पाक का मुंह धुआं- धुआं! स्टेट पर Trophy देने के लिए खड़े थे मोहसिन नकवी, लेकिन भारत ने ट्रॉफी लेने से किया इनकार- पढ़ें अवॉर्ड सेरेमनी का ड्रामा

एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बाद क्रिकेट इतिहास का एक बेहद अनोखा नज़ारा देखने को मिला. दुबई में विजयी भारतीय टीम ने जश्न मनाया, लेकिन ट्रॉफी हाथ में नहीं थी. टीम इंडिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख और एशियन क्रिकेट काउंसिल के प्रेसिडेंट मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया, जिससे अवॉर्ड सेरेमनी में हड़कंप मच गया.;

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By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 29 Sept 2025 2:32 AM IST

दुबई में हुए एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया, लेकिन क्रिकेट इतिहास का एक अनोखा नज़ारा भी देखने को मिला. विजयी भारतीय टीम ने अपने जश्न का आनंद लिया, लेकिन ट्रॉफी हाथ में नहीं थी. टीम इंडिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख और एशियन क्रिकेट काउंसिल के प्रेसिडेंट मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से साफ़ इनकार कर दिया.

इस कदम के पीछे दोनों देशों के बीच राजनीतिक और क्रिकेटिंग तनाव का बड़ा हाथ था. नकवी पाकिस्तान सरकार में गृहमंत्री भी हैं, और इसी वजह से भारतीय टीम ने उन्हें ट्रॉफी देने से इनकार कर दिया. इस फैसले ने दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में फैंस और मीडिया के बीच हड़कंप मचा दिया.

भारत ने क्यों किया ट्रॉफी लेने से इनकार?

भारत ने स्पष्ट किया कि वे मोहसिन नकवी से ट्रॉफी स्वीकार नहीं करेंगे. एशिया कप फाइनल के दिन अवॉर्ड सेरेमनी में देरी करीब एक घंटे से अधिक रही. कई फैंस अंतिम ओवर के बाद स्टेडियम छोड़ चुके थे. आठ वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें नकवी, बांग्लादेश क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष, एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष खालिद अल ज़रूनी और स्पॉन्सरों के प्रतिनिधि शामिल थे, भारतीय खिलाड़ियों का इंतजार करते रहे. जैसे ही यह साफ़ हुआ कि टीम ट्रॉफी नहीं लेगी, अधिकारी मंच से हट गए और घोषणा की कि भारत ने औपचारिक रूप से ट्रॉफी स्वीकार करने से इंकार कर दिया है.

अवॉर्ड सेरेमनी का ड्रामा

एक समय ऐसा भी आया जब भारतीय टीम ने चेतावनी दी कि अगर नकवी उन्हें ट्रॉफी देने पर जोर देंगे तो वे विरोध दर्ज कराएंगे. एशियन क्रिकेट काउंसिल का एक अधिकारी सेरेमनी शुरू होने से पहले ट्रॉफी को मैदान से हटा ले गया. इसके बाद ही भारतीय खिलाड़ी मंच पर लौटे. कंफेट्टी छोड़ा गया, विजेता गीत बजाए गए, खिलाड़ियों ने फैंस के साथ तस्वीरें खिंचवाई और जीत का जश्न मनाया. लेकिन ट्रॉफी conspicuously अनुपस्थित रही. भारत ने अपने तरीके से जीत का जश्न मनाया और स्टेडियम बिना सिल्वरवेयर के छोड़ दिया.

पाकिस्तान को मिले रनों और अवॉर्ड्स

इस दौरान पाकिस्तान के खिलाड़ियों को रनर-अप मेडल सौंपे गए. वहीं, अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा ने क्रमशः प्लेयर ऑफ़ द सीरीज और प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट के अवॉर्ड्स हासिल किए. भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने ट्रॉफी नहीं ली, लेकिन टीम ने फैंस के साथ जीत का जश्न मनाकर अपनी खुशी जाहिर की.

जानकारी के अनुसार, एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रेसिडेंट मोहसिन नकवी पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं. हैंडशेक विवाद के बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि भारतीय खिलाड़ी किसी पाकिस्तानी अधिकारी से ट्रॉफी नहीं लेंगे. 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच हुए पहले मैच में भी भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था, जिसके बाद इस पूरे आयोजन को लेकर मीडिया और फैंस में खूब ड्रामा देखने को मिला.

इस टूर्नामेंट की शुरुआत से ही मोहसिन नकवी का सार्वजनिक रुख भारत विरोधी रहा है. उन्होंने आईसीसी से भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को फाइनल मैच के लिए प्रतिबंधित करने की मांग की थी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उन पर ICC के लेवल 4 के तहत आरोप लगाए थे. यह विवाद तब शुरू हुआ जब सूर्यकुमार यादव ने 14 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया की जीत को भारत के सशस्त्र बलों को समर्पित किया और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों के साथ अपनी एकजुटता भी दिखाई.

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