उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, दक्षिण में ‘सेन्यार’ चक्रवात से होगी भारी बारिश; जानें दिल्ली–NCR के मौसम का हाल
उत्तर भारत में बर्फबारी और शीतलहर के साथ ठंड तेज हो गई है, जबकि बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात ‘सेन्यार’ दक्षिण भारत में भारी बारिश ला सकता है. IMD के अनुसार तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, अंडमान–निकोबार में 1 दिसंबर तक तेज वर्षा और 50–60 किमी/घंटा की हवाओं की आशंका है. वहीं दिल्ली–NCR में कोहरा, तापमान में गिरावट और AQI 380 से ऊपर जाने से हालात खराब हैं. उत्तर प्रदेश में भी शीतलहर और मध्यम कोहरा छाया रहेगा.;
उत्तर भारत में मौसम बदलने की दस्तक अब तेज़ हो गई है. पहाड़ों पर बर्फ की सफेद चादर और मैदानों में गलन भरी हवा दोनों संकेत दे रहे हैं कि कड़ाके की सर्दियाँ अब पूरी ताक़त से लौट आई हैं. वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवाती सिस्टम मौसम को और जटिल बना रहा है. देश के दो हिस्सों में एक साथ दो अलग-अलग मौसमी चरम सक्रिय हैं. एक तरफ शीतलहर, दूसरी तरफ समुद्री तूफान का बढ़ता असर.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार आने वाला सप्ताह मौसम के लिहाज़ से बेहद अहम रहने वाला है. उत्तर भारत में तापमान गिरने से कोहरा, ठंड और प्रदूषण बढ़ने के संकेत हैं, जबकि दक्षिण भारत भारी बारिश, तेज़ हवाओं और तूफानी लहरों से जूझने की स्थिति में है. यानी देश एक बार फिर सर्दी और तूफान दोनों के दोहरे दबाव में प्रवेश कर रहा है.
सेन्यार चक्रवात का अलर्ट
स्काईमेट और IMD के संयुक्त अनुमानों के अनुसार, अगले 24-48 घंटों में अंडमान सागर में “सैन्यार” नामक चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है. इसके असर से हवाओं की रफ्तार 40–50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान बादलों की तेज़ गर्जना, समुद्री उथल-पुथल और भारी बारिश की स्थिति बनेगी. यह तूफान खाड़ी क्षेत्र में आगे बढ़कर तटीय राज्यों के मौसम को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है.
दक्षिण भारत में अगले 7 दिन बारिश
IMD के मुताबिक 25 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, अंडमान-निकोबार और तटीय ओडिशा–बंगाल में भारी से बहुत भारी बारिश संभव है. बंगाल की खाड़ी में सक्रिय लो-प्रेशर एरिया और मलक्का जलडमरूमध्य के आसपास बना दूसरा सिस्टम दोनों मिलकर दक्षिण भारत में व्यापक वर्षा पैदा कर रहे हैं. कई क्षेत्रों में शहरी बाढ़, तेज़ हवाएँ और पेड़ों के गिरने की घटनाएँ भी संभव हैं.
कब–कहां होगी बारिश?
- तमिलनाडु: 28–30 नवंबर को भारी बारिश
- केरल–माहे: 26–27 नवंबर को भारी वर्षा
- आंध्र प्रदेश–रायलसीमा: 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक भारी बारिश
- अंडमान–निकोबार: 26–29 नवंबर तक मूसलाधार बारिश और तेज़ हवाएं
- हवाओं की स्पीड: तटीय क्षेत्रों में 50–60 किमी/घंटा तक
IMD ने कई राज्यों में गरज–चमक, बिजली गिरने और समुद्री चेतावनियां भी जारी की हैं.
उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप बढ़ा
हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है. इसका असर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक दिखाई देने लगा है. मैदानों में गलन बढ़ गई है, तापमान सामान्य से 3–5° नीचे जा रहा है और रातें और भी ठंडी हो रही हैं. पर्वतीय बर्फबारी का असर अब धीरे-धीरे पूरे उत्तर भारत में फैल रहा है.
दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
दिल्ली–NCR में न्यूनतम तापमान 8–10°C तक गिर गया है. सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे की परत देखने को मिल रही है. लेकिन सबसे चिंता की बात है बढ़ता प्रदूषण. बवाना में AQI 382 दर्ज किया गया, जो ‘वेरी पॉयर’ श्रेणी में आता है. ऐसे हालात में बच्चों, बुजुर्गों और दमा तथा हृदय रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
उत्तर प्रदेश में बढ़ रही ठंड
उत्तर प्रदेश में आज हल्का से मध्यम कोहरा और दिन में साफ धूप रहेगी, लेकिन पछुआ हवाओं के कारण गलन तेज़ रहेगी. राज्य के कई जिलों में शीतलहर जैसी स्थिति बन सकती है. अधिकतम तापमान 24–26°C और रात का तापमान 8–11°C तक रहने का अनुमान है.
तापमान में निरंतर गिरावट
पूर्वी भारत- बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी ठंड बढ़ रही है. पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाली उत्तर–पश्चिमी हवाएं इन राज्यों को और ठंडा कर रही हैं. अगले 48–72 घंटों में इन राज्यों में भी सर्दी एक नया रिकॉर्ड बना सकती है.
लगातार बदल रहा मौसम
IMD ने बताया कि मलक्का जलडमरूमध्य के पास बना “वेल-मार्क्ड लो प्रेशर एरिया” डिप्रेशन में बदल गया है. साथ ही दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक और लो-प्रेशर सक्रिय है. दोनों सिस्टम मिलकर दक्षिण भारत में बारिश बढ़ा रहे हैं, जबकि उत्तर भारत में ठंड का प्रसार तेज हो रहा है. यह दुर्लभ स्थिति है जब देश दो विपरीत मौसमी चरमों का सामना कर रहा है.