'क्या इजरायल या लीबिया देवेंद्र फडणवीस पर करने जा रहा है अटैक?', आखिर ऐसा क्यों बोल गए संजय राउत?
Sanjay Raut on Devendra Fadnavis: संजय राउत ने कहा, 'इस राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अचानक अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है. गृह मंत्री दूसरों को सुरक्षा देते हैं, लेकिन उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी. अचानक हमने उनके घर के बाहर फोर्स वन के कमांडो को खड़ा देखा, नागपुर में 200 कमांडो खड़े थे.';
Sanjay Raut on Devendra Fadnavis: शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सुरक्षा बढ़ाए जाने की आलोचना की और सुरक्षा बढ़ाए जाने का कारण पूछा है. संजय राउत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा, 'हमारे गृह मंत्री इतने डरे हुए क्यों हैं, कौन उन पर हमला करना चाहता है? क्या इजरायल या लीबिया उन पर हमला करने वाला है? क्या उन पर कोई हमला होने वाला है? उन्हें इसके बारे में सभी को बताना चाहिए.'
देवेंद्र फडणवीस को वर्तमान में 'जेड-प्लस' सुरक्षा प्राप्त है और उनकी सुरक्षा के लिए नागपुर में अतिरिक्त फोर्स वन कमांडो तैनात किए गए हैं. संजय राउत ने दावा किया कि फडणवीस की सुरक्षा के लिए करीब 200 फोर्स वन कमांडो नागपुर में हैं. संजय राउत ने कहा, 'इस राज्य के गृह मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अचानक अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है. गृह मंत्री दूसरों को सुरक्षा देते हैं, लेकिन उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी. अचानक हमने उनके घर के बाहर फोर्स वन के कमांडो को खड़ा देखा, नागपुर में 200 कमांडो खड़े थे.'
सुरक्षा बढ़ाने को लेकर संजय राउत के सवाल
संजय राउत ने आगे कहा कि पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला को कम से कम सुरक्षा बढ़ाने का कारण तो बताना चाहिए. उन्होंने कहा, 'रश्मि शुक्ला, जो भाजपा की महानिदेशक हैं, कम से कम उन्हें हमें बताना चाहिए कि मामला क्या है?' संजय राउत ने शुक्रवार को यह भी दावा किया था कि यदि रश्मि शुक्ला राज्य पुलिस बल के शीर्ष पर रहती हैं, तो महाराष्ट्र में निष्पक्ष विधानसभा चुनाव नहीं हो सकते हैं.
संजय राउत ने उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शुक्ला 2019 में सीधे भाजपा के साथ काम कर रही थीं. उन्होंने कहा, 'राज्य की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला पर बहुत गंभीर आरोप है. 2019 में जब हमारी सरकार बन रही थी तो यह पुलिस महानिदेशक जो सीधे भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे थे. वो हमारे सभी फोन टैप कर रहे थे और देवेंद्र फडणवीस को पूरी जानकारी दे रहे थे कि हम क्या करने जा रहे हैं?'
उन्होंने कहा, 'क्या हम उनसे निष्पक्ष चुनाव कराने की उम्मीद कर सकते हैं? हमने कहा है कि चुनाव की बागडोर उन्हें नहीं दी जानी चाहिए और फिर चुनाव आयोग ने कहा कि उनके पास ट्रांसफर का अधिकार नहीं है. ऐसा कैसे हो सकता है? उसी समय झारखंड के डीजीपी को बदल दिया गया. महाराष्ट्र का चुनाव पुलिस के दबाव के आधार पर कराया जा रहा है.'