NDA के 'पांडवों' का चुनावी महाभारत में जलवा! अबकी बार 200 पार, महागठबंधन 35 पर ध्वस्त; देखें 243 सीटों पर किसका कहां दबदबा
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए 200 से ज्यादा सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन सिर्फ 35 पर सिमट गया. बीजेपी ने 89 और जेडीयू 85 सीटें हासिल कीं, VIP और जनसुराज पार्टी पूरी तरह फेल रही. RJD को केवल 25 सीटें मिलीं, कांग्रेस की हालत और खराब रही, केवल 6 सीटों पर जीत दर्ज की गई. पूरा चुनाव NDA के दबदबे में खत्म हुआ.;
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का नतीजा पूरी तरह से एकतरफ़ा रहा- राज्य की राजनीति में NDA ने ऐसी तरीके से ‘200 पार’ प्रदर्शन किया कि विपक्ष का पूरा ढांचा हिल गया. इस चुनाव में कई बड़े नेता, दिग्गज पार्टियां और पुराने समीकरण धराशायी हो गए. महागठबंधन, जो खुद को सत्ता का प्रमुख दावेदार मान रहा था, इस बार बुरी तरह बिखर गया. कांग्रेस मुश्किल से 6 सीटें बचा पाई, मुकेश सहनी की VIP का ‘सुपड़ा साफ’ हो गया और प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी तीन साल की मेहनत के बाद भी फ़्लॉप साबित हुई.
लालू परिवार के कई दांव भी फेल हो गए- तेजस्वी यादव अपनी सीट बचा पाए और किसी तरह लालू की ‘लाज बच गई’. वहीं NDA में बीजेपी और जेडीयू ने 101-101 उम्मीदवार उतारकर बराबरी का दावा किया था, लेकिन नतीजों ने साफ कर दिया कि अब बिहार में 'सबसे बड़ी पार्टी' सिर्फ बीजेपी है और फिर से बड़ा भाई- छोटा भाई का जलवा है! चुनाव आयोग के मुताबिक, NDA ने कुल 202 सीटों पर जीत हासिल की है. इस शानदार प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि बिहार की राजनीति में NDA का प्रभाव पहले से कई गुना बढ़ चुका है.
बीजेपी बनी सबसे बड़ी पार्टी- 89 सीटों पर जीत
भाजपा ने इस चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया. उतारे गए उम्मीदवार- 101- जीत- 89, हार- 12. सबसे ज़्यादा सीटें जीतकर बीजेपी इस बार बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. ये हैं भाजपा के 89 विधायकों कि लिस्ट...
- रामनगर – नंद किशोर राम
- नरकटियागंज – संजय कुमार पांडेय
- बगहा – राम सिंह
- लौरिया – विनय बिहारी
- नउतन – नारायण प्रसाद
- बेतिया – रेनू देवी
- रक्सौल – प्रमोद कुमार सिन्हा
- हरसिद्धि – कृष्णानंदन पासवान
- कल्याणपुर – सचिंद्र प्रसाद सिंह
- पिपरा – श्याम बाबू प्रसाद यादव
- मधुबन – राणा रणधीर
- मोतिहारी – प्रमोद कुमार
- चिरैया – लाल बाबू प्रसाद गुप्ता
- रीगा – बैद्यनाथ प्रसाद
- बथनाहा – अनिल कुमार
- परिहार – गायत्री देवी
- सीतामढ़ी – सुनील कुमार पिंटू
- बेनीपट्टी – विनोद नारायण झा
- खजौली – अरुण शंकर प्रसाद
- राजनगर – सुजीत कुमार
- झंझारपुर – नितीश मिश्रा
- छातापुर – नीरज कुमार सिंह
- नरपतगंज – देवांती यादव
- सिक्ती – विजय कुमार मंडल
- बनमनखी – कृष्ण कुमार ऋषि
- पूर्णिया – विजय कुमार खेमका
- कटिहार – तारकिशोर प्रसाद
- प्राणपुर – निशा सिंह
- कोरहा – कविता देवी
- गौरा बौराम – सुजीत कुमार
- अलीनगर – मैथिली ठाकुर
