UAE में भारत की पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल्स की 'पनौती' - क्या एशिया कप 2025 में इतिहास बदलेगा?

भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी में UAE हमेशा पाकिस्तान का गढ़ साबित हुआ है. 1986 के जावेद मियांदाद के ऐतिहासिक छक्के से लेकर 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल तक, भारत को UAE और तटस्थ मैदानों पर बार-बार निराशा झेलनी पड़ी है. भारत ने अब तक पाकिस्तान के खिलाफ खेले 10 बड़े फाइनल्स में सिर्फ 3 बार जीत दर्ज की है. एशिया कप 2025 का फाइनल पहली बार UAE में इन दोनों टीमों को आमने-सामने ला रहा है. सवाल यही है - क्या भारत इस बार इतिहास बदल पाएगा?;

( Image Source:  Sora AI )
Edited By :  प्रवीण सिंह
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क्रिकेट के मैदान में भारत-पाकिस्तान की राइवलरी हमेशा से ही रोमांच और तनाव का प्रतीक रही है. खासकर जब फाइनल की बात हो और मैच UAE जैसे तटस्थ लेकिन पाकिस्तान के लिए फॉर्ट्रेस साबित हो चुके मैदान पर खेला जाए. क्रिकेट के मैदान में भारत-पाकिस्तान की राइवलरी हमेशा से ही रोमांच और तनाव का प्रतीक रही है. अब तक UAE में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए 4 बेहद दबाव वाले फाइनल में हर बार भारत को हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि जब भी टी-20 वर्ल्‍ड कप के मुकाबलों में दोनों टीमों का सामना हुआ है तो भारत को एक बार छोड़कर हर बार जीत ही मिली है.

UAE के स्टेडियम, विशेषकर शारजाह, पाकिस्तानी टीम के लिए सौभाग्यशाली साबित हुए हैं. 1986, 1991, 1994 और 1999 में खेले गए मुकाबलों में पाकिस्तान ने शानदार जीत हासिल की और भारत को निराश किया. जावेद मियांदाद का ऐतिहासिक छक्का, फखर जमान की शानदार शतकीय पारी और वसीम अकम की धाकड़ गेंदबाज़ी - इन सभी घटनाओं ने भारत के फाइनल्स में लगातार हार का सिलसिला बनाया.

अब एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान का फाइनल होने जा रहा है. क्या यह वह मौका होगा जब भारत अपनी UAE जिंक तोड़ेगा और पाकिस्तान के खिलाफ लंबे समय से चली आ रही हार की श्रृंखला को तोड़ पाएगा? इतिहास, आंकड़े और पुरानी यादें सब एक रोमांचक कहानी गढ़ते हैं, लेकिन इस बार परिस्थितियां और टीम इंडिया की तैयारी कुछ अलग ही संदेश दे रही हैं.

क्‍या रहा था पुराने UAE फाइनल्स का नतीजा

शारजाह में खेला गया 1986 का ऑस्‍ट्रल-एशिया कप फाइनल

1986 के शारजाह फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच क्लासिक मुकाबला हुआ. पाकिस्तान को जीत के लिए अंतिम गेंद पर 4 रन चाहिए थे. भारत के गेंदबाज़ चेतन शर्मा ने यॉर्कर फेंकने की कोशिश की, लेकिन गेंद फुल टॉस बन गई. जावेद मियांदाद ने इसका फायदा उठाया और आखिरी गेंद पर छक्का मारकर पाकिस्तान को एक विकेट से जीत दिलाई. यह क्रिकेट़ इतिहास के सबसे यादगार फिनिश में से एक माना जाता है.

1991 की विल्‍स ट्रॉफी का फाइनल

भारत ने पहले गेंदबाज़ी करते हुए पाकिस्तान को 23/2 पर फंसा दिया. मनोज प्रभाकर और कपिल देव ने शुरुआती विकेट लिए. लेकिन जाहिद फजल और सलीम मलिक ने 171 रन की तीसरे विकेट की साझेदारी कर मैच पलट दिया. भारत की बल्लेबाज़ी संघर्ष करती रही और 50 ओवरों में सिर्फ 190 रन बना पाई, जिससे पाकिस्तान को 72 रन की शानदार जीत मिली.

