रातभर स्कूल के बंद कमरे में रही मासूम बच्ची, फिर खिड़की में अटका सिर, VIDEO वायरल
ओडिशा में कक्षा 2 की एक छात्रा के साथ बेहद दुखद घटना हुई, जब वह स्कूल में ही रातभर के लिए फंसी रह गई और उसका सिर खिड़की में फंसा रहा. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसे देखकर हर कोई हैरान है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि कैसे एक सरकारी स्कूल में ऐसी लापरवाही हो सकती है और किसी को भनक तक नहीं लगी.;
ओडिशा के क्योंझर जिले में एक सरकारी स्कूल में कक्षा दो की एक बच्ची के साथ हुई घटना ने सभी को चौंका दिया है। छुट्टी के समय वह बच्ची क्लास में ही सो गई थी, जिससे स्कूल स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया और स्कूल बंद कर दिया. बच्ची रात भर कमरे में बंद रही. जब उसने बाहर निकलने की कोशिश की.
उसका सिर खिड़की में फंस गया और वह पूरी रात डर और तकलीफ में रही. अगली सुबह लोगों ने देखा और उसे बाहर निकाला. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. यह सिर्फ एक हादसा नहीं है, बल्कि यह सरकारी स्कूलों की लापरवाही और सुरक्षा की कमी को दिखाता है.
नन्ही छात्रा को निगल गई सिस्टम की लापरवाही
यह घटना गुरुवार शाम की है, जब क्लास दो की एक बच्ची स्कूल में ही रह गई. बारिश के कारण स्कूल स्टाफ अधूरा था, और छुट्टी के वक्त बच्ची क्लासरूम में ही एक बेंच पर सो गई थी. स्कूल का मुख्य द्वार दो छात्रों से बंद करवाया गया, जिन्होंने बच्ची को अंदर सोता हुआ नहीं देखा. इसके बाद स्कूल बंद कर दिया गया और बच्ची पूरी रात अकेली, बंद स्कूल में फंसी रही.
बच निकलने की कोशिश ने पहुंचाया और नुकसान
घबराई हुई बच्ची ने खुद को बचाने के लिए खिड़की के लोहे के सरियों को तोड़ने की कोशिश की और किसी तरह एक छेद बनाकर उसमें से बाहर निकलने का प्रयास किया. लेकिन उसका सिर खिड़की में ही फंस गया और वह बुरी तरह घायल हो गई. यह घटना न केवल डरावनी थी बल्कि बच्ची की जान भी ले सकती थी.
रातभर तलाशते रहे परिजन, सुबह हुआ खुलासा
जब बच्ची घर नहीं पहुंची, तो उसके परिवार वालों ने तुरंत गांव में खोजबीन शुरू की. रातभर गांववाले खोजते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. अगले दिन सुबह स्कूल परिसर में कुछ लोगों ने खिड़की में फंसी बच्ची को देखा और तुरंत प्रशासन को सूचना दी.
रेस्क्यू टीम ने बचाई जान, अस्पताल में इलाज जारी
प्रशासन की ओर से बचाव दल मौके पर पहुंचा और बड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को खिड़की से बाहर निकाला गया. उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को स्थिर बताया. हालांकि वह सदमे में थी और उसे शारीरिक रूप से गंभीर चोटें भी आई थीं.
जांच के आदेश, स्कूल प्रशासन पर सवाल
ग्रामीणों और बच्ची के परिवार ने स्कूल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की स्कूल की एक शिक्षिका संजिता ने सफाई देते हुए बताया कि आमतौर पर रसोइया कमरों को बंद करता है, लेकिन बारिश की वजह से वह अनुपस्थित था. उस दिन दो सीनियर छात्रों को यह जिम्मेदारी दी गई थी, जिन्होंने सोई हुई बच्ची को नहीं देखा.