IND vs ENG: क्या इंग्लैंड की टीम लॉर्ड्स टेस्ट बचा सकेगी, क्या कहते हैं आंकड़े?

लॉर्ड्स टेस्ट 2025 के निर्णायक पांचवें दिन भारत को जीत के लिए 135 रन बनाने हैं, जबकि इंग्लैंड 192 रन पर सिमट चुकी है. टेस्ट क्रिकेट के 141 साल के लॉर्ड्स इतिहास में अब तक सिर्फ तीन बार ऐसा हुआ है, जब 200 से कम स्कोर को बचाकर कोई टीम जीत सकी है, जिससे इंग्लैंड की चुनौती बेहद मुश्किल दिख रही है. भारत ने इस मैदान पर अब तक तीन बार जीत दर्ज की है- 1986 में कपिल देव, 2014 में महेंद्र सिंह धोनी और 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में. यदि भारत सोमवार को जीत दर्ज करता है, तो शुभमन गिल लॉर्ड्स फतह करने वाले चौथे भारतीय कप्तान बन जाएंगे.;

( Image Source:  @bcci )
By :  अभिजीत श्रीवास्तव
Updated On : 14 July 2025 3:19 PM IST

भारत ने 1932 में अपने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत उसी लॉर्ड्स के मैदान से की थी, जिस पर इस समय इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफ़ी का तीसरा मुक़ाबला खेला जा रहा है. सोमवार (14 जुलाई 2025) को मैच का पांचवां और निर्णायक दिन है. पहली पारी में दोनों टीमों ने एक समान 387 रन बनाए. दोनों में से किसी भी टीम को बढ़त नहीं मिल सकी. वहीं इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 रनों पर सिमट गई और अब उसके सामने मैच बचाने की ऐसी चुनौती है जो 141 साल पुराने इस मैदान के इतिहास में केवल तीन बार संभव हो सका है.

जी हां, लॉर्ड्स के 141 सालों के इतिहास के दरम्यान केवल तीन ऐसे मौक़े आए, जब गेंदबाज़ी करने वाली टीम 200 रनों से कम के स्कोर को बचाने में कामयाब हुई है.

इंग्लैंड के लिए मुश्किल चुनौती

लॉर्ड्स पर यह 149वां टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस मैच में इंग्लैंड की टीम भारत को 193 रन तक पहुंचने से रोकने की कोशिश कर रही है. पर रिकॉर्ड बुक बताते हैं कि लॉर्ड्स पर केवल तीन बार ही ऐसा मौक़ा आया, जब 200 से कम स्कोर का लक्ष्य देने के बावजूद गेंदबाज़ी करने वाली टीम मैच जीत गई.

  •  1888 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 124 रनों का लक्ष्य रखा. इंग्लैंड की टीम 62 रनों पर ऑल आउट हो गई और ऑस्ट्रेलियाई टीम कम स्कोर के बावजूद लॉर्ड्स टेस्ट को 61 रनों से जीतने में कामयाब रही. यह आज भी लॉर्ड्स के मैदान पर सबसे कम स्कोर का लक्ष्य रखने के बावजूद जीतने का रिकॉर्ड है.
  • 1955 में जब दक्षिण अफ़्रीका के सामने जीत के लिए इंग्लैंड ने 183 रनों का लक्ष्य रखा, तो अफ़्रीकी टीम केवल 111 रन बनाकर आउट हो गई. इंग्लैंड की टीम वो मैच 71 रनों से जीत गई.
  • 2019 में आयरलैंड के ख़िलाफ़ इंग्लैंड ने 182 रनों का लक्ष्य रखा तो आयरिश टीम केवल 38 रन पर ऑल आउट हो गई. इंग्लैंड ने तब 143 रनों से जीत हासिल की थी.

ये आंकड़े जहां ये बता रहे हैं कि इंग्लैंड के लिए इस मुक़ाबले को जीतना आसान नहीं होगा वहीं टीम इंडिया के इस मैदान पर हाल में किए गए प्रदर्शन फिर उसकी जीत की ओर इशारा कर रहे हैं.

