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दो चयनकर्ताओं की छुट्टी तय - क्या श्रेयस अय्यर हैं वजह? चीफ़ सेलेक्टर बनने के बाद कैसा रहा अगरकर का रिपोर्ट कार्ड!

एशिया कप टीम चयन विवाद के बीच बीसीसीआई ने दो राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को बदलने की तैयारी की है. माना जा रहा है कि एसएस दास, सुब्रतो बनर्जी और एस शरथ में से कोई दो हटाए जा सकते हैं. प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह के नाम नए चयनकर्ताओं के तौर पर चर्चा में हैं. हालांकि, श्रेयस अय्यर के चयन न होने और चयनकर्ताओं की छुट्टी का सीधा संबंध नहीं है. दूसरी ओर, चीफ़ सेलेक्टर अजित अगरकर का कार्यकाल टीम की बड़ी सफलताओं के कारण 2026 तक बढ़ाया गया है.

दो चयनकर्ताओं की छुट्टी तय - क्या श्रेयस अय्यर हैं वजह? चीफ़ सेलेक्टर बनने के बाद कैसा रहा अगरकर का रिपोर्ट कार्ड!
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( Image Source:  ANI )
अभिजीत श्रीवास्तव
By: अभिजीत श्रीवास्तव

Updated on: 23 Aug 2025 1:05 PM IST

एशिया कप के लिए टीम इंडिया के चयन के बाद हुए बवाल के ठीक दो दिन बाद बीसीसीआई ने अपने दो राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को बदलने का फ़ैसला किया है. दरअसल, बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल फ़ॉर क्रिकेट इन इंडिया यानी बीसीसीआई की राष्ट्रीय चयन समिति में दो बदलाव करने के उद्देश्य से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. दरअसल, एशिया कप के लिए चुनी गई टीम में श्रेयस अय्यर के नहीं होने के बाद चयनकर्ताओं पर चौतरफ़ा हमला हो रहा है और पूर्व खिलाड़ी, टीम के पूर्व स्टाफ़ भी ख़ुल कर श्रेयस अय्यर के नहीं चुने जाने का पुरज़ोर विरोध कर रहे हैं. पर अजीत अगरकर के पैनल के दो चयनकर्ताओं को बदले जाने की ख़बर से इसका सीधा-सीधा कोई ताल्लुक नहीं दिखता.

बेशक श्रेयस के टीम में नहीं चुने जाने से उनके फ़ैन्स, पूर्व क्रिकेटर और यहां तक कि उनके पिता ने अपनी नाख़ुशी जताई है, पर चयनकर्ताओं को बदले जाने और श्रेयस अय्यर को एशिया कप की टीम में नहीं चुने जाने का कोई सीधा संबंध नहीं दिखता है. चलिए चयनकर्ताओं की चयन प्रक्रिया, वो दो चयनकर्ता कौन हो सकते हैं के साथ ही अगरकर के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया के प्रदर्शन की बात करते हैं.

किन दो चयनकर्ताओं को हटाया जा सकता है?

सबसे पहले बात करते हैं कि वो कौन से दो चयनकर्ता होंगे जिन्हें सीनियर चयनसमिति से हटाया जा सकता है. बीसीसीआई के इन दो पदों को निकाले जाने से पहले मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा था कि मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर समेत अन्य सभी चयनकर्ता एसएसदास, सुब्रतो बनर्जी, अजय रात्रा और एस शरथ की बीसीसीआई समीक्षा कर रही है. ख़बर ये भी थी कि सितंबर में होने वाली बीसीसीआई की सालाना आम बैठक (एजीएम) में इस पैनल में बदलाव किए जाएंगे. दरअसल पांच सदस्यीय इस पैनल में से किसी भी सदस्य का बीसीसीआई की कमेटी में पांच साल पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में यह ठीक-ठीक अनुमान लगा पाना संभव नहीं है कि किन दो चयनकर्ताओं को बदलने की तैयारी चल रही है. हालांकि मीडिया में ख़बर है कि मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर का कार्यकाल अगले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है. और अजय रत्रा को अभी पिछले साल अक्टूबर में ही इस पैनल से जोड़ा गया है. तो ऐसे में हटाए जाने वाले सेलेक्टर एसएस दास (मध्य), सुब्रतो बनर्जी (पूर्व) और एस शरथ (दक्षिण) में से कोई दो होंगे.

प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह के नामों की चर्चा

साथ ही अंग्रेज़ी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स के एक रिपोर्ट के मुताबिक़ एस शरथ की जगह प्रज्ञान ओझा को चयनकर्ता बनाए जाने की तैयारी चल रही है, जो जूनियर चयन समिति के चीफ़ सेलेक्टर बनाए जा सकते हैं. बता दें कि 2021 में जूनियर पैनल का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद शरथ को 2023 में सीनियर चयन समिति में रखा गया. इस दौरान, जब चेतन शर्मा का कार्यकाल ख़त्म हो गया तो एसएस दास ने सीनियर सेलेक्टर्स के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम किया था. रिपोर्ट ये भी है कि एस शरथ वापस जूनियर चयन समिति के अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं, क्योंकि उनके कार्यकाल के दौरान ही टीम इंडिया ने 2022 में अंडर-19 का वर्ल्ड कप जीता था. जूनियर चयन समिति के वर्तमान अध्यक्ष तिलक नायडू के कार्यकाल के दौरान जूनियर टीम का प्रदर्शन ठीक नहीं चल रहा है, समझा जाता है कि इसी वजह से उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी चल रही है. जहां प्रज्ञान ओझा का नाम जूनियर चयन समिति के सदस्य के तौर पर सामने आ रहा है. वहीं अगर सेंट्रल ज़ोन में बदलाव किया गया तो पूर्व गेंदबाज़ आरपी सिंह इसके लिए सबसे बेहतरीन चॉइस हो सकते हैं. आरपी सिंह 2007 के वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे तो उन्होंने उत्तर प्रदेश और गुजरात दोनों के लिए रणजी ट्रॉफ़ी जीती है. हालांकि यह आरपी सिंह के इस पद के लिए आवेदन करने पर निर्भर करता है.

