पाकिस्तान से भी बुरा है मनाली, मत आना... लोगों ने पर्यटकों को पीटा- महिला और उसके 4 महीने की बच्ची को जमीन पर पटका - Video
हिमाचल प्रदेश के मनाली में छुट्टियां मनाने आए हरियाणा के एक परिवार पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया. स्कूटी पार्किंग विवाद में महिला और उसकी 4 महीने की बच्ची को जमीन पर फेंका गया. पीड़ित ने वीडियो में कहा, 'मनाली पाकिस्तान से भी बदतर है, कोई यहां न आए. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगे हैं.;
हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मनाली में एक हरियाणवी परिवार की छुट्टियां उस वक्त डरावनी हकीकत में बदल गईं, जब दिनदहाड़े एक मामूली स्कूटी पार्किंग विवाद को लेकर उन पर हमला कर दिया गया. यह घटना 22 जून को मनाली की मिशन रोड पर हुई, जिसने पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता खड़ी कर दी है.
महेंद्रगढ़ जिले के सतनाली कस्बे से आए इस परिवार का आरोप है कि कुछ स्थानीय युवकों ने उनके साथ मारपीट की और एक महिला को उसकी चार महीने की बच्ची समेत जमीन पर धक्का दे दिया. इस पूरे मामले का वीडियो वायरल होने के बाद बवाल और तेज हो गया.
क्या हुआ था घटनास्थल पर?
एफआईआर नंबर 99/25 (दिनांक 23/06/2025, थाना मनाली) के अनुसार, शिकायतकर्ता प्रदीप (35) अपनी पत्नी दीपिका (28), बेटी जिया, भाई गोपाल, भाभी निशा, और रिश्तेदार जैनेंद्र (36) व आशा के साथ मनाली घूमने आए थे। ये लोग वशिष्ठ से लौटते वक्त शाम करीब 5 बजे मिशन रोड पहुंचे, जहां होटल बौद्ध के पास एक जीप रास्ता रोके खड़ी थी.
प्रदीप के अनुसार, जैसे ही उन्होंने स्कूटी को रोककर रास्ता साफ होने का इंतजार किया, एक स्थानीय युवक स्कूटी की चाबी मांगने लगा, ताकि उसे हटा सके. लेकिन बात बिगड़ गई और युवक ने चाबी वापस करते ही बहस शुरू कर दी. देखते ही देखते मामला हाथापाई में बदल गया.
महिला को बच्ची सहित गिराया
परिवार का आरोप है कि झगड़े के दौरान एक महिला को उसकी गोद में चार महीने की बच्ची सहित नीचे गिरा दिया गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें प्रदीप कहते दिखते हैं, मनाली पाकिस्तान से भी बदतर है. यहां कोई सुरक्षा नहीं है, कोई पर्यटक यहां न आए, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वे दो बार पुलिस के पास गए लेकिन शुरू में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल
प्रदीप की मानें तो उन्होंने पुलिस को बार-बार गुहार लगाई लेकिन शुरुआती तौर पर कोई सख्त एक्शन नहीं लिया गया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पर्यटकों को मनाली में सुरक्षित महसूस नहीं होता।
पर्यटन नगरी पर धब्बा या प्रशासन की लापरवाही?
यह घटना मनाली जैसे पर्यटन हब के लिए न केवल शर्मनाक है बल्कि आने वाले समय में राज्य की छवि पर भी असर डाल सकती है। इस मामले ने एक बार फिर यह बहस छेड़ दी है कि क्या देश के पर्यटन स्थलों पर बाहरी राज्यों से आए पर्यटक सुरक्षित हैं?