'लेफ्ट करता है विकीपीडिया को कंट्रोल', दिल्ली हाईकोर्ट के बाद एलन मस्क ने भी उठाए सवाल

एलन मस्क ने शुक्रवार कहा कि विकीपीडिया को दान देना बंद कर देना चाहिए. इस पर वामपंथियों का कब्जा हो गया है. उन्होंने पाइरेट वायर्स की एक रिपोर्ट के जवाब में विकिपीडिया को लेकर बयान दिया है. विकीपीडिया पर आरोप है कि कुछ संपादकों ने भारत के मणिपुर में स्थिति को प्रभावित करने के लिए आगे के अपडेट को रोकने के लिए पेजों को लॉक कर दिया है. फिर एकतरफा कहानियां बताई जा रही हैं.;

( Image Source:  Credit- ANI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 26 Oct 2024 4:19 PM IST

Elon Musk On Wikipedia: दिल्ली हाईकोर्ट ने शु्क्रवार को विकीपीडिया को लेकर बयान जारी किया था. कोर्ट ने कहा था कि इसे कोई भी एडिट कर सकता है जो कि खतरनाक है. इस बीच टेस्ला के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने भी विकीपीडिया को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

एलन मस्क ने शुक्रवार (25 अक्टूबर) कहा कि विकीपीडिया को दान देना बंद कर देना चाहिए. इस पर वामपंथियों का कब्जा हो गया है. उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

वीकीपीडिया मत करो दान-एलन मस्क

एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि विकीपीडिया पर फार-लेफ्ट एक्टिविस्ट्स का कंट्रोल है. लोगों को इसे डोनेशन देना बंद करना चाहिए. वह अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने पाइरेट वायर्स की एक रिपोर्ट के जवाब में विकीपीडिया को लेकर बयान दिया है.

विकीपीडिया को लेकर बड़ा खुलासा

पाइरेट वायर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 40 प्रो-हमास विकीपीडिया संपादकों ने एक समन्वित अभियान के तहत इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध पर विद्वेषपूर्ण विचारों को सकारात्मक रूप से दिखाया है. यह गतिविधि 7 अक्टूबर के हमले के बाद तेज हुई है. रिपोर्ट में दावा किया गया कि ऐसे संपादक पिछले कुछ सालों से इजरायल को बदनाम करने के लिए विकीपीडिया पर अपलोड कंटेंट को एडिट कर रहे हैं.

विकीपीडिया पर लगे ये आरोप

पिछले कुछ दिनों से विकीपीडिया को लेकर चर्चा तेज हो गई है. आरोप है कि कुछ संपादकों ने भारत के मणिपुर में स्थिति को प्रभावित करने के लिए आगे के अपडेट को रोकने के लिए पेजों को लॉक कर दिया है. फिर एकतरफा कहानियां बताई जा रही हैं.दक्षिण एशियाई समाचार एजेंसी ANI ने विकीपीडिया पर उसकी इमेज खराब करने का आरोप लगाया था.

इसके बदले में ANI विकीपीडिया पर 2 करोड़ रुपये का मानहानि का केस किया. एएनआई ने यह भी आरोप लगाया कि संपादन में शामिल तीन विकीपीडिया उपयोगकर्ता अज्ञात हैं, जिसके कारण दिल्ली उच्च न्यायालय ने अवमानना ​​नोटिस जारी किया.

विकीपीडिया पर हाईकोर्ट की टिप्पणी

इस मामले को लेकर शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने विकीपीडिया के ओपन-एडिट प्लेटफॉर्म मॉडल पर चिंता जताई. कोर्ट ने कहा कि इसे सार्वजनिक संपादन पहुंचने के कारण यह बहुत खतरनाक है.


Similar News