- दरभंगा – संजय सरावगी
- हायाघाट – राम चंद्र प्रसाद
- केवटी – मुरारी मोहन झा
- जाले – जीबीश कुमार
- औराई – रमा निषाद
- कुरहानी – केदार प्रसाद गुप्ता
- मुजफ्फरपुर – रंजन कुमार
- बरूराज – अरुण कुमार सिंह
- समस्तीपुर/साहेबगंज – राजू कुमार सिंह
- बैकुंठपुर – मिथिलेश तिवारी
- गोपालगंज – सुभाष सिंह
- सिवान – मंगल पांडेय
- दरौंदा – कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह
- गोरीकोठी – देवेश कांत सिंह
- बानियापुर – केदार नाथ सिंह
- तरैया – जनक सिंह
- छपरा – छोटी कुमारी
- अमनौर – कृष्ण कुमार मंटू
- सोनपुर – विनय कुमार सिंह
- हाजीपुर – अवधेश सिंह
- लालगंज – संजय कुमार सिंह
- पातेपुर – लखेंद्र कुमार रोशन
- मोहिउद्दीननगर – राजेश कुमार सिंह
- रोसड़ा – विरेंद्र कुमार
- बछवाड़ा – सुरेंद्र मेहता
- तेघड़ा – रजनीश कुमार
- बेगूसराय – कुंदन कुमार
- बिहपुर – कुमार शैलेंद्र
- पिरपैंती – मुरारी पसवान
- भागलपुर – रोहित पांडेय
- बांका – राम नारायण मंडल
- कटोरिया – पुरन लाल टुडू
- तारापुर – सम्राट चौधरी
- मुंगेर – कुमार प्रणय
- लखीसराय – विजय कुमार सिन्हा
- बिहारशरीफ – डॉ. सुनील कुमार
- बाढ़ – सियाराम सिंह
- दीघा – संजीव चौरसिया
- बांकीपुर – नितिन नवीन
- कुर्था/कुम्हरार – संजय कुमार
- पटना साहिब – रत्नेश कुमार
- दानापुर – रामकृपाल यादव
- बिक्रम – सिद्धार्थ सौरव
- बरहरा – राघवेंद्र प्रताप सिंह
- आरा – संजय सिंह (टाइगर)
- अगिऔन – महेश पासवान
- तरारी – विशाल प्रशांत
- शाहपुर – राकेश रंजन
- बक्सर – आनंद मिश्रा
- मोहनिया – संगीता कुमारी
- भभुआ – भरत बिंद
- अरवल – मनोज कुमार
- औरंगाबाद – त्रिविक्रम नारायण सिंह
- गुरुआ – उपेंद्र प्रसाद
- गया टाउन – प्रेम कुमार
- वजीरगंज – बिरेंद्र सिंह
- हिसुआ – अनिल सिंह
- जमुई – श्रेयसी सिंह
जेडीयू का प्रदर्शन- 85 सीटें, लेकिन बराबर की साझेदारी का असर
जेडीयू ने भी 101 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से जीत- 85. हार- 16. भाजपा-जेडीयू ने पहली बार बराबर उम्मीदवार उतारकर ‘बड़ा भाई–छोटा भाई’ का विवाद खत्म कर दिया था, लेकिन नतीजों ने बीजेपी को स्पष्ट बढ़त में ला दिया.
- सिकटा – सम्मृद्ध वर्मा
- नरकटिया – विशाल कुमार
- केसरिया – शालिनी मिश्रा
- शिवहर – श्वेता गुप्ता
- सूरसंड – प्रो. नागेंद्र राउत
- रून्नीसैदपुर – पंकज कुमार
- हरलाखी – सुधांशु शेखर
- बबुबरही – मीना कुमारी
- फुलपरास – शीला कुमारी
- लौकाहा – सतीश कुमार साह
- निर्मली – अनिरुद्ध प्रसाद यादव
- पिपरा – रामबिलास कमत
- सुपौल – बिजेंद्र प्रसाद यादव
- त्रिवेणीगंज – सोनम रानी
- ठाकुरगंज – गोपाल कुमार अग्रवाल
- रूपौली – कलाधर प्रसाद मंडल
- धमदाहा – लेशी सिंह
- कदवा – दुलाल चंद्र गोस्वामी
- बरारी – विजय सिंह
- आलमनगर – नरेंद्र नारायण यादव
- बिहारीगंज – निरंजन कुमार मेहता
- सिंघेश्वर – रमेश ऋषि
- सोनबरसा – रत्नेश सदा
- कुशेश्वरस्थान – अतिरेक कुमार
- बेनीपुर – बिनय कुमार चौधरी
- दरभंगा ग्रामीण – राजेश कुमार मंडल
- बहादुरपुर – मदन साहनी
- गैघाट – कोमल सिंह
