'मैं सनातनी लड़की होकर कहती हूं I Love Prophet Muhammad, जिसको FIR करना है कर दो'; UP के कानपुर में क्यों हो रहा ये बवाल?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद मिलादुन्नबी समारोह के दौरान 'I Love Prophet Muhammad' के बैनर लगने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 24 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिससे मुस्लिम समुदाय और धर्मगुरुओं में नाराजगी फैल गई. आल इंडिया उलमा एंड माशाइक बोर्ड के अध्यक्ष हजरत सैयद मोहम्मद अशरफ किशौछवी ने पुलिस की कार्रवाई की कड़ी निंदा की और कहा कि प्रेम जताना अपराध नहीं हो सकता.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद मिलादुन्नबी समारोह के दौरान 'I Love Muhammad' लिखे बैनर लगाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. पुलिस ने इस मामले में पांच नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इस कार्रवाई के खिलाफ मुस्लिम समुदाय और धार्मिक नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, उन्हें इसे संवैधानिक अधिकारों पर हमला बताया. इस मामले ने धार्मिक स्वतंत्रता और संविधान की रक्षा को लेकर गहरी बहस को जन्म दिया है. समुदाय के नेताओं का कहना है कि बैनर केवल उनके धार्मिक विश्वास और प्रेम की अभिव्यक्ति हैं, जिसे अपराध के रूप में देखना नाजायज़ है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर I Love Muhammad को लेकर बवाल मचा हुआ है और ज्यादातर मुसलमान बैनर शेयर कर रहे हैं. इस बीच एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
वायरल हुआ वीडियो
इस विवाद के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक लड़की कहती हैं कि 'मैं एक सनातनी लड़की होकर बोल रही हूँ, I love Prophet Muhammad. किसी को केस करना है तो जाकर कर दें. इसमें अपराध क्या है? ये एक धर्मनिरपेक्ष देश है. हर कोई जानता है कि Prophet Muhammad मुसलमानों की उन्नति हैं.'
लड़की ने आगे कहा कि 'जिस तरह हिंदू के जुलूस में 'जय श्री राम' बोलना अपराध नहीं है, उसी तरह 'I Love Prophet Muhammad' बोलना भी किसी तरह से अपराध नहीं है. मैं एक सनातनी हिंदू लड़की होकर कह रही हूं, इसमें अपराध क्या है कि FIR हो रही है. जब हिंदुओं का जुलूस निकलता है तो क्या किसी मुसलमान ने रोका है? उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमान अपने धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं और इसमें गलत क्या है. 'हम जहां तक जानते हैं, कोई भी मुसलमान Prophet Muhammad से ज्यादा किसी को नहीं मानते। आपने मां से भी ज्यादा उनका आदर किया होता है.'
I Love Muhammad पर क्या बोले यूजर्स?
इंडिया गठबंधन ने लिखा कि, 'मोहब्बत बांटना जुर्म कैसे हो सकता है ? आइये हम सब एकजुट हो कर मोहब्बत फैलाएं. हिंदू मुस्लिम एकता का सभी साथी सुबूत दें.' Team Rising Falcon नाम के एक यूजर ने लिखा कि, अगर नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से मोहब्बत का इजहार करना जुर्म है तो यह जुर्म हम हर रोज करेंगे. 𝕄𝕕.𝔸𝕫𝕒𝕞 नाम के एक यूजर ने लिखा कि, love Muhammad, क्योंकि उन्होंने नफ़रत के दौर में मोहब्बत सिखाई, अंधेरे में रोशनी दी, औरत को इज़्ज़त दी, ग़रीब को हक़ दिया, जिन्हें इस नाम से तकलीफ़ है, वो नफ़रत में अंधे हैं.
I Love Muhammad पर क्यों हो रहा बवाल?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में “I Love Muhammad” का बोर्ड लगाने वाले 25 मुस्लिम युवकों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बरेली स्थित दरगाह आला हजरत ने कड़ी आपत्ति जताई है. जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान विवाद के चलते बोर्ड को हटाने की मांग उठी थी. जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान ने इसे भारतीय संविधान के मूल अधिकारों का उल्लंघन बताया. उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति और धर्म के पालन की स्वतंत्रता संविधान द्वारा सुरक्षित हैं (अनुच्छेद 19, 25, 21) और युवकों पर दर्ज मुकदमे तुरंत वापस लिए जाएं. उन्होंने मेनका गांधी बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के मामले का हवाला देते हुए धार्मिक प्रेम प्रकट करने पर रोक लगाने का विरोध किया.