बांग्लादेश में नोबेल विजेता टैगोर की खैर नहीं, संबित पात्रा का मोहम्मद यूनुस पर हमला, कहा- ममता बनर्जी ने...

Bangladesh News: नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ के पैतृक आवास को घ्वस्त करने की घटना उस समय हुई जब एक मेहमान 8 जून को अपने परिवार के साथ सितारगंज स्थित कचहरी बाड़ी गया था. मेहमान का पार्किंग को लेकर विवाद होने पर चरमपंथियों ने इस घटना को अंजाम दे दिया. कचहरी बाड़ी को रवींद्र स्मारक के रूप में जाना जाता है.;

( Image Source:  IANS )
By :  स्टेट मिरर डेस्क
Updated On : 12 Jun 2025 3:32 PM IST

Bangladesh Latest News: बांग्लादेश में पिछले साल अगस्त में हुए तख्तापलट के बाद से लगातार वहां के हालात बदतर होती जा रही है. मोहम्मद यूनुस के राज में हिंदुओं पर अमानवीय अत्याचार के बाद बेकाबू चरमपंथियों ने नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के सितारगंज जिला स्थित पैतृक घर पर हमला बोल दिया. भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ की. यह मामला सुर्खियों में आने के बाद सिराजगंज जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है.

बीजेपी ने गुरुवार को बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर ‘कचहरी बाड़ी’ में हुई तोड़फोड़ की निंदा की है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह हमला पूर्व नियोजित और राजनीति से प्रेरित था.

बीजेपी ने लोकल मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि कट्टरपंथी संगठनों बांग्लादेश जमात ए इस्लामी और हिफाजत ए इस्लाम बांग्लादेश पर उंगली उठाई और हमले के बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया है.

दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता और सांसद संबित पात्रा ने कहा, “मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह हमला पूर्व नियोजित था, जिसका उद्देश्य सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में पहचाने जाने वाले किसी व्यक्ति के घर को निशाना बनाकर दुनिया को एक बड़ा संदेश देना था. ऐसे गंभीर मुद्दे पर यूनुस सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता अनुचित है.”

संबित पात्रा ने ये भी कहा कि बांग्लादेश में रबिन्द्रनाथ टैगोर जी के पैतृक घर पर हुए हमले के विषय में ममता बनर्जी ने वोटबैंक के करण चुप्पी साध रखी है.

दरअसल, सिराजगंज में यह घटना उस समय हुई जब एक मेहमान 8 जून को अपने परिवार के साथ सिराजगंज स्थित कचहरीबाड़ी गया था. कचहरी बाड़ी को रवींद्र स्मारक संग्रहालय के रूप में जाना जाता है. टीओआई के की रिपोर्ट के मुताबिक वहां मोटरसाइकिल पार्किंग के शुल्क को लेकर प्रवेश द्वार पर एक कर्मचारी के साथ उसका विवाद हो गया.

 

भीड़ ने कचहरीबाड़ी के सभागार के निदेशक को भी पीटा

इस पर आगंतुक को कथित तौर पर एक कार्यालय के कमरे में बंद कर दिया गया और चरमपंथियों ने उसके साथ मारपीट की. भीड़ ने कचहरीबाड़ी के सभागार के एक निदेशक की भी पिटाई की. इस घटना से नाराज स्थानीय लोगों ने 10 जून को मानव श्रृंखला बनाकर इस घटना के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया.

3 सदस्यीय जांच समिति गठित

सिराजगंज के कचहरीबाड़ी स्थित रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक आवास को ध्वस्त करने के बाद पुरातत्व विभाग ने हमले की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की है. कचहरीबाड़ी के संरक्षक मोहम्मद हबीबुर रहमान के अनुसार प्राधिकरण ने मौके की नजाकत को देखते हुए कचहरीबाड़ी में आगंतुकों के प्रवेश को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.

हबीबुर रहमान ने बताया कि जांच समिति को अगले 5 दिनों के अंदर इस मसले पर रिपोर्ट देने को कहा गया है. राजशाही डिवीजन के शहजादपुर में स्थित कचहरीबाड़ी टैगोर परिवार का पैतृक घर और राजस्व कार्यालय है. रवींद्रनाथ टैगोर ने इसी हवेली में रहते हुए अपनी कई साहित्यिक रचनाआं को अमर कृति के रूप में आकार दिया था.

बता दें कि बांग्लादेश में इस समय अंतरिम सरकार मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहा है. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) सहित कई सियासी पार्टियां और छात्र संगठन देश में जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं.

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