बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन ने जारी किया घोषणापत्र, जानें 'तेजस्वी प्रण' में नौकरी - दवाई समेत क्या-क्या वादे
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच महागठबंधन ने रविवार को पटना में अपना बहुप्रतीक्षित घोषणापत्र जारी कर दिया. इस घोषणापत्र का नाम रखा गया है ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’, जिसमें तेजस्वी यादव को केंद्र में रखकर भविष्य की रूपरेखा पेश की गई है. इस दस्तावेज़ के कवर पेज पर भी तेजस्वी यादव की बड़ी तस्वीर लगी है, जो इस बात का संकेत देती है कि महागठबंधन पूरी तरह उनके नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतर रहा है.
महागठबंधन की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, भाकपा-माले के दीपांकर भट्टाचार्य और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी मौजूद रहे. मंच से नेताओं ने एक सुर में कहा कि यह घोषणापत्र सिर्फ एक दस्तावेज़ नहीं बल्कि बिहार के विकास और बदलाव का ‘प्रण’ है.
‘बिहार का तेजस्वी प्रण’: विकास और भरोसे का वादा
घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “महागठबंधन पहला गठबंधन है जिसने न केवल अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की, बल्कि सबसे पहले घोषणापत्र भी जारी किया. इससे साफ पता चलता है कि बिहार के भविष्य को लेकर कौन गंभीर है.” उन्होंने आगे कहा, “हमने पहले दिन से तय कर लिया था कि बिहार के लिए क्या करना है. आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि बिहार इस ‘प्रण’ का लंबे समय से इंतजार कर रहा था. हमारा लक्ष्य है. बिहार को फिर से पटरी पर लाना.”
तेजस्वी यादव बने केंद्र बिंदु
महागठबंधन ने इस बार तेजस्वी यादव को पूरी तरह ‘फेस ऑफ द अलायंस’ के रूप में पेश किया है. घोषणापत्र का नाम ही ‘तेजस्वी प्रण’ रखना इस रणनीति का साफ संकेत देता है. कवर फोटो पर सिर्फ तेजस्वी की तस्वीर होना भी यह दर्शाता है कि महागठबंधन एकजुट होकर युवाओं के नेतृत्व में सत्ता में वापसी का सपना देख रहा है.
घोषणापत्र में क्या है खास?
भले ही घोषणापत्र की पूरी जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इसमें रोजगार, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है. महागठबंधन का दावा है कि यह घोषणापत्र सिर्फ वादों का पुलिंदा नहीं, बल्कि बिहार की नई दिशा तय करने वाला रोडमैप है.
महागठबंधन का आत्मविश्वास और NDA पर निशाना
पवन खेड़ा ने अपने संबोधन में अप्रत्यक्ष रूप से एनडीए पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, “कई दल केवल सत्ता के लिए गठबंधन करते हैं, लेकिन हमने बिहार के भविष्य के लिए साथ आने का फैसला लिया है.” वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के युवाओं और किसानों की उम्मीदें अब महागठबंधन से जुड़ी हैं.