हम सांस नहीं ले पा रहे थे, बड़े भाई की मौत हो गई और छोटा बेटा गायब... रैली में हुई भगदड़ के पीड़ितों से सुनाई आपबीती | Video

Tamil Nadu Stampede: करूर में शनिवार (27 सितंबर) एक एक्टर और नेता की रैली में भगदड़ मच गई. रैली में एक पूरा परिवार गया था, जिसमें से एक सजस्य ने बताया कि मेरे भाई के दो बेटे हैं. विजय ने कहा था कि वह सुबह 11 बजे तक करूर पहुंच जाएंगे और सभी को इसकी सूचना दे दी गई थी.;

( Image Source:  @erbmjha )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 28 Sept 2025 10:23 AM IST

Tamil Nadu Stampede: तमिलनाडु के करूर में शनिवार (27 सितंबर) एक एक्टर और नेता विजय की रैली में भगदड़ मच गई. इस हादसे में 39 लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक लोग घायल हो गए. 51 लोग ICU में है. रैली में सिर्फ 10 हजार लोगों के शामिल होने की अनुमति थी, लेकिन 50 हजार से ज्यादा शामिल हो गए. इस हादसे में 8 बच्चों और 16 महिलाओं की भी मौत हुई है.

जानकारी के अनुसार, एक्टर विजय के देर से पहुंचने और भीड़ में गर्मी और प्यास के कारण स्थिति और बिगड़ गई. विजय ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी शोक व्यक्त किया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. सोशल मीडिया पर लोगों के रोते-बिलखते बहुत से वीडियो सामने आए हैं.

पूरा परिवार खत्म

रैली में एक पूरा परिवार गया था, जिसमें से एक सजस्य ने बताया कि मेरे भाई के दो बेटे हैं. उनके बड़े बेटे की मौत हो गई. हमें नहीं पता कि उनका छोटा बेटा कहां है.

पीड़ित ने कहा, मेरे भाई की पत्नी अभी आईसीयू में भर्ती है. मुझे नहीं पता कि क्या करना चाहिए. मेरे बेटे की आंख में चोट लगी है. रैली में एक्टर विजय को देखने के लिए थे, क्या पता था कि एक इच्छा पूरे परिवार की बर्बादी का कारण बन जाएगी.

भीड़ को कंट्रोल करने की व्यवस्था नहीं

घटना के समय मौके पर मौजूद ने नंद कुमार ने बताया कि हम खुद वहां थे. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं किया जा सका. विजय ने कहा था कि वह सुबह 11 बजे तक करूर पहुंच जाएंगे और सभी को इसकी सूचना दे दी गई थी. लेकिन जब वह आए, तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

नंद कुमार ने कहा, हम प्रार्थना करते हैं कि जो भी घायल हुए हैं वे पूरी तरह से ठीक हो जाएं और सुरक्षित घर लौट आएं. लेकिन इसके अलावा, ऐसी घटनाओं को फिर से होने से रोका जाना चाहिए.

उन्होंने आगे कहा, यह समझना मुश्किल है कि गलती किसकी है. लोग उम्मीद लेकर आए थे कि वह समय पर पहुंचेंगे. कई बच्चों के साथ आए थे, भूखे थे या मुश्किल हालात का सामना कर रहे थे. हर कोई एक स्टार को देखने के उत्साह के साथ आया था. यह बेहद दुखद है.

एम्बुलेंस आने की जगह तक नहीं मिली

घटना पर मौजूद सूर्या ने बताया कि एम्बुलेंस अंदर नहीं जा पा रही थीं. लोगों के खड़े होने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी. लोगों को बाहर निकालने में बहुत लंबा समय लगा. रैली वाली जगह पर 10 से 15 गुना ज्यादा लोग पहुंच गए थे.

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