चनयकर्ता बनने के लिए क्या है योग्यता?

बीसीसीआई की चयन प्रक्रिया के बाद जिसे इस पद के लिए चुना जाएगा वो टेस्ट, वनडे, अंतरराष्ट्रीय टी20 की भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के साथ ही बीसीसीआई द्वारा निर्धारित किसी भी अन्य फ़ॉर्मेट के लिए टीम चुनने के लिए ज़िम्मेदार होंगे. चलिए ये जानते हैं कि राष्ट्रीय चयनकर्ता बनने के लिए योग्यता क्या होती है? इस पद के लिए आवेदन केवल फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट का अनुभव रखने वाले क्रिकेटर ही कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए कुछ योग्ताएं तय की गई हैं. राष्ट्रीय चयनकर्ता बनने का आवेदन भरने से पहले नीचे लिखी गई योग्यताओं में से कोई एक ज़रूर होना चाहिए. इस पद के लिए आवेदक को किन मानदंडों को पूरा करना होगा-

  • कम से कम 7 टेस्ट मैच खेलने का अनुभव
  • या कम से कम 30 फ़र्स्ट क्लास मैच खलने का अनुभव
  • या 20 प्रथम श्रेणी मुक़ाबले का अनुभव
  • या 10 वनडे या 20 प्रथम श्रेणी मुक़ाबले का अनुभव.

साथ ही कुछ अतिरिक्त योग्यताएं होना भी आवश्यक हैं-

  • उन्होंने क्रिकेट से कम से कम पांच साल पहले संन्यास ले लिया हो.
  • बीसीसीआई की किसी भी क्रिकेट कमिटी के कुल मिलाकर पांच साल तक की अवधि के लिए सदस्य नहीं रहे हों.

चीफ़ सेलेक्टर अजित अगरकर का रिपोर्ट कार्ड

अब अगर बात चीफ़ सेलेक्टर अजीत अगरकर की करें तो उनका कार्यकाल बढ़ाने के पीछे उनके नेतृत्व में टीम इंडिया का प्रदर्शन माना जा रहा है. 4 जुलाई 2023 को उन्हें चीफ़ सेलेक्टर बनाए जाने के बाद से राष्ट्रीय टीम ने कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं. जहां सबसे बड़ी उपलब्धि लगातार 9 टी20 सिरीज़ में परास्त नहीं होना है. इनमें से एक सिरीज़ ड्रॉ रही, बाकी सभी टीम इंडिया ने जीते हैं. वहीं इस दौरान अन्य दो फ़ॉर्मेट में टीम इंडिया के प्रदर्शन को देखें तो अगरकर के चीफ़ सेलेक्टर बनने के बाद ये बहुत शानदार रहा है.

  • 2023 की जुलाई में ही वेस्ट इंडीज़ को उसी के घर में टेस्ट सिरीज़ 1-0 से हराना तो वनडे सिरीज़ भी 2-1 से जीतना.
  • 2023 के जुलाई-अगस्त में एशिया कप चैंपियन बनना.
  • 2023 के सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ घरेलू वनडे सिरीज़ 2-1 से जीतना.
  • 2023 के अक्टूबर-नवंबर में आयोजित आईसीसी पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में पहुंचना.
  • 2023-24 के दिसंबर-जनवरी में दक्षिण अफ़्रीका में टेस्ट सिरीज़ 1-1 से ड्रॉ करना, तो वनडे सिरीज़ 2-1 से जीतना.
  • 2024 की शुरुआत में इंग्लैंड से घरेलू टेस्ट सिरीज़ 4-1 से जीतना.
  • 2024 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप जीतना.
  • 2025 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी चैंपियन बनना.
  • 2025 में इंग्लैंड में एक नए कप्तान और क़रीब-क़रीब नई टीम के साथ इंग्लैंड में सिरीज़ 2-2 से बराबर करना.

नाकामियां भी मिली, पर उपलब्धियों की लिस्ट लंबी

हालांकि अगरकर के कार्यकाल के दौरान उनके चीफ़ सेलेक्टर बनते ही 2023 के अगस्त में वेस्ट इंडीज़ ने अपने घर में टीम इंडिया को टी20 सिरीज़ 3-2 से हराया. तो 2024 के अगस्त में श्रीलंका से उनकी सरजमीं पर तीन मैचों की वनडे सिरीज़ टीम इंडिया 0-2 से हार गई. वहीं अपने ही घर में ही पिछले साल न्यूज़ीलैंड से 0-3 तो ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से टेस्ट सिरीज़ हार गई तो बहुत नाराज़गी हुई थी. पर अगरकर जब से चीफ़ सेलेक्टर बने हैं उनकी उपलब्धियों की सूची बहुत लंबी है, तो कुछ नाकामियां भी हैं. पर उन्होंने कामयाबी के जो तमगे जोड़े हैं उन्हें बरकरार रखे जाने के पीछे इसे ही अहम कारण माना जा रहा है. राष्ट्रीय अख़बारों ने सूत्रों के हवाले से यह ख़बर भी छापी है कि बीसीसीआई ने जून 2026 तक के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा चुकी है और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया है. कुल मिलाकर देखें तो अगरकर के चीफ़ सेलेक्टर बनने के बाद टीम इंडिया की उपलब्धियों की लिस्ट काफ़ी लंबी है और यही कारण है कि उनका कार्यकाल बढ़ाया गया है.

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