और अकाउंट का इस्तेमाल कर उनकी बदनामी की कोशिश की गई. यही कदम पूरे मामले को पुलिस तक ले आया.
पुलिस ने किया मामला दर्ज
अगस्त के आखिर में 25 साल की टीचर ने पुलिस से शिकायत की कि उनके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक सामग्री फैलाई जा रही है. जांच में जब पुलिस ने आरोपी युवती से पूछताछ की, तो उसने शुरुआत में गुमराह करने की कोशिश की. लेकिन डिजिटल सबूतों ने उसकी सारी सच्चाई खोल दी. बुधवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. तलाशी के दौरान तीन रहस्यमयी पर्चियां भी मिलीं, जिन पर अजीब चिन्ह, नंबर और उसका व प्रिंसिपल का नाम लिखा था. पुलिस को शक है कि ये किसी तरह के जादू-टोने से जुड़े हो सकते हैं.
मानसिक स्थिति पर सवाल
अब पुलिस सिर्फ कानूनी कार्रवाई ही नहीं, बल्कि युवती की मानसिक स्थिति की भी जांच कर रही है. आखिर एक पढ़ी-लिखी युवती को ऐसी सनक ने क्यों घेर लिया? क्या यह महज जुनून था या इसके पीछे कोई और गहरी वजह? यह सवाल अभी खुला है. लेकिन इतना साफ है कि जुनून और आसक्ति की यह कहानी एक साधारण स्कूल से निकलकर थ्रिलर फिल्म जैसी बन गई है, जिसने न सिर्फ शिक्षकों बल्कि पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है.