Bihar Chunav: लालू के लाल तेज प्रताप यादव बोले, अब होगी बगावत! बिहार में गूंजेगा 'गदर'
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले लालू के लाल तेज प्रताप यादव आज राष्ट्रीय जनता दल के खिलाफ बगावत का खुला एलान कर सकते हैं. दरअसल, वह शुक्रवार को 5 बजे नई पार्टी की घोषणा करने वाले हैं. बताया जा रहा है कि यह फैसला उन्होंने पार्टी और घर दोनों से निकाले जाने के बाद लिया है. तो क्या यह मान लें कि अब RJD में टूट तय है या ये सियासी दबाव की नई चाल है?;
बिहार की राजनीति में हर चुनाव से पहले कुछ ‘गदर’ जरूर होता है. कभी गठबंधन में तो कभी घर के भीतर, लेकिन इस बार मामला सीधे तेज प्रताप यादव से जुड़ा है. एक लड़की का मामला सामने आने के बाद लालू यादव द्वारा पार्टी और घर से निकाले जाने के बाद से तेज प्रताप यादव विद्रोह के मूड में हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि 18 जुलाई को नई पार्टी का एलान करूंगा. सवाल यह है कि तेज प्रताप यादव बगावत आरजेडी के खिलाफ करेंगे या फिर बिहार की राजनीति में नया धमाल मचाएंगे.
फिलहाल, इतना तय है कि तेज प्रताप यादव अगर नया दल या संगठन का ऐलान करते हैं तो बीजेपी-जेडीयू वाले उसे लालू परिवार और आरजेडी के खिलाफ हथियार बनाने का मौका नहीं गंवाएंगे. अगर वो नई राजनीतिक पार्टी बनाते हैं तो क्या किसी दल से गठबंधन करेंगे या अकेले मोर्चा संभालकर आरजेडी और लालू यादव के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे? इन सवालों को जवाब तेज प्रताप खुद 5 बजे बाद शुक्रवार को देंगे.
तेजस्वी की बढाएंगे मुश्किल!
दरअसल, तेज प्रताप लंबे समय से आरजेडी में खुद को हाशिए पर महसूस कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी की हर बड़ी रणनीति में तेजस्वी यादव की एकाधिकार है. तेज प्रताप पहले भी कई बार सार्वजनिक मंचों पर तेजस्वी की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं. हाल ही में तेज प्रताप ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के राजनीतिक टकराव का उदाहरण देते हुए कहा था कि बिहार में भी वैसी ही बगावत हो सकती है. तेज प्रताप समर्थकों ने बिहार का उद्धव तेज प्रताप और बिहार में गदर आने वाला है जैसे पोस्टर भी लगाए हैं.
यादव परिवार में खुल्लम खुल्ला प्रेसर पॉलिटिक्स
तेज प्रताप के इस ऐलान को लेकर आरजेडी नेतृत्व अभी तक चुप है. जानकार मानते हैं कि ये सिर्फ पॉलिटिकल प्रेशर बिल्ड करने का तरीका भी हो सकता है. ताकि टिकट बंटवारे या संगठन में हिस्सेदारी की शर्तें तेज प्रताप से तय कर सकें, लेकिन अगर ये वाकई बगावत है, तो इसका असर पूरे महागठबंधन पर पड़ेगा.