भारत से 'धक्‍के मारकर' निकाले जाने पर बोला पाकिस्‍तानी - ये अच्‍छी बात नहीं है

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्‍तान के रिश्‍ते और तल्‍ख हो चुके हैं और भारत ने सभी पाकिस्‍तानियों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा है. कई पाकिस्‍तानी लौट भी रहे हैं. अटारी बॉर्डर पर पाकिस्‍तान लौट रहे एक शख्‍स का कहना है कि ये अच्‍छी बात नहीं है.;

Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 24 April 2025 2:11 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया है. इस फैसले के बीच कई पाकिस्तानी नागरिक भारत से लौटने को मजबूर हो गए हैं. इन्हीं में से एक पाकिस्तानी नागरिक की कहानी भावनाओं से भरी हुई है, जो 45 दिन के वीज़ा पर भारत आया था, लेकिन सिर्फ 10 दिन में ही लौटना पड़ रहा है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार वापस पाकिस्‍तान लौट रहे शख्‍स ने कहा, "हमें इवेंट के लिए बुलाया गया था, 45 दिन का वीज़ा था. लेकिन अब लौटना पड़ रहा है. ये सही नहीं है, बॉर्डर बंद करना गलत फैसला है. दोनों देशों में भाईचारा होना चाहिए." यह कहते हुए उस पाकिस्तानी की आंखों में निराशा साफ झलक रही थी.

"किसने हमला किया, ये कौन बता सकता है?"

जब भारत में हुए हमले पर उसकी प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उसने किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, "किसने हमला किया, ये तो कोई भी नहीं कह सकता."

भारत का जवाब: बॉर्डर बंद, वीज़ा रद्द

भारत सरकार ने बुधवार को साफ कर दिया कि आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अब पाकिस्तानी नागरिकों के लिए पुराने नियम नहीं चलेंगे. विदेश मंत्रालय ने SAARC वीज़ा छूट योजना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके तहत जारी किए गए सभी वीज़ा रद्द कर दिए गए हैं और भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही 1 मई, 2025 तक भारत में प्रवेश कर चुके सभी वैध पाकिस्तानी नागरिकों को वापस लौटने को कहा गया है.

उधमपुर में मुठभेड़, एक जवान शहीद

इधर, उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी के बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया. व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने जानकारी दी, "जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में हमारे एक बहादुर जवान को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें बचाया नहीं जा सका. ऑपरेशन अब भी जारी है."

बॉर्डर बंद, रिश्ते भी ठंडे

भारत और पाकिस्तान के बीच वर्षों से चलती आ रही तनाव की रेखा अब और गहरी होती दिख रही है. अटारी-वाघा बॉर्डर का बंद होना केवल आवाजाही नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच उम्मीद की अंतिम डोर का टूटना भी है. जहां एक तरफ भारत आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई में जुटा है, वहीं आम नागरिकों की उम्मीदें, आंसुओं में बहती नज़र आ रही हैं.

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