कोलकाता रेप केस: साइको है 'मैंगो', लड़कियों की तस्वीर मॉर्फ कर करता था शेयर; हर लड़की से कहता- तुई अमय बिये कोरबी?

कोलकाता की 24 वर्षीय छात्रा से रेप केस का आरोपी मनोजीत उर्फ 'मैंगो' सालों से कैंपस में आतंक फैला रहा था. पूर्व छात्राओं ने बताया कि वह यौन हिंसा, मॉर्फिंग और धमकियों के लिए बदनाम था. शिकायतें दी गईं, पर कार्रवाई नहीं हुई. अब यही खामोशी एक भयावह अपराध में बदल गई है.;

Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 29 Jun 2025 7:45 AM IST

कोलकाता के लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुए बलात्कार मामले ने शहर को झकझोर कर रख दिया है. इस जघन्य अपराध का मुख्य आरोपी, मनोजीत मिश्रा उर्फ 'मैंगो', लंबे समय से यौन हिंसा और मनोरोगी प्रवृत्तियों का परिचित चेहरा था. आरोप है कि उसने बुधवार को कॉलेज की छात्रा के साथ दुष्कर्म किया. हैरानी की बात यह है कि पीड़िता उन कई छात्राओं में से एक है जिन्हें मैंगो ने बार-बार एक ही लाइन में प्रपोज किया था– "तुई अमय बिये कोरबी?" यानी "क्या तुम मुझसे शादी करोगी?"

साल 2021 में तृणमूल छात्र परिषद से निकाले जाने के बावजूद, वह लगातार कॉलेज कैंपस में सक्रिय बना रहा. टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मनोजीत का इतिहास बेहद खौफनाक रहा है. वह लड़कियों की तस्वीरें मॉर्फ कर उन्हें सोशल मीडिया और दोस्तों के बीच शेयर करता था. इतना ही नहीं, वह महिलाओं के साथ अंतरंग पलों को फिल्मा कर शेयर करता था और अक्सर छात्राओं को बेइज्जत करने वाले वीडियो और मैसेज भेजता था. उसके खिलाफ छेड़छाड़, जबरन वसूली, मारपीट और उत्पीड़न की शिकायतें कई बार दर्ज कराई गईं, लेकिन कॉलेज प्रबंधन की निष्क्रियता ने उसके हौसले और बढ़ा दिए.

शिकायत के बाद भी कॉलेज ने नहीं लिया एक्शन

छात्राओं के बीच वह और उसका ग्रुप आतंक के रूप में जाना जाता था. कॉलेज की एक तीसरे वर्ष की छात्रा ने बताया, "हमने यौन उत्पीड़न की औपचारिक शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की. अधिकारी सब जानते थे, फिर भी वे चुप थे." कॉलेज कैंपस में उसका प्रभुत्व इतना था कि वह व्हाट्सएप ग्रुप्स को कंट्रोल करता, सूचना के प्रवाह पर नजर रखता और विरोध करने वालों को धमकाता.

कई लोग थे इस ग्रुप का हिस्सा

मनोजीत के साथ-साथ उसके कुछ साथी भी इस पूरे नेटवर्क का हिस्सा थे. एक छात्र ने बताया कि इससे जुड़े लोग खुलेआम कॉलेज में अश्लील चुटकुले, तस्वीरें और वीडियो शेयर करते थे. जो छात्र इसका विरोध करते, उन्हें चुप करा दिया जाता. खासकर लड़कियां खुद को असहाय और डरी हुई महसूस करती थीं. यही वजह रही कि उसके खिलाफ शिकायतों का कोई असर नहीं पड़ा.

आरजी कर मामले में प्रदर्शन करने वालों को भी दी थी धमकी

पिछले साल जब कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार-हत्या की घटना के खिलाफ 'रिक्लेम द नाइट' नामक प्रदर्शन हुआ था, तब भी मनोजीत ने उसमें भाग लेने वाली छात्राओं को धमकाया और कई पर हमला भी किया. यही नहीं, इस मामले में पकड़े गए सह-आरोपी प्रोमित मुखर्जी उर्फ रिजु उसी आंदोलन में मृत्युदंड की मांग करने वाले छात्रों के साथ खड़ा दिखाई दिया था, जो अब खुद एक आरोपी बन चुका है.

जुनैद को लेकर पड़ोसी भी हैरान

तीसरा आरोपी जुनैद, हावड़ा का रहने वाला है, जिसके घर पर ताला लटका मिला. पड़ोसियों को इस बात पर यकीन ही नहीं हुआ कि जुनैद जैसे शांत दिखने वाले युवक का नाम इस कांड से जुड़ सकता है. पड़ोसी अब्बास शेख ने कहा, "हमें यकीन नहीं हो रहा कि जुनैद इस मामले में शामिल हो सकता है. बहुत ही दुखद है." इस पूरे मामले ने न सिर्फ कॉलेज प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि समाज में युवाओं के बीच पनपते लैंगिक अपराधों और मनोवैज्ञानिक विकृतियों पर भी गंभीर बहस छेड़ दी है.

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