किरण और अनीता देसाई कौन, जिनकी किताब है पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की फेवरेट?
किरण देसाई के लिए यह साल अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक मंच पर बड़ी पहचान लेकर आया है. उनका चर्चित उपन्यास ‘लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी’ पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पसंदीदा पुस्तकों की वार्षिक सूची में शामिल हुआ है. किरण देसाई प्रसिद्ध लेखिका अनीता देसाई की बेटी हैं.;
भारतीय लेखिका किरण देसाई के लिए यह साल अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक मंच पर बड़ी पहचान लेकर आया है. उनका चर्चित उपन्यास ‘लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी’ पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पसंदीदा पुस्तकों की वार्षिक सूची में शामिल हुआ है. इस उपलब्धि के साथ ही बुकर पुरस्कार के लिए नामांकित यह कृति एक बार फिर वैश्विक पाठकों और आलोचकों के केंद्र में आ गई है.
स्टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्सक्राइब करने के लिए क्लिक करें
हर साल के अंत में अपनी पसंदीदा किताबों, फिल्मों और संगीत की सूची साझा करने की परंपरा निभाते हुए बराक ओबामा ने साल 2025 की अपनी सूची सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी की. इस सूची में किरण देसाई के उपन्यास का नाम शामिल होना भारतीय साहित्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है.
ओबामा की वार्षिक सूची
बराक ओबामा ने अपनी पोस्ट में लिखा, “जैसे-जैसे 2025 समाप्त हो रहा है, मैं उस परंपरा को जारी रख रहा हूं जिसे मैंने व्हाइट हाउस में अपने कार्यकाल के दौरान शुरू किया था. अपनी पसंदीदा पुस्तकों, फिल्मों और संगीत की वार्षिक सूचियों को साझा करना.”
‘लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी’ की कहानी
ओबामा की सूची में शामिल किरण देसाई का उपन्यास ‘लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी’ लगभग 700 पेज की है. यह कहानी दो युवा भारतीय प्रवासियों सोनिया और सनी के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अलग-अलग महाद्वीपों में रहते हुए प्रेम, पहचान और अपनेपन की तलाश में भटकते हैं. यह उपन्यास न सिर्फ व्यक्तिगत रिश्तों की गहराई को दर्शाता है, बल्कि प्रवासी जीवन की जटिलताओं और सांस्कृतिक टकरावों को भी संवेदनशीलता के साथ सामने लाता है.
बुकर पुरस्कार की शॉर्टलिस्ट में जगह
‘लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी’ को 2025 के बुकर पुरस्कार की शॉर्टलिस्ट में भी शामिल किया गया था. निर्णायक मंडल ने इस कृति की सराहना करते हुए इसे कई देशों और पीढ़ियों तक फैले प्रेम और परिवार का महाकाव्य बताया. जूरी के अनुसार, यह उपन्यास किरण देसाई की अब तक की सबसे महत्वाकांक्षी और परिपक्व रचना है.
किरण देसाई का साहित्यिक सफर
किरण देसाई भारत की सबसे मशहूर लेखिकाओं में गिनी जाती हैं. उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान उनके उपन्यास ‘द इनहेरिटेंस ऑफ लॉस’ से मिली, जिसने 2006 का मैन बुकर पुरस्कार और नेशनल बुक क्रिटिक्स सर्कल अवॉर्ड जीता. हिमालय की पृष्ठभूमि पर आधारित इस उपन्यास में पहचान, सांस्कृतिक संघर्ष और उपनिवेशवाद की विरासत जैसे विषयों को गहराई से उकेरा गया है. इसी कृति के साथ देसाई उस समय बुकर पुरस्कार जीतने वाली सबसे कम उम्र की महिला लेखिका बनी थीं.
कौन हैं किरण देसाई?
दिल्ली में जन्मीं किरण देसाई ने अपने शुरुआती साल पंजाब और मुंबई में बिताए, इसके बाद वे अमेरिका चली गईं. वे प्रसिद्ध लेखिका अनीता देसाई की बेटी हैं. उनके साहित्यिक करियर की शुरुआत उपन्यास ‘हल्लाबालू इन द गुआवा ऑर्चर्ड’ से हुई, जिसे बेट्टी ट्रास्क पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.