रोहित शर्मा के जिस फैसले पर उठे सवाल, उसी ने टीम इंडिया को बनाया वर्ल्ड चैंपियन; पढ़ें इनसाइड स्टोरी
भारत ने 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया. इसके बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि आखिर भारत ने कैसे बिना कोई मैच हारे इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया. दरअसल, इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह रोहित और टीम मैनेजमेंट का वह फैसला है, जिस पर शुरू में तो सवाल उठे, लेकिन बाद में वही फैसला गेमचेंजर साबित हुआ.

Champions Trophy 2025 Inside Story: 9 मार्च 2025... यह दिन भारतीय क्रिकेट में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. इसी दिन भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया. यह भारत की लगातार दूसरी आईसीसी ट्रॉफी है. इस जीत के साथ ही भारत ने 12 साल बाद इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है. हालांकि, इसमें कप्तान रोहित शर्मा और चयन समिति के एक फैसले की बड़ी भूमिका रही, जिस पर लोगों ने सवाल भी उठाए थे.
दरअसल, जब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का चयन किया गया तो पांच स्पिनरों को टीम में शामिल किया गया. इससे सवाल उठने लगे कि भारत ने पांच स्पिनरों को लेकर क्यों दुबई जा रही है, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ता गया, भारतीय कप्तान और चयन समिति का फैसला सही साबित होने लगा. मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती टीम के लिए ब्रह्मास्त्र साबित हुए.
वरुण चक्रवर्ती को हर्षित राणा की जगह टीम में शामिल करना
भारत ने अक्षर पटेल, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और वाशिंगटन सुंदर को लेकर दुबई पहुंची थी. हालांकि, चक्रवर्ती को पहले दो मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन जब हर्षित राणा की जगह वे न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी लीग मुकाबले में शामिल हुए तो उन्होंने ऐसा प्रदर्शन किया कि राणा को ही बेंच पर बैठना पड़ गया.
वरुण चक्रवर्ती ने न्यूजीलैंड के खिलाफ लीग मुकाबले में 42 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे. इसके बाद, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल और न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में 2-2 विकेट चटकाए. इस तरह से चक्रवर्ती ने 3 मैचों में 9 विकेट हासिल किए. उन्होंने टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वे टूर्नामेंट में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज रहे.
चक्रवर्ती ने लीग मुकाबले में विल यंग, ग्लेन फिलिप्स, माइकल ब्रेसवेल, मिशेल सैंटनर और मैट हेनरी का विकेट चटकाया. इसके लिए उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मैच में ही प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने खतरनाक दिख रहे ट्रेविस हेड को आउट किया. फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने विल यंग और ग्लेन फिलिप्स को अपना शिकार बनाया.
अक्षर पटेल को केएल राहुल के पहले भेजना
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस टूर्नामेंट में अक्षर पटेल को केएल राहुल से पहले बल्लेबाजी करने के लिए भेजा तो कई लोग हैरान रह गए. हालांकि, अक्षर ने भरोसे को बनाए रखा. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 8 और 3 रन बनाए, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ 30 रन पर 3 विकेट खो कर मुश्किल में फंसी टीम इंडिया को श्रेयस अय्यर के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी कर लड़ने लायक टोटल तक पहुंचाने में मदद की. उन्होंने इस मैच में 42 रन की शानदार पारी खेली थी.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में अक्षर पटेल ने 30 गेंदों पर 27 रन बनाए. उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ भी 40 गेंदों पर 29 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली. कुल मिलाकर उन्होंने इस टूर्नामेंट में 109 रन बनाए.
रिषभ पंत पर केएल राहुल का तरजीह देना
केएल राहुल ने वनडे वर्ल्डकप 2023 में शानदार प्रदर्शन किया था. इसके बावजूद कुछ लोगों का मानना था कि रिषभ पंत को चैंपियंस ट्रॉफी में केएल राहुल की जगह प्लेइंग 11 में शामिल करना चाहिए, लेकिन कोच गौतम गंभीर ने राहुल का जमकर समर्थन किया. उन्होंने कहा कि राहुल हमारे नंबर 1 विकेटकीपर है. हम दो विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं खिला सकते.
वनडे वर्ल्डकप 2023 के फाइनल में मिली हार का दर्द अभी भी राहुल को सताता रहता है. वे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में थे. उन्होंने 11 मैचों में 75.33 की औसत से 452 रन बनाए. उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद टी-20 वर्ल्डकप 2024 की टीम में नहीं शामिल किया गया. उन्हें बस एक और मौके का इंतजार था, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया.
केएल राहुल ने चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 41, न्यूजीलैंड के खिलाफ 23, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 42 और न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में नाबाद 34 रन बनाए. इस तरह वे पूरे टूर्नामेंट की 4 पारियों में केवल एक बार आउट हुए. उन्हें इस टूर्नामेंट में केवल मिचेल सैंटनर ने आउट किया था.