'दलाल को टिकट दिया है', कोई सड़क पर लोटा तो किसी ने फाड़े कुर्ते; टिकट न मिलने पर RJD नेताओं ने मचाया बवाल- Video
बिहार की राजधानी पटना में आज एक बेहद नाटकीय और भावनात्मक नजारा देखने को मिला, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और मधुबन विधानसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार मदन शाह लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर फूट-फूटकर रो पड़े.;
बिहार की राजधानी पटना में आज एक बेहद नाटकीय और भावनात्मक नजारा देखने को मिला, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और मधुबन विधानसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार मदन शाह लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर फूट-फूटकर रो पड़े. दिपावली से पहले राजद में मचे टिकट बंटवारे के बवाल ने अब सड़कों पर खुलकर आग पकड़ ली है.
घटना ने पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी और कथित टिकट खरीद-फरोख्त के आरोपों को और हवा दे दी है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में मदन शाह को अपना कुर्ता फाड़ते, ज़मीन पर लेटकर रोते और लालू प्रसाद यादव की कार का पीछा करते हुए देखा जा सकता है. इतना ही नहीं वह आरोप भी लगा रहे हैं कि जिसका मैं हकदार था तो वह टिकट संजय यादव को बेचा गया है.
टिकट न मिलने पर किया भावनात्मक प्रदर्शन
मदन शाह ने आरोप लगाया कि मधुबन सीट से उनका टिकट सिर्फ इसलिए काटा गया क्योंकि उन्होंने 'पैसे देने से इनकार कर दिया.' शाह ने दावा किया कि उनकी जगह टिकट डॉ. संतोष कुशवाहा को दे दिया गया, जबकि वह वर्षों से पार्टी के लिए मेहनत कर रहे हैं. उनका कहना था कि 'पार्टी ने हम जैसे ईमानदार और मेहनती कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज़ कर दिया है. अब राजद में टिकट उन्हीं को मिलता है जिनकी जेबें भरी हैं.'
संजय यादव पर लगाया टिकट बेचने का आरोप
अपने बयान में मदन शाह ने सीधे राज्यसभा सांसद संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने टिकट 'कैश में ब्रोकर' कर दिया है. शाह ने कहा कि टिकट वितरण में 'ईमानदारी की जगह पैसों का खेल' चल रहा है और इसका नुकसान जमीनी कार्यकर्ताओं को हो रहा है.
लालू प्रसाद यादव की गाड़ी का पीछा करते दिखे शाह
वायरल वीडियो के दूसरे हिस्से में मदन शाह को लालू प्रसाद यादव की गाड़ी का पीछा करते हुए देखा जा सकता है. वे लगातार चिल्लाते रहे और पार्टी से न्याय की गुहार लगाते रहे. स्थिति बिगड़ने पर सुरक्षा कर्मियों ने हस्तक्षेप किया और शाह को हटाकर स्थिति को सामान्य किया गया.
टिकट बंटवारे पर बढ़ा विवाद
राजद में टिकट वितरण को लेकर यह पहली बार नहीं है जब विवाद सड़कों पर आ गया हो. लेकिन इस बार का प्रदर्शन इतना भावनात्मक और नाटकीय था कि इसने पूरे बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है. सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं. कुछ ने शाह के समर्थन में आवाज़ उठाई तो कुछ ने पार्टी नेतृत्व की नीतियों पर सवाल खड़े किए.