1994 का ऑस्‍ट्रल एशिया कप

पाकिस्तान ने 50 ओवरों में 250/6 का स्कोर बनाया. भारत की शुरुआत अजय जडेजा के शून्य पर आउट होने से खराब हुई. विनोद कांबली ने 56 रन बनाए, लेकिन भारत 211 रन पर ऑल आउट हो गया और पाकिस्तान ने 39 रन से जीत हासिल की.

1999 का कोका कोला कप

शारजाह में भारत पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सिर्फ 125 रन बना सका. पाकिस्तान ने आसानी से लक्ष्य हासिल कर जीत दर्ज की. इस हार ने भारत के UAE में पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष को और बढ़ा दिया.

भारत और पाकिस्‍तान के बीच कुछ अन्‍य फाइनल मुकाबलों पर भी नजर डाल लेते हैं.

1999 में बेंगलुरु में खेला गया पेप्‍सी कप का फाइनल

पाकिस्तान ने 291/8 का विशाल स्कोर बनाया. भारत की टीम केवल 168 रन ही बना पाई और 123 रन से हार गई. यह हार वसीम अकरम की कप्तानी में पाकिस्तानी टीम की ताकत को दिखाती है.

1985 - मेलबर्न में वर्ल्‍ड चैंपियनिशप का फाइनल

भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट से हराया. कपिल देव और लक्ष्‍मण शिवरामकृष्‍णन ने पाकिस्तान को 176 रन पर रोक दिया. क्रिस श्रीकांत और अन्य बल्लेबाज़ों की शानदार पारियों ने भारत को यादगार जीत दिलाई.

ढाका में खेला गया 1998 का इंडिपेंडेंस डे फाइनल

तीसरे फाइनल में पाकिस्तान ने 314/5 बनाए. सौरभ गांगुली की 124 रन की पारी ने भारत को 3 विकेट से जीत दिलाई और भारत की UAE में पाकिस्तान के खिलाफ जीत की सीमित लेकिन महत्वपूर्ण श्रृंखला में शामिल हुई.

2007 का ICC T20 वर्ल्‍ड कप, जोहान्सबर्ग

भारत ने 157/5 का लक्ष्य रखा. मिसबाह उल हक की मेहनत काम नहीं आई, और जोगिंदर शर्मा ने आखिरी ओवर में निर्णायक गेंदबाज़ी की. भारत ने 5 रन से जीत दर्ज की.

2008 - Kitply Cup

ढाका में खेले गए इस मैच में पाकिस्तान ने 315/3 बनाए. भारत 25 रन से हार गया.

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी-2017

इंग्‍लैंड के ओवल में खेले गए इस मुकाबले में फखर जमान ने शानदार 114 रन बनाए. भारत की टीम 338 रन का पीछा करने में असफल रही और केवल 158 रन पर ऑल आउट हुई. पाकिस्तान ने 180 रन की धमाकेदार जीत दर्ज की.

एशिया कप 2025 का महत्व

इस पृष्ठभूमि में एशिया कप 2025 का भारत-पाकिस्तान फाइनल एक ऐतिहासिक मैच साबित होगा. भारत की टीम युवा खिलाड़ियों, अनुभवी कप्तानी और रणनीतिक बदलाव के साथ मैदान में उतरेगी. UAE में मिली पिछली हारों से सीखे गए सबक और नई तैयारियों के आधार पर भारत इस बार पाकिस्तान के खिलाफ विजयी बनने का पूरा प्रयास करेगा.

क्या बदल सकता है?

  • टॉप ऑर्डर की मजबूती: भारत को सलामी बल्लेबाज़ों से तेज शुरुआत चाहिए
  • मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी: बीच के बल्लेबाज़ों को साझेदारी निभानी होगी
  • बॉलिंग स्ट्रेटेजी: UAE की पिच और पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों के लिए सटीक यॉर्कर और स्लो बॉल्स महत्वपूर्ण होंगे
  • फिटनेस और मानसिक मजबूती: लंबे समय से चली आ रही हार को तोड़ने के लिए मानसिक ताकत और टीम की फिटनेस अहम है

भारत की UAE में पाकिस्तान के खिलाफ हार की लंबी दास्तान, Iconic Miandad Six से लेकर Champions Trophy की करारी हार तक, हर मैच ने भारतीय क्रिकेट़ प्रेमियों के दिलों को झकझोर दिया. एशिया कप 2025 फाइनल सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि भारत के लिए पुराने डर और निराशाओं को चुनौती देने का अवसर है. क्या टीम इंडिया इतिहास बदल पाएगी और UAE के किले को तोड़ पाएगी, यह अब देखने की बात है.

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