चयन की परीक्षा में पास हुए Ajit Agarkar? 2 ICC ट्रॉफी और अब Asia Cup 2025 का मिशन! Critics को मिला करारा जवाब

भारत के चीफ़ सेलेक्टर अजित अगरकर लगातार दबाव और आलोचनाओं के बीच भी शांत दिमाग से फैसले ले रहे हैं. उनके कार्यकाल में भारत ने 2023 ODI वर्ल्ड कप फाइनल तक का सफर तय किया, 2024 T20 वर्ल्ड कप और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी जीती. आगरकर ने न सिर्फ़ बड़े टूर्नामेंट्स में टीम को सफलता दिलाई बल्कि भविष्य की सोच रखते हुए कई युवा खिलाड़ियों (आकाश दीप, अभिषेक शर्मा, ध्रुव जुरेल, हर्षित राणा, नितीश रेड्डी आदि) को मौका दिया.;

( Image Source:  ANI )

Ajit Agarkar Chief Selector Team India Selection Debate: टीम इंडिया का चयन हमेशा सुर्खियों में रहती है- कौन अंदर आएगा, कौन बाहर होगा? किसी सीनियर खिलाड़ी की चमकदार प्रतिष्ठा क्या उसके मौजूदा फॉर्म पर भारी पड़ जाती है? इन सभी सवालों का सामना सबसे ज्यादा जिस शख्स को करना पड़ता है, वह है- चयनकर्ता. आज इस हॉट सीट पर हैं अजित अगरकर, जो 2023 से भारत के चीफ़ सेलेक्टर हैं.

आलोचनाओं की आंच भले तेज़ रही हो, लेकिन अगरकर ने इसका जवाब मैदान पर मिल रही कामयाबी से दिया है. उनके कार्यकाल में भारत ने 2023 वनडे वर्ल्ड कप का फ़ाइनल खेला, 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीता और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया.

युवाओं पर भरोसा, बड़े फैसले

अगरकर का सबसे बड़ा योगदान सिर्फ ट्रॉफियां जीतना ही नहीं, बल्कि भविष्य की नींव रखना भी रहा. उन्होंने आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा, अभिषेक शर्मा, हर्षित राणा, ध्रुव जुरेल और नितीश रेड्डी जैसे युवाओं पर भरोसा जताया. यहां तक कि करुण नायर को भी दूसरा मौका मिला. शुभमन गिल को टेस्ट कप्तानी सौंपना उनके साहसी फैसलों की मिसाल है.

'सिलेक्शन नहीं, एलिमिनेशन की प्रक्रिया'

पूर्व चयनकर्ता देवांग गांधी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "सिलेक्टर का काम आसान नहीं है. यह सिलेक्शन से ज़्यादा एलिमिनेशन की प्रक्रिया है. इतने टैलेंट के बीच किसी को बाहर करना मुश्किल होता है. लेकिन अगर चीज़ें साफ़ तरीके से समझाई जाएं तो खिलाड़ी भी इंतज़ार करना जानता है." देवांग ने अगरकर की टीम की तारीफ़ की. उन्होंने कहा, "भारत ने दो ICC ट्रॉफी जीती हैं. हाल का इंग्लैंड दौरा भी एक युवा टीम ने अच्छा खेला. श्रेयस अय्यर का नाम आता है, लेकिन सवाल है कि उन्हें किसकी जगह खिलाया जाए? अभी मध्यक्रम में सुर्या, हार्दिक और शिवम दुबे सेट हैं. ऐसे में उन्हें इंतज़ार करना होगा."

गांधी का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में 90% टीम अपने आप बन जाती है, बहस सिर्फ 1-2 खिलाड़ियों को लेकर होती है... और यही वो जगह है जहां परिस्थितियों और भविष्य की प्लानिंग पर फैसला करना पड़ता है.

कप्तान vs चयनकर्ता

क्या कप्तान की राय का पलड़ा भारी होता है? इस पर देवांग ने कहा, "सामान्यत: कप्तान और चयनकर्ता एक राय में होते हैं. अगर कप्तान किसी खिलाड़ी को लेकर बहुत दृढ़ है तो उसे Accommodate करना गलत नहीं. आखिरकार मकसद सिर्फ एक है- भारतीय क्रिकेट का भला."

एशिया कप 2025 की चुनौती

भारत अब एशिया कप 2025 में अपने खिताब की रक्षा के लिए उतरेगा. इस बार टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली नहीं होंगे, फिर भी टीम दावेदार है. भारत ने यह टूर्नामेंट रिकॉर्ड 8 बार जीता है. अभियान की शुरुआत 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ होगी, जबकि 14 सितंबर को दुबई में पाकिस्तान से महामुकाबला होगा.

"भारत  दो टीमें बनाकर भी दुनिया को टक्कर दे सकता है"

गांधी कहते हैं, "भारत के पास इतना टैलेंट है कि दो टीमें बनाकर भी दुनिया को टक्कर दी जा सकती है. दुर्भाग्य यही है कि हर बार कोई न कोई छूट जाता है. जिनका नाम टीम में नहीं आया, उन्हें रन और विकेट से अपना दावा मज़बूत करना होगा और मौके का इंतज़ार करना होगा."

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