Bihar Chunav 2025: परिवारवाद विरोधियों की खुली पोल - NDA ने उतारे ऐसे 20 उम्मीदवार, मांझी के 6 में 5

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में परिवारवाद का मुद्दा फिर गरमा गया है. खास बात यह है कि एनडीए के विभिन्न दलों ने 22 ऐसे उम्मीदवार उतारे हैं जो किसी ने किसी सियासी परिवार से जुड़े हैं. वहीं जीतन राम मांझी के छह उम्मीदवारों में पांच सीधे परिवारवाद के आरोपों से घिरे हैं. यही वजह है कि विरोधियों और सामाजिक संगठनों ने बीजेपी, जेडीयू, हम, एजलेपीआर और आरएलएम निशाने पर आ गया है.;

( Image Source:  Facebook snehlata, chetan anand, jitender yadav, rakesh )
Curated By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 17 Oct 2025 6:59 PM IST

बिहार चुनाव में परिवारवाद का मुद्दा जोर पकड़ता जा रहा है. एनडीए की टिकट नीति ने इसे और उजागर कर दिया है, जहां 20 उम्मीदवार परिवार के राजनीतिक सफर से जुड़े हैं. मांझी के छह उम्मीदवारों में पांच परिवारवाद से सीधे जुड़े हुए हैं, जिससे विरोधियों और सामाजिक संगठनों की ओर से आलोचना तेज हो गई है.

NDA में शामिल सियासी दल भले ही परिवारवाद का विरोध करते आए हैं, लेकिन असल सच्चाई टिकट बंटवारे के बाद सामने आ गई है. बीजेपी, जेडीयू, एलजेपीआर, हम और आरएलएम के 20 प्रत्याशी ऐसे हैं जो सियासी परिवार से या तो सीधे तौर पर जुड़े हैं या फिर उनका कोई न कोई रिश्तेदारी का लिंक है. एनडीए में परिवारवाद का प्रभाव टिकट बंटवारे में खुलकर सामने आ गया है. आइए जानते हैं परिवारवादी प्रत्याशी कौन-कौन हैं?

बीजेपी भी पीछे नहीं

एनडीए ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इसमें कई प्रत्याशी राजनीतिक परिवारों से जुड़े हुए हैं. एनडीए के 243 प्रत्याशियों में से 20 प्रत्याशी ऐसे है, जो सियासी परिवार से संबद्ध हैं. इनमें भाजपा (BJP) के राकेश ओझा का नाम भी शामिल है. राकेश ओझा  शाहपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाए गए हैं. वे बिहार भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा के पुत्र हैं. सम्राट चौधरी भी सियासी परिवार से ही हैं, लेकिन उनके पिता शकुनी चौधरी कभी भाजपा के हिस्सा नहीं रहे.

सियासी परिवार से जुड़े सबसे ज्यादा प्रत्याशियों को लोज जनशक्ति पार्टी रामविलास ने टिकट दिया है. एलजेपीआर ने आठ ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं. इनमें अरुण कुमार  बख्तियारपुर, जितेंद्र यादव मनेर, बेबी कुमारी वोचहा, बाबू लाल शौर्य परवत्ता, विमल राजवंशी रजौली, मुरारी प्रसाद गौतम चेनारी, श्याम देव पासवान बोधगया और अमित कुमार बेलसंड से प्रत्याशी बनाए गए है.

जेडीयू ने तो बाहुबली के बेटे को दिया टिकट

जनता दल (यूनाइटेड) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने 101 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इसमें पांच ऐसे प्रत्याशी शामिल हैं जो राजनीतिक परिवारों से ताल्लुक रखते हैं. इनमें चेतन आनंद नबीनगर, रुहेल रंजन, इस्लामपुर, अभिषेक कुमार चेरिया बरियारपुर, कोमल सिंह गायघाट और अतिरेक कुमार कुशेश्वरस्थान का नाम शामिल है.

चेतन आनंद बाहुबली आनंद मोहन के बेटे हैं, को नबीनगर से टिकट दिया गया है. इसी तरह रुहेल रंजन दिवंगत विधायक राजीव रंजन के पुत्र हैं को इस्लामपुर से टिकट मिला है. अभिषेक कुमार जो पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के बेटे हैं को चेरिया बरियारपुर से टिकट दिया गया है. कोमल सिंह जो विधान पार्षद हैं दिनेश सिंह की पुत्री हैं, को गायघाट से टिकट मिला है. अतिरेक कुमार जो कुशेश्वरस्थान के पूर्व विधायक हैं, अमन हजारी के बेटे हैं, को कुशेश्वरस्थान से टिकट दिया गया है.

यानी जेडीयू ने भी अपने उम्मीदवारों में विरासत की राजनीति को बढ़ावा दिया है, जिससे पार्टी की रणनीति और चुनावी समीकरणों पर असर पड़ सकता है.

मांझी के 6 में 5 प्रत्याशी परिवारवादी

इमामगंज सीट से लड़ रही दीपा मांझी जीतन राम मांझी की बहू हैं. वहीं बाराचट्टी उम्मीदवार ज्योति देवी उनकी समधन हैं. इसके अलावा जमुई जिले के सिकंदरा से खड़े प्रत्याशी प्रफुल्ल कुमार मांझी, जीतन राम मांझी के दामाद हैं. रोमित कुमार आत्री विधानसभा क्षेत्र से HAM के उम्मीदवार हैं. वे वर्तमान विधायक अनिल कुमार के भतीजे हैं. अनिल कुमार – टिकरी विधानसभा क्षेत्र से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के उम्मीदवार हैं वे पूर्व सांसद अरुण कुमार के रिश्तेदार हैं.

कुशवाहा ने पत्नी स्नेहलता को बनाया प्रत्याशी

राष्ट्रीय लोक मंच के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने अपनी पत्नी स्नेहलता कुशवाहा को सासाराम से उम्मीदवार बनाया है. ताकि राजनीति में परिवार की साख आगे भी बनी रहे.

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