Sitanshu Kotak कौन हैं, जिन्हें BCCI ने बनाया टीम इंडिया का नया बैटिंग कोच?
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हारने के बाद बीसीसीआई ने अब सीतांशु कोटक को बैटिंग कोच के रूप में नियुक्त किया है. मुंबई में कुछ दिन पहले हुई बीसीसीआई की आम बैठक में गंभीर ने बैटिंग कोच की मांग की थी. आइए, जानते हैं कि सीतांशु कोटक कौन हैं और उन्हें टीम इंडिया का बैटिंग कोच क्यों बनाया गया है...

Sitanshu Kotak: ऑस्ट्रेलिया के हाथों 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लिया है. उसने सीतांशु कोटक को बैटिंग कोच नियुक्त किया है. वे इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से टीम इंडिया के साथ जुड़ेंगे. भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच टी-20 और तीन वनडे मैच खेलने हैं. टी-20 सीरीज की शुरुआत 22 जनवरी से होगी.
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के हाथों पांच मैचों की सीरीज में 1-3 से मिली हार के बाद बीसीसीआई की मुंबई में समीक्षा बैठक हुई थी. इसमें मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बीसीसीआई से बैटिंग कोच की मांग की थी, जिसे अब बीसीसीआई ने मान लिया है.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोच गंभीर ने समीक्षा बैठक के दौरान बल्लेबाजी कोच की मांग की थी. तब से चर्चा चल रही थी. अब कोटक को सहयोगी स्टाफ में शामिल किया जाएगा. इस बैठक में कप्तान रोहित शर्मा भी शामिल थे.
पिछली दो टेस्ट सीरीज में बल्लेबाजों के संघर्ष को देखते हुए BCCI को भी पूर्णकालिक बल्लेबाजी कोच की जरूरत महसूस हुई. बीसीसीआई के एक विश्वसनीय सूत्र का कहना है कि हमारे अधिकांश बल्लेबाजों, जिनमें सीनियर भी शामिल हैं, ने पिछली दो सीरीज में बहुत खराब प्रदर्शन किया है. बल्लेबाजी के नजरिए से भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के सहयोगी स्टाफ को मजबूत करने की स्पष्ट रूप से जरूरत है.
कौन हैं सीतांशु कोटक?
सीतांशु कोटक लंबे समय से इंडिया ए टीम और नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) का हिस्सा हैं. वे पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान इंडिया ए के मुख्य कोच थे. इसके अलावा, अगस्त 2023 में आयरलैंड का दौरा करने वाली जसप्रीत बुमराह की कप्तानी वाली भारतीय टीम के वे मुख्य कोच थे.
130 प्रथम श्रेणी मैचों में बनाए 8061 रन
सौराष्ट्र की कप्तानी करने वाले 52 साल के सीतांशु बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे हैं. उन्होंने 1992-93 सीजन से लेकर 2013 तक घरेलू क्रिकेट खेला और 130 प्रथम श्रेणी मैचों में 41.76 की औसत से 15 शतक और 55 अर्द्धशतक के साथ 8061 रन बनाए. रिटायरमेंट के बाद, सीतांशु ने कोचिंग देना शुरू किया. सौराष्ट्र को कोचिंग देने के बाद वे बेंगलुरु में एनसीए में बल्लेबाजी कोच बन गए.
भारत ए के मुख्य कोच रहे हैं कौशिक
पिछले चार साल से उन्हें बीसीसीआई द्वारा नियमित रूप से भारत ए के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किया गया है. उन्हें बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई टीम का मुख्य कोच बनाया गया था. वे आईपीएल 2017 में गुजरात लायंस के सहायक कोच भी थे. हालांकि, यह टीम अब आईपीएल का हिस्सा नहीं है.
भारत के मौजूदा कोचिंग स्टाफ की बात करें तो गौतम गंभीर मुख्य कोच हैं. वहीं, मोर्ने मोर्कल (गेंदबाजी कोच), अभिषेक नायर (सहायक कोच), रेयान टेन डोएशेट (सहायक कोच) और टी दिलीप (फील्डिंग कोच) हैं. टीम के के पास बैटिंग कोच नहीं है. हालांकि नायर की भूमिका बल्लेबाजों के साथ काम करने पर केंद्रित है.