किसी के पास 931 करोड़ तो किसी के पास है मात्र 15 लाख की संपत्ति, जानें कौन हैं सबसे अमीर और गरीब सीएम
भारत के मुख्यमंत्रियों की जिंदगी संपत्ति और पढ़ाई-लिखाई के मामले में बेहद अलग है. कोई अरबपति है, तो कोई साधारण बैंक बैलेंस पर जी रहा है. ADR की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा 30 मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति 54.42 करोड़ रुपये है. वहीं शिक्षा के स्तर पर कोई 10वीं पास है तो कोई डॉक्टरेट डिग्री धारक. जानिए कौन कितना अमीर और कितना पढ़ा-लिखा है.;
भारत जैसे विशाल देश में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं. हर राज्य का नेतृत्व मुख्यमंत्री करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुख्यमंत्रियों की संपत्ति में जमीन-आसमान का फर्क है? कुछ मुख्यमंत्री अरबपति हैं तो कुछ साधारण वेतन और मामूली बैंक बैलेंस पर गुज़ारा कर रहे हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) की रिपोर्ट ने इन सबका पूरा ब्योरा सामने रखा है.
यह रिपोर्ट मुख्यमंत्रियों द्वारा चुनाव आयोग में दाखिल किए गए हलफनामों पर आधारित है. चुनाव लड़ने से पहले हर उम्मीदवार को अपनी संपत्ति का ब्योरा देना अनिवार्य होता है. इनमें नकदी, बैंक बैलेंस, चल-अचल संपत्ति, गाड़ियां, शेयर, सोना और कृषि भूमि तक की डिटेल शामिल होती है. इन्हीं हलफनामों का विश्लेषण करके ADR ने यह रिपोर्ट तैयार की है.
कितनी है सीएम की औसत संपत्ति?
रिपोर्ट के अनुसार, देश के 30 मौजूदा मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति लगभग 54.42 करोड़ रुपये है. इसका मतलब है कि ज्यादातर मुख्यमंत्री करोड़पति हैं, लेकिन उनकी संपत्ति का स्तर एक-दूसरे से बहुत अलग है. कोई अरबपति है तो कोई साधारण मध्यम वर्गीय नेता.
कौन हैं सबसे अमीर मुख्यमंत्री?
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं. उनकी घोषित संपत्ति 931 करोड़ रुपये से अधिक है. नायडू के पास बड़ी मात्रा में कृषि भूमि, व्यवसायिक संपत्ति और पारिवारिक बिजनेस से जुड़ी हिस्सेदारी है. उनके पास कई कंपनियों में निवेश है और उनकी पत्नी नारा भुवनेश्वरी भी उद्योगपति परिवार से आती हैं. इस वजह से उनकी कुल संपत्ति बाकी सभी मुख्यमंत्रियों से कहीं अधिक है. वहीं, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू 332 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं. उनके पास जमीन-जायदाद और आलीशान घर हैं. उत्तर-पूर्व के छोटे राज्य से होने के बावजूद वे आर्थिक रूप से बेहद मजबूत हैं. नायडू और खांडू दो ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो अरबपति क्लब में आते हैं.
करोड़पति मुख्यमंत्रियों की लंबी लिस्ट
अरबपतियों के बाद कई मुख्यमंत्री करोड़पति हैं, इनमें प्रमुख नाम हैं:
- सिद्धारमैया (कर्नाटक) – 51.93 करोड़ रुपये
- नेफियू रियो (नागालैंड) – 46.95 करोड़ रुपये
- मोहन यादव (मध्य प्रदेश) – 42.04 करोड़ रुपये
- एन. रंगासामी (पुदुचेरी) – 38.39 करोड़ रुपये
ये सभी मुख्यमंत्रियों की संपत्ति करोड़ों में है और ये आलीशान जीवनशैली जीते हैं.
सबसे गरीब मुख्यमंत्री: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश की सबसे गरीब मुख्यमंत्री हैं. उनके पास केवल 15.38 लाख रुपये की संपत्ति है. हलफनामे में उन्होंने बताया है कि उनके पास बैंक में लगभग 13.5 लाख रुपये और नगद 69,255 रुपये हैं. उनकी सरल जीवनशैली और सादगी उन्हें बाकी मुख्यमंत्रियों से अलग बनाती है.
कम संपत्ति वाले अन्य मुख्यमंत्री
- उमर अब्दुल्ला (जम्मू-कश्मीर, पूर्व CM) – 55 लाख रुपये
- पिनराई विजयन (केरल) – 1.18 करोड़ रुपये
- भजनलाल शर्मा (राजस्थान) – 1.46 करोड़ रुपये
- योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश) – 1.54 करोड़ रुपये
- नीतीश कुमार (बिहार) – 1.64 करोड़ रुपये
- भगवंत मान (पंजाब) – 1.97 करोड़ रुपये
- मोहन चरण माझी (ओडिशा) – 1.97 करोड़ रुपये
योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार की संपत्ति
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संपत्ति 1.54 करोड़ रुपये है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संपत्ति 1.64 करोड़ रुपये बताई गई है. वहीं पंजाब के भगवंत मान और ओडिशा के मोहन चरण माझी दोनों के पास लगभग 1.97 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
राजनीति की विविधता कर रहा उजागर
ADR की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा 30 मुख्यमंत्रियों की कुल संपत्ति लगभग 1,632 करोड़ रुपये है. यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारतीय राजनीति में मुख्यमंत्रियों की आर्थिक स्थिति में भारी अंतर है. जहां एक ओर अरबपति मुख्यमंत्री हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ नेता बेहद सादगीपूर्ण जीवन जी रहे हैं. यह अंतर भारतीय राजनीति और समाज की विविधता को भी उजागर करता है.
कौन कितना है पढ़ा लिखा?
भारत के 31 मुख्यमंत्रियों की शिक्षा का स्तर काफी अलग-अलग है. किसी ने सिर्फ 10वीं तक पढ़ाई की है तो कोई डॉक्टरेट की डिग्री धारक है. सबसे कम पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय हैं, जिन्होंने केवल 10वीं पास की है. उनके बाद पंजाब के भगवंत मान, झारखंड के हेमंत सोरेन और केरल के पिनाराई विजयन आते हैं, जो 12वीं पास हैं. वहीं गुजरात के भूपेंद्र पटेल ने डिप्लोमा किया है. दूसरी ओर, सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे मुख्यमंत्रियों में असम के हिमंता बिस्वा सरमा और मध्य प्रदेश के डॉ. मोहन यादव शामिल हैं, जिनके पास डॉक्टरेट की डिग्री है.