सीएम नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने का दावा निकला फुस्स, JDU नेता ने बताई ये सच्चाई
Nitish Kumar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाए जाने की अटकलों पर अब जेडीयू का जवाब सामने आया है. क्या बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर होने जा रहा है या यह सिर्फ अफवाह है. इसको लेकर जेडीयू की ओर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया ह, लेकिनै. नीतीश के करीबी नेताओं की मानें तो इसमें कोई दम नहीं है.;
सीएम नीतीश कुमार को लेकर कल दिल्ली से लेकर पटना तक राजनीति गरम है. चर्चा यह है कि नीतीश कुमार को देश का उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है. अब इस बात को लेकर नीतीश कुमार एक बार फिर सुर्खियों में हैं. बिहार में इस खबर से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सवाल है कि क्या नीतीश दिल्ली की राह पर निकलेंगे? और क्या यह फैसला बीजेपी-जेडीयू समीकरण का नया अध्याय खोलेगा? फिलहाल, जेडीयू नेताओं की मानें तो यह कयासबाजी के अलावे कुछ नहीं है.
इस पर चर्चा बेमतलब - देवेश चंद्र ठाकुर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते सांसद देवेश च्रद्र ठाकुर ने कहा कि इस मसले पर कहा कि इन बातों में कोई दम नहीं है. मैं, इस पर कोई बात नहीं करना चाहता. सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर जारी चर्चा सिर्फ कयासबाजी भर है. चूंकि, सोशल मीडिया पर लोग इसको लेकर सर्च कर रहे हैं इसलिए यह ट्रेंड भी कर रहा है.
अफवाह में दम नहीं - कौशलेंद्र कुमार
जनता दल यूनाइटेड के नालंदा से कौशलेंद्र कुमार का कहना है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को उपराष्ट्रपति बनने को लेकर जारी अफवाहों में कोई दम नहीं है. न ही हमारी जानकारी में ऐसी कोई बात है. ये बातें अभी हवा हवाई है.
2030 तक बिहार के सीएम बने रहेंगे नीतीश कुमार - परिमल
बिहार जेडीयू के प्रवक्ता परिमल कुमार का कहना है कि नीतीश कुमार को लेकर मीडिया में चर्चा क्या है, इसेे छोड़िए, जेडीयू का स्टैंड यह है कि नीतीश कुमार 2025 से लेकर 2030 तक बिहार के सीएम बने रहेंगे. चुनाव के बाद नीतीश कुमार फिर से सीएम बनेंगे. मीडिया में जो चर्चा है, उस पर चर्चा कर आप भी आनंद उठाना चाहते तो उठा सकते हैं. आरजेडी और कांग्रेस जैसी पार्टियां चुनाव से जनता का ध्यान भटकाने के लिए नीतीश कुमार को दिल्ली भेजने को लेकर फर्जी बयानबाजी में जुटी है.
नीतीश को उपराष्ट्रपति बनाना गर्व की बात - हरिभूषण ठाकुर
विस्फी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि अगर नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाया जाता है तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है? यह बिहार के लिए गौरव की बात होगी. बीजेपी विधायक ने ये बात बिहार विधानसभा सत्र में शामिल होने से पहले मंगलवार को कही.
कहां से शुरू हुई नीतीश को उप राष्ट्रपति बनाने की चर्चा?
नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की चर्चा कोई नहीं बात नहीं है. अब जो चर्चा है उसे 21 जुलाई को वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद सुर्खियों में में हैं. इसे हवा देने का काम तेजस्वी यादव के पैरोडी अकाउंट और कुछ राजनीतिक जानकारों के शिगूफों से हुआ है. अहम सवाल है कि क्या नीतीश दिल्ली की राह पर निकलेंगे और क्या यह फैसला बीजेपी.जेडीयू समीकरण का नया अध्याय खोलेगा?
दरअसल, हाल ही में कुछ राजनीतिक विश्लेषकों और मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि केंद्र सरकार नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने पर विचार कर रही है. इसके पीछे तर्क ये दिया जा रहा था कि इससे बीजेपी को बिहार में फ्री हैंड मिल जाएगा और नीतीश को केंद्र में सम्मानजनक जगह. साथ ही नीतीश के बेटे निशांत की भी हमेशा के लिए राजनीति में एंट्री हो जाएगी.
बिहार में बदलेंगे सियासी समीकरण?
यदि नीतीश उपराष्ट्रपति बनते हैं तो बिहार की सत्ता खाली हो जाएगी? ऐसे में बीजेपी को बिहार को फुल कंट्रोल मिलने का रास्ता साफ हो सकता है. जेडीयू का नेतृत्व किसके हाथ में जाएगा, यह भी बड़ा सवाल है. उपेंद्र कुशवाहा पहले ही नीतीश के बाद की तैयारी की बात कर चुके हैं.