'हम पर हमला किया, नकदी लूटी और सब कुछ जला दिया'; मुर्शिदाबाद हिंसा की कहानी, पीड़ितों की जुबानी

बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर जमकर हिंसा देखने को मिली, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई. वहीं, अब पीड़ितों ने हिंसा के बारे में विस्तार से बताया है. अपने भतीजे को खो चुके हैदर अली ने कहा कि एक ग्रुप युवाओं को भड़का रहा है. वहीं, रूपा मंडल ने कहा कि हमारा पूरा घर जला दिया गया. बीएसएफ के जवान हमें राहत शिविर में लाए.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 15 April 2025 9:59 PM IST

Murshidabad violence Bengal: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में 11-12 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई और सैकड़ों लोग बेघर हो गए . हिंसा से प्रभावित परिवारों ने अपने घरों और व्यवसायों पर हुए हमलों की भयावह कहानियाँ साझा कीं.

लालचंद मंडल ने बताया, "हम शनिवार को यहां आए. हमारे घर में सब कुछ जला दिया गया. हम शरण के लिए यहां आए हैं. अगर फिर से हिंसा होती है, तो हम अपने घरों में कैसे लौटेंगे? हम शांति चाहते हैं. हम सरकार से वहां शांति वापस लाने का अनुरोध करते हैं.''

''हमारा पूरा घर जला दिया गया''

रूपा मंडल ने कहा, "हम दोपहर का खाना खा रहे थे, तभी कुछ लोग अंदर घुसे और लूटपाट और हमला शुरू कर दिया. हमारा पूरा घर जला दिया गया. बीएसएफ के जवान हमें राहत शिविर में लाए. हम अपने घर के लिए मुआवजा चाहते हैं.''

''मुझे 20-25 लाख रुपये का नुकसान हुआ'' 

एक व्यापारी ने बताया कि उनका पूरा भवन नष्ट कर दिया गया और दुकान लूट ली गई. उन्होंने कहा, "सोमवार को बैंक की छुट्टी थी, इसलिए मैंने मंगलवार को सभी भुगतान प्राप्त किए थे. मेरे पास लगभग ₹13.5 लाख नकद थे, जो बैंक में जमा करने थे, लेकिन सब कुछ चोरी हो गया. इसके अलावा, दुकान में 7-8 लाख रुपये के फर्नीचर और उपकरण थे, जिसमें कुर्सियां, टेबल, सीपीयू, कम्प्यूटर और लैपटॉप शामिल है. कुल मिलाकर मुझे 20-25 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.''

'स्थिति तनावपूर्ण है'

बीएसएफ के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है. उन्होंने कहा, "जब स्थिति शुक्रवार को तनावपूर्ण हो गई, तो हमने प्रशासन के अनुरोध पर अपने जवानों को तैनात किया. अगले दिन, हमने और जवानों को जोड़ा."

'एक ग्रुप युवाओं को भड़का रहा है'

हैदर अली के भतीजे एजाज अहमद की हिंसा में मौत हो गई. उन्होंने कहा कि इलाके में झड़पों का खतरा अभी भी बना हुआ है. अली ने बताया कि एक ग्रुप युवाओं को भड़का रहा है. वे फिर से ऐसा करने की कोशिश करेंगे. उनके लिए यह राजनीतिक लाभ है, लेकिन हमें इसकी कीमत अपने रिश्तेदारों के खून से चुकानी पड़ रही है. आज एजाज की मौत हुई है. अगला नंबर पता नहीं किसका है.

तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा को भड़काने का आरोप 

हिंसा के बाद, राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए. भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया और एनआईए जांच की मांग की. वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने हिंसा के लिए "बाहरी तत्वों" और पुलिस को जिम्मेदार ठहराया.

स्थानीय समुदायों में भय और असुरक्षा की भावना 

मुर्शिदाबाद की हालिया हिंसा ने स्थानीय समुदायों में भय और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है. सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे पीड़ितों को न्याय दिलाएं, दोषियों को सजा दें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं. 

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