Begin typing your search...

कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस: TMC सांसद ने अपनी ही पार्टी को घेरा, BJP ने CM से मांगा इस्तीफा; कांग्रेस-लेफ्ट ने भी बोला हमला

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा से गैंगरेप की घटना ने पूरे पश्चिम बंगाल में राजनीतिक भूचाल ला दिया है. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और SIT जांच जारी है. बीजेपी, कांग्रेस और CPI(M) ने ममता सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने भी अपनी ही पार्टी की प्रतिक्रिया से असहमति जताई है.

कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस: TMC सांसद ने अपनी ही पार्टी को घेरा, BJP ने CM से मांगा इस्तीफा; कांग्रेस-लेफ्ट ने भी बोला हमला
X
( Image Source:  ANI )

South Calcutta Law College Gangrape Case: कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ हुए कथित गैंगरेप के बाद पूरे पश्चिम बंगाल में सियासी तूफान मच गया है. एक ओर जहां पुलिस ने कॉलेज के सुरक्षा गार्ड समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग कर दी है. इसके अलावा, टीमएसी सांसद ने अपनी ही पार्टी के बयान से खुद को अलग करते हुए निशाना साधा.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, 25 जून को कॉलेज परिसर के अंदर एक छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात सामने आई. पुलिस ने 24 घंटे के भीतर तीन पूर्व छात्र- मोनोजित मिश्रा (31), जैब अहमद (19) और प्रमीत मुखोपाध्याय (20, को गिरफ्तार किया. शनिवार को कॉलेज के गार्ड पिनाकी बनर्जी (55) को भी हिरासत में लिया गया. आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. -

विपक्षी दलों ने ममता सरकार की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

घटना के बाद विपक्षी दलों ने ममता सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए. बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने इसे 'राज्य प्रायोजित बलात्कार' करार दिया. उन्होंने दावा किया कि मुख्य आरोपी टीएमसी छात्र इकाई का पदाधिकारी रहा है. वहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, मीनाक्षी लेखी और सांसद बिप्लब देब व मनन मिश्रा शामिल हैं.

कांग्रेस और वामपंथी दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है. सीपीआई (एम) की नेता बृंदा करात ने टीएमसी पर बलात्कारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में 'रेप कल्चर' पनप रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी को कॉलेज प्रशासन ने नौकरी दी थी.

टीएमसी के अंदर भी फूट

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने पार्टी के आधिकारिक बयान से असहमति जताते हुए पूछा कि क्या पार्टी अप्रत्यक्ष रूप से अपराधियों को बचाने वाले नेताओं का समर्थन कर रही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "अगर आप मेरी बातों का मर्म समझना चाहते हैं, तो नैतिक और बौद्धिक स्तर की ज़रूरत है, जो दुर्भाग्य से गायब है." बनर्जी ने कहा, "सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि कुछ ऐसे नेता, जो 2011 के बाद उभरे, खुद ऐसे अपराधों में सवालों के घेरे में हैं. मैं खुद को उन सभी लोगों से अलग करता हूं, जो इन अपराधियों को बढ़ावा दे रहे हैं या उन्हें बचा रहे हैं."

प्रदर्शन और गिरफ्तारी

बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर प्रदर्शन किए. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने गड़ियाहाट क्रॉसिंग पर प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया. कांग्रेस ने दुर्गापुर में धरना दिया. विपक्ष ने ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है.

एनसीडब्ल्यू की कार्रवाई

राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है और समयबद्ध जांच, पीड़िता को चिकित्सा, मानसिक और कानूनी सहायता देने तथा उचित मुआवजे की मांग की है.

India NewsPoliticsTMCममता बनर्जी
अगला लेख