दिल्ली के तैमूर नगर में गरजा बुलडोजर! 100 से ज्यादा घर जमींदोज, अब कौन से शहर डीडीए-एमसीडी के रडार पर?
दिल्ली के तैमूर नगर इलाके में बीते दो दिन से बड़ी स्तर पर तोड़फोड़ अभियान चलाया जा रहा है. डीडीए, एमसीडी और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार और मंगलवार को मिलकर नाले के किनारे बसे अवैध ढांचों पर बुलडोजर चला दिया. इस कार्रवाई में करीब 100 से ज्यादा मकान, झुग्गियां और अवैध डेयरियां ढहाई गई हैं.;
दिल्ली के तैमूर नगर इलाके में बीते दो दिन से बड़ी स्तर पर तोड़फोड़ अभियान चलाया जा रहा है. डीडीए, एमसीडी और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार और मंगलवार को मिलकर नाले के किनारे बसे अवैध ढांचों पर बुलडोजर चला दिया. इस कार्रवाई में करीब 100 से ज्यादा मकान, झुग्गियां और अवैध डेयरियां ढहाई गई हैं.
क्यों जरूरी थी ये कार्रवाई?
तैमूर नगर नाले की कुल लंबाई करीब 500 मीटर है, जो महारानी बाग से खिजराबाद मेन रोड तक जाता है. कभी 30 फुट चौड़ा यह नाला अब अतिक्रमण और कचरे के चलते महज 5 फुट का रह गया है. बरसात में नाले के जाम होने से इलाके में हर साल जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति बनती है, जिससे श्रीनिवासपुरी, कालिंदी, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, गढ़ी समेत आसपास के तीन लाख से ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं.
पिछले साल की बारिश बनी थी चेतावनी
2024 में जून की बारिश के दौरान तैमूर नगर नाला पूरी तरह जाम हो गया था. पानी निकलने का रास्ता न होने से सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया था. इसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नाले का दौरा कर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी. तभी से नाले की सफाई और अतिक्रमण हटाने का मुद्दा गरमाया हुआ था.
अब क्या बदलेगा?
अवैध कब्जों को हटाए जाने के बाद उम्मीद है कि नाले की सफाई आसान होगी और बरसात के दौरान जलजमाव से राहत मिलेगी. डीडीए और एमसीडी जल्द ही सफाई का रोडमैप बनाकर कूड़े और गाद निकालने की समयसीमा तय करेंगे. दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने सत्ता संभालने के साथ ही नालों की सफाई और जलजमाव मुक्त दिल्ली का वादा किया था। तैमूर नगर ऐक्शन इसी दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.