पाकिस्तान से 12 साल पहले आई थी चांदनी, दिल्ली में अपनी पहली वोटिंग पर कहा - अब हम 'हिंदुस्तानी' हैं
Delhi Assembly Election 2025: पाकिस्तान में उत्पीड़न से बचकर 2013 से कई पाकिस्तानी हिंदू दिल्ली में बस गए हैं. उन्होंने मजनू का टीला, रोहिणी, आदर्श नगर और शाहबाद डेयरी सहित दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में शिविर स्थापित किए गए. उन्होंने नागरिकता मिलने के बाद पहली बार दिल्ली में वोट डाला.;
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग जारी है. इस बार के चुनाव में वो लोग भी वोट दे रहे हैं, जो किसी न किसी कारण से पाकिस्तान और अन्य देशों से भारत आए थे. चूंकि उन्हें अब तक वोटिंग पावर नहीं मिल पाया था, लेकिन इस साल उन्होंने ने भी वोटिंग की है, जिसका एक्सपीरिएंस उन्होंने शेयर किया है.
पाकिस्तानी शरणार्थी चांदनी भारत की नागरिकता मिलने के बाद पहली बार वोट डालने के बाद काफी खुश नजर आईं. उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत अच्छा लगा. हमें यहां आए 12 साल हो गए हैं, लेकिन आज हमने अपना वोट डाला है. यह एक अच्छा एहसास है. हम 'हिंदुस्तानी' हैं.'
पहली बार अपनी आवाज के लिए वोट
हाल ही में भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले पाकिस्तानी शरणार्थियों को उम्मीद है कि आगामी दिल्ली चुनाव में उनके वोट से उन्हें स्वच्छ पेयजल, शौचालय और पक्के मकान जैसी बुनियादी आवश्यकताएं मिलेंगी. पहली बार मतदाता आमतौर पर युवा और चहकते हुए होते हैं, लेकिन 5 फरवरी को एक अनूठा समूह मतदान केंद्रों पर कतार में दिखा, जो आखिरकार अपनी आवाज उठाने का मौका पाकर खुश नजर आया.
नागरिकता मिलने के बाद भी स्थिति चुनौतीपूर्ण
पाकिस्तानी शरणार्थी हैं, जिन्हें हाल ही में भारतीय नागरिकता मिली है और वे अपने नए देश में पहली बार वोट दिया. नागरिक के रूप में अपनी नई स्थिति के बावजूद दिल्ली के आदर्श नगर और मजनू का टीला के शिविरों में इन अप्रवासियों का जीवन चुनौतीपूर्ण है, जो बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष से भरा है. इन नए मतदाताओं में से कई दिहाड़ी मजदूर, रेहड़ी-पटरी वाले, मोबाइल फोन कवर बेचने वाले या रिक्शा चलाने का काम करते हैं.