I Love Muhammad को लेकर गुजरात में बवाल, भीड़ ने गोधरा और जूनीगढ़ी थाने में की तोड़फोड़; पुलिस ने किया लाठीचार्ज
गोधरा और वडोदरा के जूनीगढ़ी में सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हिंसक स्थिति उत्पन्न हुई. स्थानीय समुदाय के लोग पुलिस थानों पर जमकर हंगामा करने लगे. पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. गोधरा में विवादित पोस्ट के चलते अल्पसंख्यक समुदाय के लोग थाने पहुंचे, वहीं जूनीगढ़ी में दो समुदायों के बीच टेंशन बढ़ा. पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ाई और धार्मिक नेताओं की मदद से शांति कायम की.;
गुजरात के गोधरा और वडोदरा के जूनीगढ़ी इलाके में देर रात माहौल अचानक बिगड़ गया. दोनों शहरों में विशेष समुदाय के लोग सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक विवादित पोस्ट को लेकर पुलिस थानों पर टूट पड़े. थानों में तोड़फोड़ और सड़क पर नारेबाजी हुई. हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा.
फिलहाल दोनों शहरों में स्थिति सामान्य है, लेकिन तनाव अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ धार्मिक नेताओं और सामाजिक संगठनों से भी शांति बनाए रखने की अपील की गई है. पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली भड़काऊ पोस्ट को तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी है.
गोधरा पुलिस स्टेशन में क्यों हुआ हमला?
बताया जा रहा है कि कानपुर से मुहम्मद वाला जो हैशटेग वायरल हुआ उसी हैशटेग के साथ गोधरा मैं पिछले कुछ दिनों से वीडियो वायरल किए जा रहे थे. गोधरा सिटी बी डिवीजन थाना ने सोशल मीडिया पर लगातार भड़काऊ पोस्ट डालने वाले एक इन्फ्लुएंसर को थाने बुलाया था. नवरात्रि पर्व से पहले तनाव न फैले, इस वजह से पुलिस सिर्फ समझाने के लिए उसे लाई थी. लेकिन इलाके में अफवाह फैल गई कि पुलिस युवक को धमका रही है और उसके खिलाफ गलत कार्रवाई की जा रही है. वो खबर सोशल मीडिया ऐसी वायरल की गई कि आधे घंटे में बड़ी भीड़ थाने पर उमड़ी और तोड़फोड़ मचाई.
अफवाह से बढ़ा तनाव, थाने में तोड़फोड़
जैसे ही यह खबर फैली, थाने के बाहर बड़ी संख्या में भीड़ जुट गई. देखते ही देखते लोग थाने के भीतर घुस गए और जमकर तोड़फोड़ की. फर्नीचर, खिड़कियां और पुलिस के वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया. इस दौरान पुलिसकर्मियों पर पथराव हुआ और कई जवान घायल हो गए. स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो गई तो पुलिस ने पहले भीड़ को चेतावनी दी. जब लोग नहीं माने तो लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बावजूद भीड़ उग्र रही, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. कई घंटों की मशक्कत के बाद भीड़ को हटाया गया. अब इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है.
वडोदरा के जूनीगढ़ी में भी तनाव
गोधरा की तरह वडोदरा के जूनीगढ़ी इलाके में भी सोशल मीडिया पोस्ट ने बवाल खड़ा कर दिया. यहां समुदाय विशेष के लोग थाने पहुंचे और आरोपी पर कार्रवाई की मांग करने लगे. धीरे-धीरे नारेबाजी बढ़ी और सड़क जाम हो गई. पथराव की घटनाएं भी हुईं, जिससे पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हुए. स्थिति गंभीर होती देख वडोदरा शहर पुलिस की एडिशनल कमिश्नर डॉ. लीना पाटिल मौके पर पहुंचीं. उन्होंने लोगों से संवाद किया और माहौल शांत करने का प्रयास किया. पुलिस अफसरों ने आश्वासन दिया कि विवादित पोस्ट डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
धर्मगुरुओं की पहल से हालात काबू में
जूनीगढ़ी में भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को मुस्लिम धर्मगुरुओं की मदद लेनी पड़ी. धर्मगुरुओं की अपील और पुलिस की सार्वजनिक घोषणाओं के बाद धीरे-धीरे भीड़ थाने के बाहर से हट गई. सड़क खाली होने के बाद पुलिस ने बैरिकेड लगाकर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी.
जांच और FIR की तैयारी
गोधरा और वडोदरा, दोनों जगहों पर पुलिस ने घटना की वीडियोग्राफी करवाई है. जिन लोगों ने थाने में तोड़फोड़ और पथराव किया, उनकी पहचान की जा रही है. पुलिस ने साफ किया है कि अफवाह फैलाने और हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. कई अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी चल रही है. घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. विपक्ष ने राज्य सरकार से पूछा है कि आखिर सोशल मीडिया मॉनिटरिंग में चूक कैसे हुई. वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.