जब-जब लॉर्ड्स पर भिड़ीं भारत-इंग्लैंड की टीमें

भारत ने अपने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत ही इस मैदान से की थी. तब से इस मैदान पर भारत का यह 20वां मैच है. शुरुआती छह मैच लगातार हारने के बाद भारत को पहली बार इस मैदान पर मैच ड्रॉ करने के लिए 39 वर्षों का समय लगा. 1971 में अजित वाडेकर के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने यहां पहला ड्रॉ मैच खेला था.

 

लॉर्ड्स पर कपिल देव ने टेस्ट में दिलाई पहली जीत

लॉर्ड्स पर पहली जीत 1986 में कपिल देव के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने हासिल की थी. तब कपिल देव के नेतृत्व में ही टीम इंडिया ने तीन साल पहले वनडे का वर्ल्ड कप जीता था. 1986 के उस मैच में दिलीप वेंगसरकर ने शतक जमाया था तो चेतन शर्मा ने इंग्लैंड की पहली पारी में पांच विकेट लिए थे. वहीं कपिल देव ने कप्तानी पारी खेलते हुए दोनों पारियों को मिलाकर पांच खिलाड़ियों को आउट किया था और केवल 10 गेंदों पर 23 रन जमाते हुए भारत को जीत दिलाई थी. उस मैच में कपिल ही ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ भी चुने गए थे.

धोनी के नेतृत्व में मिली दूसरी जीत

पहली जीत के बाद भारत को एक बार फिर लॉर्ड्स पर जीतने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ा. इस इंतज़ार को ख़त्म किया साल 2014 में कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने, जब उसने इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था. ये वही मैच था जिसमें अजिंक्य रहाणे ने पहली पारी में शतक जमाया, भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड की पहली पारी में छह विकेट लिए तो दूसरी पारी में ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ ईशांत शर्मा ने सात विकेट चटकाए थे.

केएल राहुल ने दिलाई लॉर्ड्स में तीसरी जीत

लॉर्ड्स के मैदान पर भारत को तीसरी जीत अगस्त 2021 में मिली. तब विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया से इंग्लैंड ने पहली पारी में 27 रनों की लीड भी ले ली थी. इसके बावजूद विराट कोहली ने केवल 271 रनों की बढ़त लेते हुए अपनी दूसरी पारी घोषित कर दी और इंग्लैंड की टीम केवल 120 रनों पर ऑल आउट हो गई. उस मैच में टीम इंडिया ने चार तेज़ गेंदबाज़ों को आक्रमण पर लगाया था. मोहम्मद सिराज इंग्लैंड की दोनों पारियों में चार-चार विकेट लिए थे. ईशांत शर्मा ने कुल पांच विकेट, मोहम्मद शमी ने कुल तीन और बुमराह ने भी तीन विकेट लिए थे. वहीं तब केएल राहुल ने 129 रनों की पारी खेली थी और ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ बने थे. तब जो रूट इंग्लैंड के कप्तान थे और पहली पारी में उन्होंने 180 रनों की नाबाद पारी भी खेली थी. इसके बाद भी इंग्लैंड को हार का सामना करना पड़ा था.

 

क्या टीम इंडिया लॉर्ड्स पर चौथी बार जीतेगी?

लॉर्ड्स पर फिर भारत और इंग्लैंड आमने सामने हैं. जो रूट और केएल राहुल फिर से शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ भी है. तो क्या इतिहास ख़ुद को दोहराने के कगार पर है? अगर सोमवार को टीम इंडिया ने ल़ॉर्ड्स पर जीत हासिल की तो यह न केवल इस मैदान पर चौथी कामयाबी होगी बल्कि शुभमन गिल भी कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के साथ यहां फ़तह हासिल करने वाले चौथे कप्तान बन जाएंगे.

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