बंगाल में घुसपैठ को बढ़ावा दे रही टीएमसी सरकार... दुर्गापुर में ममता बनर्जी पर जमकर बरसे पीएम मोदी; भाषण की 10 बड़ी बातें

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों और प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या को लेकर नाराजगी जताई और आरोप लगाया कि TMC सरकार दोषियों को बचा रही है. मोदी ने बंगाली अस्मिता की बात करते हुए बीजेपी को बंगालियों का सच्चा सम्मानदाता बताया. उन्होंने कहा कि जब तक TMC की दीवार नहीं गिरती, तब तक राज्य का असली विकास संभव नहीं है.;

( Image Source:  x/bjp )
By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 19 July 2025 12:27 AM IST

PM Narendra Modi Durgapur rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुर्गापुर में आयोजित एक जनसभा में पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार बेहद पीड़ादायक हैं. इससे उन्हें गहरी नाराज़गी होती है.  पीएम मोदी ने कोलकाता के आर.जी. कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपराधी को बचाने की कोशिश कर रही थी.

इस मामले में आरोपी और पूर्व सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई जा चुकी है. यह घटना अगस्त 2023 में हुई थी और देशभर में भारी आक्रोश फैला था.

जहां-जहां बीजेपी की सरकारें हैं, वहां बंगालियों को सम्मान दिया जाता है

बंगाली भाषी प्रवासियों को लेकर उठे विवाद पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि जहां-जहां बीजेपी की सरकारें हैं, वहां बंगालियों को सम्मान दिया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और वामपंथी दलों ने कभी बांग्ला को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा देने का प्रयास नहीं किया, जबकि बीजेपी ने यह कदम उठाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिए बंगाली अस्मिता सर्वोपरि है.  मोदी का यह बयान उस वक्त आया, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ दिन पहले कोलकाता में बारिश के बीच एक विरोध मार्च निकाला था. उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाली बोलने वाले श्रमिकों के खिलाफ केंद्र सरकार के गुप्त निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है. 

'बंगाल के विकास में सबसे बड़ी रुकावट है टीएमसी'

राज्य में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने टीएमसी सरकार को राज्य के विकास में सबसे बड़ी रुकावट बताया. उन्होंने कहा, "जिस दिन टीएमसी की यह दीवार गिरेगी, उसी दिन से बंगाल तेज़ी से आगे बढ़ेगा. असली बदलाव तभी आएगा जब यहां की सरकार बदलेगी."

 

पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

  1. टीएमसी सरकार ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए पश्चिम बंगाल की पहचान और सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. राज्य में घुसपैठियों को खुली छूट दी जा रही है. उनके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं. यह न केवल बंगाल बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.
  2. TMC सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति में सभी सीमाएं पार कर दी हैं, लेकिन जो भी देश का नागरिक नहीं है, जो घुसपैठ करके आया है, उसके साथ भारत के संविधान के तहत न्याय सम्मत कार्रवाई होती रहेगी.
  3. बंगाल की अस्मिता के खिलाफ होने वाली किसी भी साजिश को बीजेपी कामयाब नहीं होने देगी. यह आपको मोदी की गारंटी है.
  4. टीएमसी सरकार के राज में बेटियों के साथ अन्याय हो रहा है... पश्चिम बंगाल में बेटियों के लिए अस्पताल भी सुरक्षित नहीं हैं... आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार-हत्या की घटना में टीएमसी ने अपराधियों को बचाया. देश इस घटना से उबर भी नहीं पाया था कि एक और कॉलेज में एक बेटी के साथ अत्याचार हुआ और इस मामले में आरोपी का संबंध टीएमसी से है.
  5. टीएमसी भ्रष्टाचार और अपराध के माध्यम से राज्य की शिक्षा प्रणाली पर हमला कर रही है. टीएमसी सरकार के भ्रष्टाचार के कारण हजारों शिक्षक बेरोजगार हैं... अदालत ने भी कहा है कि यह एक व्यवस्थित धोखाधड़ी है.
  6. पश्चिम बंगाल में व्यापारियों से पैसे मांगे जा रहे हैं, टीएमसी के लोग उन्हें धमका रहे हैं...टीएमसी का 'गुंडा टैक्स' राज्य में निवेश में बाधा डाल रहा है.
  7. टीएमसी पश्चिम बंगाल में निवेश और रोज़गार सृजन के ख़िलाफ़ है. मुर्शिदाबाद जैसे दंगे पश्चिम बंगाल में होते हैं और पुलिस एकतरफ़ा कार्रवाई करती है. पश्चिम बंगाल में न्याय की कोई किरण नहीं दिखती... राज्य सरकार राज्य के लोगों की जान की रक्षा नहीं कर सकती. जब टीएमसी सरकार जाएगी, तभी असली परिवर्तन आएगा. विकसित भारत बनाने में पश्चिम बंगाल की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है.
  8. पश्चिम बंगाल की बदहाली को बदला जा सकता है. भाजपा सरकार बनने के बाद, पश्चिम बंगाल देश के शीर्ष औद्योगिक राज्यों में से एक बन जाएगा.
  9. बंगाल बदलाव चाहता है, बंगाल विकास चाहता है. आज पश्चिम बंगाल का युवा दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर है. छोटे-छोटे कामों के लिए भी युवाओं को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है...आज यहां नए उद्योग आने की बजाय पुराने बंद हो रहे हैं. हमें बंगाल को इस बुरे दौर से बाहर निकालना होगा.
  10. बंगाल की वर्तमान समस्याएं स्थायी नहीं हैं. नई सरकार बनने पर राज्य को देश का अग्रणी औद्योगिक केंद्र बनाया जा सकता है.

