थरूर पर फिदा भाजपा! अब पाकिस्तान को घेरेंगे शशि, मोदी सरकार ने दे दी यह बड़ी जिम्मेदारी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सात प्रमुख सांसदों को विभिन्न देशों में भेजने का फैसला लिया है. इन सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे भारत द्वारा जुटाए गए सबूतों को विदेशी सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सामने रखें और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को दुनिया तक पहुंचाएं.;
भारत-पाक संघर्ष पर दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर अपनी ही पार्टी के निशाने पर हैं, लेकिन इसी बीच उन्हें अमेरिका जाने वाले बहुपक्षीय सांसद प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सौंपा गया है. इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य है. सीमापार आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना और भारत का पक्ष वैश्विक मंचों पर मजबूती से रखना.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सात प्रमुख सांसदों को विभिन्न देशों में भेजने का फैसला लिया है. इन सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे भारत द्वारा जुटाए गए सबूतों को विदेशी सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सामने रखें और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को दुनिया तक पहुंचाएं.
इस पहल के तहत शशि थरूर की अगुवाई में अमेरिकी दौरा महत्वपहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सात प्रमुख सांसदों को विभिन्न देशों में भेजने का फैसला लिया है. इन सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे भारत द्वारा जुटाए गए सबूतों को विदेशी सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सामने रखें और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को दुनिया तक पहुंचाएं. पूर्ण माना जा रहा है, खासकर तब जब भारत की कोशिश है कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग किया जाए.
दुनिया को झकझोरने निकले 7 सांसद
ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं.
1) शशि थरूर, कांग्रेस
2) रविशंकर प्रसाद, भाजपा
3) संजय कुमार झा, जेडीयू
4) बैजयंत पांडा, भाजपा
5) कनिमोझी करुणानिधि, डीएमके
6) सुप्रिया सुले, एनसीपी
7) श्रीकांत एकनाथ शिंदे, शिवसेना
वहीं दूसरी ओर ऐसा माना जा रहा कि विपक्ष ने मोदी सरकार के सामने 4 नाम कांग्रेस की ओर से दिए लेकिन मोदी सरकार ने चारों में से किसी को चूस नहीं किया और सीधा शशि थरूर का नाम शामिल कर लिया जिसके बाद से कांग्रेस को यह बात हजम नहीं हो रही है और कांग्रेस के महाचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर सत्ता पक्ष को घेरने में किसी प्रकार से कमजोरी नहीं की है. ऐसे में कई सवाल उठते है कि आखिर मोदी सरकार शशि थरूर पर इतनी फिदा क्यों हैं तो वहीं बीते कुछ दिनों से दोनों कांग्रेस में शशि थरूर को लेकर कुछ ठीक नहीं चल रहा है.