LAC पर दूर हुई भारत-चीन के बीच की खटास, दिवाली पर दोनों देशों की सेना ने बांटी मिठाई
LAC पर भारत-चीन की सेना ने दिवाली के मौके पर मिठाइयों का आदान प्रदान किया. देपसांग और डेमचोक से सैनिकों की वापसी के बाद मिठाई का आदान प्रदान किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारत और चीन की ओर से सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है.;
पूर्वी लद्दाख के LAC पर भारत-चीन की सेना ने दिवाली के मौके पर मिठाइयों का आदान प्रदान किया. देपसांग और डेमचोक से सैनिकों की वापसी के बाद मिठाई का आदान प्रदान किया गया. बता दें, दोनों देशों के बीच हुए समझौते के बाद LAC के डेमचोक और देपसांग से सैनिकों की वापसी प्रक्रिया कम्पलीट हो गई है.
इस समझौते के इस कदम से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम हुआ है और यह क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देगा. यह दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है. इससे दोनों देशों के बीच शांति और सहयोग की भावना बढ़ेगी.
रक्षा मंत्री ने क्या कहा?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारत और चीन की ओर से सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. समझौते में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त से संबंधित अधिकार शामिल हैं. इस सहमति के आधार पर वापसी की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है.
चीनी राजदूत ने क्या कहा?
भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने उम्मीद जताई थी कि LAC से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी पूरी होने से रिश्तों को बेहतर करने में मदद मिलेगी. चीनी राजनयिक ने कहा कि रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई हालिया बैठक महत्वपूर्ण थी.
ब्रिक्स में पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने क्या कहा?
रूस के काजान में हुए ब्रिक्स सम्मलेन में पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने द्विपक्षीय बैठक की थी. दोनों देशों ने LAC पर गतिरोध वाले शेष स्थानों से सैनिकों की वापसी और गश्त को लेकर भारत-चीन में बनी सहमति का स्वागत किया था.