पीएम मोदी ने बंगाल को दी कई सौगात

  • पीएम मोदी ने आज (18 जुलाई को) दुर्गापुर में तेल और गैस, बिजली, सड़क और रेल क्षेत्रों से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने राज्य के बांकुरा और पुरुलिया ज़िले में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की लगभग 1,950 करोड़ रुपये की शहरी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखी. यह परियोजना घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और औद्योगिक ग्राहकों को पीएनजी कनेक्शन प्रदान करेगी, खुदरा दुकानों पर सीएनजी उपलब्ध कराएगी और क्षेत्र में रोज़गार के अवसर भी पैदा करेगी.
  • प्रधानमंत्री ने दुर्गापुर -हल्दिया प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के दुर्गापुर से कोलकाता खंड (132 किलोमीटर) को भी राष्ट्र को समर्पित किया, जिसे महत्वाकांक्षी जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो -धामरा पाइपलाइन के एक हिस्से के रूप में बिछाया गया है, जिसे प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा (पीएमयूजी) परियोजना के रूप में भी जाना जाता है.
  • 1,190 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दुर्गापुर से कोलकाता खंड पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान, हुगली और नादिया जिलों से होकर गुज़र रही है. इस पाइपलाइन ने अपने कार्यान्वयन चरण के दौरान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार प्रदान किया और अब इस क्षेत्र के लाखों घरों को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति सुगम बनाएगी.
  • सभी के लिए स्वच्छ वायु और स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने दामोदर घाटी निगम के दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन और रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन के लिए 1,457 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेट्रोफिटिंग प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली-फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (FGD) भी राष्ट्र को समर्पित की. इससे स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
  • क्षेत्र में रेल अवसंरचना को बढ़ावा देते हुए , प्रधानमंत्री ने पुरुलिया में 390 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुरुलिया -कोटशिला रेल लाइन (36 किलोमीटर) के दोहरीकरण कार्य को राष्ट्र को समर्पित किया. इससे जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद के उद्योगों के बीच रांची और कोलकाता के साथ रेल संपर्क में सुधार होगा , मालगाड़ियों की कुशल आवाजाही होगी, यात्रा का समय कम होगा और उद्योगों और व्यवसायों के लिए लॉजिस्टिक्स में सुधार होगा. 
  • प्रधानमंत्री ने पश्चिम बर्धमान जिले के तोपसी और पंडाबेश्वर में सेतु भारतम कार्यक्रम के तहत निर्मित 380 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले दो सड़क ऊपरी पुलों (आरओबी) का भी उद्घाटन किया. इससे कनेक्टिविटी में सुधार होगा और रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी.

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