आज से आतिशी पारी, दिल्ली की तीसरी महिला और सबसे युवा मुख्यमंत्री बनीं
आम आदमी पार्टी की नेता और अरविंद केजरीवाल की करीबी आतिशी मार्लेना ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। सीएम की शपथ लेने वाली वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी को शपथ दिलाई है।;
आम आदमी पार्टी की नेता और अरविंद केजरीवाल की करीबी आतिशी मार्लेना ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। सीएम की शपथ लेने वाली वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी को शपथ दिलाई है।
साथ ही सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने मंत्री पद की शपथ ली है।
बता दें, दिल्ली की सीएम पद की शपथ लेने से पहले आतिशी आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचीं थी। इसके अलावा उनके साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले आप विधायक भी आप संयोजक से मिलने पहुंचे थे।
आतिशी 2020 में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से जीतकर आईं थीं। वह केजरीवाल मंत्रिमंडल की एकमात्र महिला मंत्री थी। उन्हें आप विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया था। अब वह सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद राज्य की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली शराब नीति मामले में SC से जमानत मिलने के बाद इस्तीफा दे दिया था और उन्होंने यह भी कहा था कि मनीष सिसोदिया भी सीएम पद नहीं संभालेंगे। इसीलिए सीएम का पद आतिशी को दिया गया है।
सीएम की शपथ लेने पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "मैं आतिशी को दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मैंने उन्हें दिल्ली से जुड़ी चिंताओं के बारे में लिखा है। हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे।"
सीएम आतिशी को लिखे लेटर में मनोज तिवारी ने लिखा, "दिल्ली के सांसद होने के नाते मेरी आपसे एक अपेक्षा है और आपसे यह भी अनुरोध है कि आप तुरंत इस मामले की जाँच के आदेश दें।"
- शराब नीति क्यों वापस ली गई और इसमें कितने राजस्व का नुकसान हुआ?
- स्कूल का अर्ध-स्थायी ढाँचा, लोहे की जालीदार छत वाले कमरे, जो 5 लाख रुपये में बनते हैं, 25 लाख रुपये में कैसे बन गए?
- तुरंत एमसीडी और पीडब्ल्यूडी की गलियों की मरम्मत करवाने के आदेश दें क्योंकि उनमें से ज़्यादातर टूटी हुई हैं।
दिल्ली की जनता की तरफ़ से हम आपसे अनुरोध करते हैं कि बढ़े हुए बिजली और पानी के बिलों को कम करें और लोगों की जेब से काटे गए पैसे भी वापस दिलाएँ। गरीब हो या मध्यम वर्ग या व्यापारी, सभी परेशान हैं। आखिर इतने ज्यादा बिजली के बिल कैसे आ रहे हैं?
दिल्ली को अपनी तीसरी महिला मुख्यमंत्री से बहुत उम्मीद है कि वह समस्याओं का तुरंत समाधान करेंगी और अगर पूर्व मुख्यमंत्री अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए आपको काम करने से रोकते हैं तो आप हम सांसदों को भी बताइए कि हम दिल्ली के विकास के लिए आपके साथ हैं।