धन्य है भगवान! देश के इस मंदिर में इतना मिला दान की पैसा गिनने वाले पुजारियों को गिनने लगे लोग, सोने-चांदी का अंबार

कर्नाटक के रायचूर जिले स्थित राघवेंद्र स्वामी मठ में श्रद्धालुओं ने भारी मात्रा में दान दिया है. भक्तों द्वारा चढ़ाए गए इस दान में 3,48,69,621 रुपये नकद, 32 ग्राम सोना और 1.24 किलोग्राम चांदी शामिल हैं. दान की गिनती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 23 March 2025 6:38 PM IST

कर्नाटक के रायचूर जिले स्थित राघवेंद्र स्वामी मठ में श्रद्धालुओं ने भारी मात्रा में दान दिया है. भक्तों द्वारा चढ़ाए गए इस दान में 3,48,69,621 रुपये नकद, 32 ग्राम सोना और 1.24 किलोग्राम चांदी शामिल हैं. दान की गिनती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें 100 से अधिक पुजारी मंदिर परिसर में नकदी और अन्य चढ़ावे की गिनती करते नजर आ रहे हैं. यह दान पिछले 30 दिनों में एकत्र किया गया, जब 16वीं शताब्दी के संत राघवेंद्र स्वामी की जयंती मनाने के लिए लाखों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे.

राघवेंद्र स्वामी मठ का महत्व

राघवेंद्र स्वामी मठ भक्तों की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है और पूरे देश से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं. यह मठ संत राघवेंद्र स्वामी को समर्पित है, जो 16वीं शताब्दी के एक महान संत और दार्शनिक थे. उनकी जयंती हर साल धूमधाम से मनाई जाती है, और इस अवसर पर हजारों भक्त विशेष पूजा-अर्चना करने के लिए यहां पहुंचते हैं.

पिछले साल यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने भी बेंगलुरु स्थित राघवेंद्र स्वामी मठ का दौरा किया था. उनके साथ इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति भी मौजूद थे. मठ के दर्शन के दौरान, नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति ने अपने दामाद ऋषि सुनक और बेटी अक्षता मूर्ति के साथ आरती में भाग लिया.

इस दौरान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई और सभी ने श्रद्धा भाव से संत राघवेंद्र स्वामी का आशीर्वाद प्राप्त किया. राघवेंद्र स्वामी मठ में इतनी बड़ी मात्रा में चढ़ावे के कारण श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का प्रमाण मिलता है. मंदिर प्रशासन के अनुसार, यह दान मंदिर के विकास, समाजसेवा और धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग किया जाएगा.

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