घरेलू मैच खेलना जरूरी, विज्ञापन पर रोक...BCCI ने खिलाड़ियों के लिए जारी किए 10 कड़े नियम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने खिलाड़ियों के लिए 10 सख्त नियम जारी किए गए हैं. इन नियमों के मुताबिक, खिलाड़ियों को घरेलू मैच खेलना जरूरी है. वे अपने साथ निजी स्टाफ भी नहीं रख पाएंगे. इसके साथ ही, सीरीज या दौरे के दौरान विज्ञापन करने पर भी रोक लगा दी गई है. अगर कोई भी खिलाड़ी नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसे सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया जाएगा या उसकी सैलरी में कटौती की जाएगी.;
BCCI New Rules For Players: न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने खिलाड़ियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में बीसीसीआई ने गुरुवार को खिलाड़ियों के लिए सख्त नए मानदंड पेश किए, जिसका उद्देश्य अनुशासन, एकता और सकारात्मक टीम माहौल को बढ़ावा देना है. बीसीसीआई ऐसा माहौल तैयार करना चाहती है, जो खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सक्षम बनाए.
भारत को न्यूजीलैंड के हाथों घऱेलू टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया के हाथों 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवानी पड़ी. ऐसी में बीसीसीआई की मुंबई में विशेष आम बैठक हुई, जिससे हार की समीक्षा की गई. इसी बैठक के बाद बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के लिए 10 मानदंड तय किए हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं.
1- घरेलू मैच खेलना जरूरी
राष्ट्रीय टीम में चयन और केंद्रीय अनुबंध के लिए पात्र बने रहने के लिए खिलाड़ियों को घरेलू मैच खेलना जरूरी है. इसका मकसद यह है कि खिलाड़ियों की फिटनेस मेंटेन रहे. साथ ही, नेशनल टीम के खिलाड़ियों के साथ खेलने से घरेलू क्रिकेट खेल रहे खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ता है . हालांकि, असाधारण परिस्थितियों में खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट न खेलने पर चयन समिति के अध्यक्ष से औपचारिक अधिसूचना और अनुमोदन की जरूरत होगी.
2- पत्नी या परिवार के साथ सफर नहीं कर सकेंगे
सभी खिलाड़ियों को टीम के साथ यात्रा करने का निर्देश जारी किया गया है. वे अपने परिवार और पत्नी के साथ सफर नहीं कर पाएंगे. अगर किसी खिलाड़ी को परिवार या पत्नी के साथ अलग से यात्रा करनी है तो मुख्य कोच और सिलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी.
3- ज्यादा सामान नहीं ले जा सकेंगे
अब खिलाड़ी अपने साथ ज्यादा सामान नहीं ले जा सकें. अगर किसी खिलाड़ी के सामान का वजह ज्यादा है तो इसके लिए उसे खुद ही पैसे देने होंगे. यह नीति गैर जरूरी खर्चों से बचने के लिए बनाई गई है. लंबी अवधि यानी एक महीने से अधिक के दौरे के दौरान खिलाड़ी 5 पीस (3 सूटकेस + 2 किट बैग) या 150 किलोग्राम वजन तक ले जा सकते हैं. वहीं, सहायक कर्मचारी 2 पीस ( 2 बड़ा+1 छोटा सूटकेस) या 80 किलोग्राम वजन तक ले जा सकते हैं.
छोटी अवधि के दौरान यानी एक महीने से कम के दौरे पर खिलाड़ी 4 पीस (2 सूटकेस+ 2 किट बैग) या 120 किलोग्राम वजन तक ले जा सकते हैं. वहीं, सहायक कर्मचारी 2 पीस( 2 सूटकेस) या 60 किलोग्राम तक सामान ले जा सकते हैं. घरेलू सीरीज के लिए खिलाड़ी अपने साथ 4 पीस (2 सूटकेस + 2 किट बैग) या 120 किलोग्राम तक वजन अपने साथ ले जा सकते हैं.
4- निजी स्टाफ पर बैन
खिलाड़ी अपने साथ निजी स्टाफ अब नहीं रख पाएंगे. वे ऐसा तभी कर पाएंगे, जब बीसीसीआई इसकी अनुमति देगी.
5- सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को अलग से भेजना होगा बैग
खिलाड़ियों को सामान और व्यक्तिगत चीजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, बेंगलुरु भेजने के लिए टीम मैनेजमेंट से संपर्क करना होगा. अलग-अलग तरीके से सामान भेजने पर इस पर होने वाले खर्च को खिलाड़ी को ही भरना होगा.
6- प्रैक्टिस सेशन में मौजूद रहना जरूरी
अब खिलाड़ियों को प्रैक्टिस सेशन में मौजूद रहना जरूरी है. कोई भी प्रैक्टिस सेशन को जल्दी छोड़कर नहीं जाएगा. खिलाड़ियों को टीम बस के साथ ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना होगा.
7- विज्ञापन नहीं कर सकेंगे
अब कोई भी खिलाड़ी सीरीज या दौरे के दौरान निजी शूट या विज्ञापन करने पर रोक लगा दी गई है. इसका मकसद खिलाड़ियों का ध्यान भटकने से रोकना है, ताकि उनका फोकस क्रिकेट और टीम की ज़िम्मेदारियों पर बना रहे.
8- विदेशी दौरों पर ज्यादा दिन तक नहीं रख सकेंगे परिवार
अगर कोई खिलाड़ी 45 दिन से ज्यादा के विदेशी दौरे पर जाता है तो उनकी पत्नी और 18 साल से छोटी उम्र का बच्चा एक सीरीज में 2 हफ्ते के लिए उनके साथ रह सकते हैं. इस दौरान बीसीसीआई ही उनके रहने का खर्च उठाएगा. हालांकि, बाकी खर्चे खिलाड़ियों को ही उठाने होंगे. अगर कोई खिलाड़ी नियम तोड़ता है तो इसका जिम्मेदार कोच, कप्तान और जीएम ऑपरेशन को माना जाएगा.
9. बीसीसीआई की आधिकारिक शूटिंग और समारोहों में लेना होगा हिस्सा
खिलाड़ियों को बीसीसीआई की आधिकारिक शूटिंग, प्रचार गतिविधियों और समारोहों के लिए उपलब्ध होना आवश्यक है. ये जुड़ाव हितधारकों के प्रति बीसीसीआई की प्रतिबद्धताओं को बनाए रखने और खेल को प्रभावी ढंग से बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हैं.
10. सीरीज या दौरा खत्म होने पर खिलाड़ी जल्दी नहीं लौट सकेंगे घर
खिलाड़ियों को सीरीज या दौरे के अंत तक टीम के साथ बने रहा जरूरी है. भले ही सीरीज या दौरा निर्धारित समय से पहले खत्म हो. निर्धारित अंत तक टीम के साथ रहना आवश्यक है, भले ही मैच पहले से समाप्त हो जाएं. इससे एकता सुनिश्चित होती है, टीम के बीच बॉन्ड बढ़ता है और टीम की गतिशीलता में व्यवधान से बचा जाता है।
सभी खिलाड़ियों को बीसीसीआई के निर्देशों का पालन करना जरूरी है. अगर कोई भी खिलाड़ियों निर्देशों का उल्लंघन करता है उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. इसमें उन पर आईपीएल या बीसीसीआई द्वारा आयोजित सभी टूर्नामेंटों में भाग लेने पर बैन और मैच फीस में कटौती शामिल है. इसके साथ ही बीसीसीआई खिलाड़ियों का कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म कर सकता है.