आईटी के बिना बेंगलुरु में क्या है खास? रेडिट यूजर ने की बिहार से तुलना, भड़के लोगों ने दिए अजीब रिएक्शन
आईटी के बिना बेंगलुरु क्या है? यह सवाल एक रेडिट यूजर द्वारा उठाया गया है जिसने अपनी पोस्ट में दावा किया है कि अगर बेंगलुरु में आईटी न होता तो शहर किसी शहर बिहार से कम नहीं होता. जिसके बाद कई यूजर्स भड़क गए हैं.;
भारत में आईटी सेक्टर की शुरुआत करने वाला पहला शहर बेंगलुरु है. इसे भारतीय आईटी इंडस्ट्री का हब माना जाता है और यहां पर बड़े पैमाने पर आईटी कंपनियां स्टैब्लिश हुई हैं. बेंगलुरु में 1980 के दशक में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पहला कदम रखा गया था, जब भारत सरकार ने 'सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स' (STP) की शुरुआत की. इसके बाद, बेंगलुरु ने आईटी कंपनियों और स्टार्टअप्स के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाई.
हालांकि अब सवाल उठता है कि आईटी के बिना बेंगलुरु क्या है? यह सवाल एक रेडिट यूजर द्वारा उठाया गया है जिसने अपनी पोस्ट में दावा किया है कि अगर बेंगलुरु में आईटी न होता तो शहर किसी शहर बिहार से कम नहीं होता. बेंगलुरु के एक व्यक्ति ने हाल ही में एक Reddit पोस्ट शेयर की, जिसके अनुसार, उसके बिहारी दोस्त का मानना था कि अगर आईटी सेक्टर और इस सेक्टर से मिलने वाली पॉपुलैरिटी और रोज़गार न होता, तो बेंगलुरु बिहार जैसा होता. यह पोस्ट बहुत जल्दी वायरल हो गई, क्योंकि इसने कई लोगों का ध्यान खींचा.
पोस्ट से नाराज हुए लोग
रेडिटर के मुताबिक, उस व्यक्ति ने दोनों राज्यों की सरकारों की तुलना की और शहर में वर्तमान में मौजूद सभी ऊंची इमारतों का क्रेडिट आईटी को दिया. जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुई, कई लोगों ने इस पर अपना रिएक्शन देना शुरू कर दिया. जहां ज्यादातर लोग इस पोस्ट से नाराज़ दिखे क्योंकि पोस्ट में लिखा था, 'आईटी के बिना बेंगलुरु बिहार जैसा होता.'
सरकारें भी ऐसी ही हैं
दरअसल पोस्ट में लिखा है, 'तो पटना से मेरे दोस्त ने दूसरे दिन यह कहा कि आईटी के बिना यह बिहार के किसी शहर जैसा होगा. सरकारें भी ऐसी ही हैं. फिर उसने मुझे बताया कि ये सभी सुधरे हुए इलाके, ऊंची बिल्डिंग सब आईटी की वजह से हैं.' पोस्ट में आगे लिखा है, 'मेरा मतलब है कि सभी टेक पार्क और उनके आस-पास के पीजी/होटल शायद इस तरह के विचार कैसे लाते हैं. यह कोई एक बार की बात नहीं है, मैंने कई लोगों से सुना है - हम इकॉनमी लाने वाले हैं.'
यूजर्स ने कहा बेवकूफ़ाना नज़रिया
यह पोस्ट Reddit पर ‘प्रीतियालोगाड़े’ नामक हैंडल से शेयर की गई है। यह पोस्ट आज शेयर की गई और इस पर कई रिएक्शन आए है. एक यूजर ने लिखा, 'नहीं, बेंगलुरु के पास आईटी आने से पहले भी यह बेहतर और बहुत सुंदर था, 90 के दशक में पैदा हुए किसी भी व्यक्ति से पूछिए, वह आपको बताएगा कि बेंगलुरु कितना सुंदर था, यह आईटी ही है जिसने वास्तव में शहर की भावना को बर्बाद कर दिया.' दूसरे ने लिखा, 'एक बाहरी व्यक्ति के पास हमेशा शहर के बारे में एक बेवकूफ़ाना नज़रिया होगा, वे सिर्फ़ एक बेवकूफ़ाना राय सुनते हैं और उसी राय को बदलते हैं!.' एक अन्य ने कहा, 'कभी भी किसी बेवकूफ से बहस मत करो. देखने वाले नहीं जान पाएंगे कि बेवकूफ कौन है.'