‘ED–CBI BJP के हथियार, एक भी केस पार्टी पर नहीं’, देश का आर्थिक मॉडल डेड एंड पर : जर्मनी से मोदी सरकार पर राहुल का वार

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जर्मनी के बर्लिन में एक कार्यक्रम के दौरान मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ED और CBI जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों को BJP ने राजनीतिक हथियार बना दिया है और पार्टी के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं है, जबकि विपक्षी नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. राहुल गांधी ने दावा किया कि भारत के संस्थागत ढांचे पर कब्ज़ा हो चुका है और लोकतंत्र पर सीधा हमला हो रहा है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 23 Dec 2025 9:16 AM IST

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है. इस बार मंच था जर्मनी की राजधानी बर्लिन और मौका था प्रतिष्ठित Hertie School में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम का. यहां राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भारत की संस्थागत व्यवस्था पर “पूरी तरह हमला” हो रहा है और ED व CBI जैसी एजेंसियों को राजनीतिक हथियार बना दिया गया है.

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राहुल गांधी ने साफ शब्दों में कहा कि देश की जांच एजेंसियां अब स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रहीं, बल्कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर विपक्ष को निशाना बना रही हैं. “ED और CBI के पास BJP के खिलाफ एक भी मामला नहीं है, जबकि ज्यादातर राजनीतिक केस उन्हीं लोगों पर हैं जो सरकार का विरोध करते हैं,” उन्होंने यह दावा करते हुए कहा कि यह महज़ संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित रणनीति है.

‘संस्थागत ढांचे पर कब्ज़ा हो चुका है’

राहुल गांधी ने कहा कि भारत में सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं चल रही, बल्कि देश की संवैधानिक और संस्थागत आत्मा पर हमला हो रहा है. “हमारे देश के संस्थागत ढांचे पर होलसेल कैप्चर हो चुका है. यह एक फुल-स्केल असॉल्ट है,” उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियां, जांच संस्थान और अन्य संवैधानिक निकाय अब निष्पक्षता खो चुके हैं. उनका आरोप था कि अगर कोई कारोबारी कांग्रेस का समर्थन करता है, तो उसे धमकाया जाता है, जांच एजेंसियां पीछे लगा दी जाती हैं और डर का माहौल बनाया जाता है. राहुल गांधी के मुताबिक, “आज भारत के संस्थान वैसे काम नहीं कर रहे, जैसे उन्हें करना चाहिए.”

‘कांग्रेस ने संस्थान बनाए, BJP उन्हें अपनी संपत्ति समझती है’

राहुल गांधी ने कांग्रेस और BJP की सोच में फर्क बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश के संस्थानों को राष्ट्रीय संपत्ति माना, कभी उन्हें पार्टी की जागीर नहीं समझा. “हमने इन संस्थानों को देश के लिए बनाया, अपने लिए नहीं,” उन्होंने कहा. इसके उलट राहुल गांधी का आरोप है कि BJP इन संस्थाओं को अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने के औज़ार के रूप में देखती है. “वे संस्थागत ढांचे को अपने नियंत्रण में लेकर राजनीतिक शक्ति बनाने का साधन मानते हैं.”

‘लोकतंत्र पर हमला, लेकिन विपक्ष झुकेगा नहीं’

राहुल गांधी ने दावा किया कि भारत में लोकतंत्र गंभीर खतरे में है, लेकिन विपक्ष पीछे हटने वाला नहीं है. उन्होंने कहा, “हम BJP से नहीं लड़ रहे, हम भारतीय संस्थागत ढांचे पर उनके कब्ज़े से लड़ रहे हैं.” उन्होंने भरोसा जताया कि विपक्ष एक ऐसा रेज़िस्टेंस सिस्टम खड़ा करेगा, जो अंततः सफल होगा. उनके मुताबिक यह लड़ाई सत्ता की नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने की है.

वोट चोरी का आरोप फिर दोहराया

राहुल गांधी ने एक बार फिर वोट चोरी और चुनावी धांधली का मुद्दा उठाया. उन्होंने दावा किया कि 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव BJP के पक्ष में “रिग” किए गए थे. राहुल गांधी ने कहा, “हमने तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में चुनाव जीते. लेकिन हरियाणा में हम बिना किसी शक के जीते थे, इसके बावजूद नतीजे बदले गए.” उन्होंने महाराष्ट्र चुनावों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस को नहीं लगता कि वहां चुनाव निष्पक्ष थे.

चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल

राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस के पास हरियाणा चुनाव जीतने के ठोस सबूत हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने चुनाव आयोग के सामने डुप्लिकेट वोटर एंट्री समेत कई अनियमितताओं के सवाल उठाए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. “हम मानते हैं कि भारत की चुनावी मशीनरी में एक बुनियादी समस्या है,” उन्होंने कहा.

मोदी मॉडल पर हमला: ‘आर्थिक विज़न डेड एंड पर’

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों पर भी सीधा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि BJP और RSS ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नीतियों को ही आगे बढ़ाया है, लेकिन कोई नया रास्ता नहीं दिखाया. उनका दावा है कि “मोदी सरकार का आर्थिक मॉडल अब डेड एंड पर पहुंच चुका है और परिणाम देने में असमर्थ है.”

‘दो विज़न की लड़ाई’

राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री मोदी को बड़ी संख्या में लोग समर्थन देते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि देश का एक बड़ा वर्ग उनकी विचारधारा से सहमत नहीं है. उन्होंने कहा, “यह भारत में दो विज़न की लड़ाई है. हमें लगता है कि BJP का विज़न असफल होगा.” राहुल गांधी के मुताबिक, मौजूदा विज़न से समाज में गहरे तनाव पैदा होंगे और भारतीयों को आपस में लड़ाया जाएगा. “हम इस विज़न से लड़ेंगे,” उन्होंने स्पष्ट किया.

जर्मनी दौरा और अंतरराष्ट्रीय संवाद

राहुल गांधी पिछले सप्ताह पांच दिन के जर्मनी दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने बर्लिन में भारतीय समुदाय से संवाद किया और जर्मनी के वाइस चांसलर लार्स क्लिंगबाइल तथा पूर्व चांसलर ओलाफ शोल्ज़ से भी मुलाकात की. उन्होंने BMW फैक्ट्री का दौरा कर भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर चर्चा की और देश में उत्पादन बढ़ाने की ज़रूरत पर जोर दिया.

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