- मीनापुर – अजय कुमार
- सकरा – आदित्य कुमार
- कांति – अजीत कुमार
- बरौली – मंजीत कुमार सिंह
- कुचायकोट – अमरेंद्र कुमार पांडेय
- भोरे – सुनील कुमार
- हथुआ – रामसेवक सिंह
- जीरादेई – भीष्म प्रताप सिंह
- बरहरिया – इंद्रदेव सिंह
- महाराजगंज – हेमनारायण साह
- एकमा – मनोरंजन सिंह
- मांझी – रंधीर कुमार सिंह
- वैशाली – सिद्धार्थ पटेल
- राजापाकर – महेंद्र राम
- महनार – उमेश सिंह कुशवाहा
- कल्याणपुर – महेश्वर हजारी
- वारिसनगर – मंजरिक मृणाल
- समस्तीपुर – अश्वमेध देवी
- सरायरंजन – विजय कुमार चौधरी
- हसनपुर – राज कुमार राय
- चेहरिया-बरियारपुर – अभिषेक आनंद
- अलौली – रामचंद्र सदा
- खगड़िया – बब्लू कुमार
- बेलदौर – पन्नालाल सिंह पटेल
- गोपालपुर – शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल
- कहलgaon (कहलगांव) – शुभानंद मुकेश
- सुल्तानगंज – ललित नारायण मंडल
- अमरपुर – जयन्त राज
- ढोरैया – मनीष कुमार
- बेलहर – मनोज यादव
- जमालपुर – नचिकेता
- सूर्यगढ़ा – रामानंद मंडल
- शेखपुरा – रंधीर कुमार सोनी
- बारबिघा – डॉ. कुमार पुष्पंजय
- अस्थावां – जितेंद्र कुमार
- राजगीर – कौशल किशोर
- इसlampur (इस्लामपुर) – रूहैल रंजन
- हिलसा – कृष्ण मुरारी शरण
- नालंदा – श्रवण कुमार
- हरनौत – हरिनारायण सिंह
- मोकामा – अनंत कुमार सिंह
- फुलवारी – श्याम रजक
- मसौढ़ी – अरुण मांझी
- संदेश – राधा चरण साह
- जगदीशपुर – श्रीभगवान सिंह कुशवाहा
- डुमरांव – राहुल कुमार सिंह
- राजपुर – संतोष कुमार निराला
- चैनपुर – मोहम्मद जामा खान
- करगहर – वशिष्ठ सिंह
- नौखा (नोक्हा) – नागेंद्र चंद्रवंशी
- कुर्था – पप्पू कुमार वर्मा
- घोसी – ऋतुराज कुमार
- नबीनगर – चेतन आनंद
- रफीगंज – प्रमोद कुमार सिंह
- बेलागंज – मनोरमा देवी
- नवादा – विभा देवी
- झाझा – दामोदर रावत
LJP (RV) का शानदार प्रदर्शन - 19 सीटों पर जीत
चिराग पासवान की पार्टी को NDA की ओर से 29 सीटें मिली थीं. जीत-19. हार-10. यह नतीजा चिराग पासवान के लिए बड़ी राजनीतिक उपलब्धि मानी जा रही है.
- सुगौली – राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता
- गोविंदगंज – राजू तिवारी
- बेलसंड – अमित कुमार
- कसबा – नितेश कुमार सिंह
- बलरामपुर – संगीता देवी
- सिमरी बख्तियारपुर – संजय कुमार सिंह
- बोचहां – बेबी कुमारी
- दरौली – विष्णु देव पासवान
- महुआ – संजय कुमार सिंह
- बखरी – संजय कुमार
- परबत्ता – बाबूलाल शौर्य
- नाथनगर – मिथुन कुमार
- बख्तियारपुर – अरुण कुमार (पुत्र: सतरुघ्न साव)
- चेनारी – मुरारी प्रसाद गौतम
- डेहरी – राजीव रंजन सिंह
- ओबरा – प्रकाश चंद्र
- शेरघाटी – उदय कुमार सिंह
- राजौली – विमल राजवंशी
- गोविंदपुर – बिनीता मेहता
HAM और RLMC का प्रदर्शन
जीतन राम मांझी की HAM को NDA की ओर से 6 उम्मीदवार को उतारने का मौका मिला था जिसमें पांच सीटों पर जीत हासिल की है एक सीट पर हार मिली है. बात करें उपेंद्र कुशवाहा की RLM. इन्होंने भी 6 सीटों पर मैदान अपने उम्मीदवार उतारे थे जिसमें 4 सीट पर जीत मिली है तो दो में हार- देखिए इस दोनों पार्टी के विधायकों की लिस्ट...
- कुटुंबा – लालन राम
- इमामगंज – दीपा कुमारी
- बराचट्टी – ज्योति देवी
- अत्री – रोहित कुमार
- सिकंदरा – प्रफुल्ल कुमार मांझी
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के भी ये हैं 4 विधायक
- बाजपट्टी – रामेश्वर कुमार महतो
- मधुबनी – मधव आनंद
- सासाराम – स्नेहलता
- दिनारा – आलोक कुमार सिंह
महागठबंधन की करारी शिकस्त- RJD को सिर्फ 25 सीटें
RJD, जो महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी थी, ने 173 उम्मीदवार उतारे थे. जिसमें से 25 सीटों पर जीत मिली है. यह RJD के लिए बड़ा सदमा है. तेजस्वी यादव ने राघोपुर से जीतकर पार्टी की प्रतिष्ठा को पूरी तरह ढहने से बचाया, लेकिन महागठबंधन का ढांचा टूट चुका है. ये हैं तेजस्वी से 25 विधायक...
- ढाका – फै़सल रहमान
- बिस्फी – आसिफ अहमद
- रानीगंज – अभिनव मंग्लम
- मधेपुरा – चंद्रशेखर
- महीषी – गौतम कृष्ण
- पारू – शंकर प्रसाद
- रघुनाथपुर – उसामा शाहब
- मरहौरा – जितेंद्र कुमार राय
- गढ़खा – सुरेंद्र राम
- पर्सा – करिश्मा
- राघोपुर – तेजस्वी प्रसाद यादव
- उजीयारपुर – आलोक कुमार मेहता
- मोरवा – रणविजय साहू
- मटिहानी – नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह
- साहेबपुर कमाल – सत्तानंद सम्मान उर्फ लालन जी
- फतुहा – डॉ. रमनंद यादव
- मनेर – भाई बिरेंद्र
- ब्रह्मपुर – शंभू नाथ यादव
- जहानाबाद – राहुल कुमार
- मखदूमपुर – सुबेेदार दास
- गोह – अमरेन्द्र कुमार
- बोधगया – कुमार सर्वजीत
- टिकारी – अजय कुमार
- वरसलीगंज – अनीता
- चकाई – सावित्री देवी
कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन- सिर्फ 6 सीटें
कांग्रेस ने बड़ी उम्मीद के साथ 61 उम्मीदवार को मैदान में उतारा था जिसमें केवल 6 सीटों पर बड़ी मुश्किल से जीत मिली है. इस परिणाम के बाद विपक्ष के नेता राहुल गांधी रिजल्ट को लेकर कहा कि यह चौंकाने वाला परिणाम है. बिहार चुनाव में कांग्रेस 6 विधायक ये हैं...
- वल्मीकि नगर – सुरेंद्र प्रसाद
- चंपटिया – अभिषेक रंजन
- फोर्ब्सगंज – मनोज बिश्वास
- अररिया – आबिदुर रहमान
- किशनगंज – मोहम्मद कामरुल होदा
- मनिहारी – मनोहर प्रसाद सिंह
AIMIM, लेफ्ट और अन्य पार्टियां का क्या हाल?
AIMIM ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है और फिर तेजस्वी पर जमकर तीखा वार किया है. CPI(ML)(L) जीत- 2 सीटें- CPI(M) जीत- 1 सीट. BSP जीत- 1 सीट Indian Inclusive Party ने एक सीट पर जीत हासिल की है.
- जोगीहाट – मोहम्मद मुर्शिद आलम
- बहादुरगंज – मोहम्मद तौसीफ आलम
- कोचाधामन – मोहम्मद सरवर आलम
- अमौर – अख्तरुल इमान
- बैसी – ग़ुलाम सरवर
CPI(ML)(L) को 2 सीटों पर जीत मिली है जिसमें पालीगंज से संदीप सौरव और करकट से अरुण सिंह (गांव–अजनप टोला) CPI(M) को एक सीट पर जीत मिली है जो बिभूतिपुर- अजय कुमार, बहुजन समाज पार्टी को 1 सीट पर जीत मिली है. रामगढ़ से सतीश कुमार सिंह यादव को जीत मिली है. Indian Inclusive Party - आखिरी पार्टी है तो एक सीट पर जीत मिली है जिनका नाम है सहरसा (75) – इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता.