'पहलगाम के गुनहगार हुए ढेर, फिर भी विपक्ष खुश नहीं' - ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में अमित शाह का करारा वार - 10 बातें
Amit Shah On Operation Sindoor: गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष को करारा जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कहा कि आतंकवाद, अनुच्छेद 370, नेहरू की गलतियों और केंद्र सरकार ने भारत की सुरक्षा नीति पर तीखे तेवर दिखाए हैं. पाकिस्तान को भी स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दे दी है.;
Amit Shah Operation Sindoor News: मानसून सत्र के दौरान मंगलवार (29 जुलाई) को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर भड़के. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बोलते हुए आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर, नेहरू की नीतियों से लेकर डेमोक्रेसी और भारत-पाक रिश्तों तक कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के शौर्य की भी तारीफ की. साथ ही कहा कि सेना ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया, जिसे उनकी कई पीढ़ियां रखेंगी. 10 प्वाइंट्स में उनकी बातें.
1. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार 29 जुलाई 2025 को संसद में ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा के दौरान सरकार का पक्ष रक्षा. अमित शाह ने कहा कि पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों की ओर से जो हमला किया गया, इसके जवाब में देश के प्रधानमंत्री ने जो दृढ़ इच्छा शक्ति का परिचय कराते हुए ऑपरेशन सिंदूर की इजाजत दी.
2. अमित शाह ने कहा कि धर्म पूछकर पहलगाम में लोगों को मारा गया, इसकी मैं घोर निंदा करता हूं. पीड़ित परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त करता हूं. ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान के ठिकाने तबाह किए गए. मैं पूरे देश को 'ऑपरेशन महादेव' की जानकारी देना चाहता हूं.
3. अमित शाह ने कहा कि 'ऑपरेशन महादेव' में सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिब्रान, तीन आतंकवादी सेना और सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए. सुलेमान लश्कर ए तैयबा का कमांडर था. पहलगाम हमले में और गगनगीर आतंकी हमले में सुलेमान शामिल था, इसके कई सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं. इसी के साथ ही अफगान लश्कर ए तैयबा का आतंकवादी था और जिब्रान भी आतंकवादी था.
4. गृहमंत्री ने आगे कहा कि मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं, जिन्होंने बैसरण घाटी में हमारे नागरिकों को मारा था, उनमें ये तीनों आतंकवादी शामिल थे और ये तीनों मारे गए. सेना के पैरा फोर सीआरपीएफ के जवान अभियान में शामिल थे और जम्मू कश्मीर पुलिस को सदन की ओर धन्यवाद देना चाहता हूं.
5. अमित शाह ने कहा हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ को जानकारी दे थी. हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हमला किया है. हमारे पास आत्मरक्षा का अधिकार है. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ''पाकिस्तान पूरी दुनिया में कहता है कि उसका आतंकियों से कोई कनेक्शन नहीं है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे दिन पाकिस्तान में आतंकियों का जनाजा निकला. इसमें पाकिस्तानी सेना और पुलिस के अधिकारी शामिल हुए. ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को एक्सपोज कर दिया.''
6. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हमारे पास फोन किया, तब हमने संघर्ष को विराम दिया. 30 अप्रैल को CCS की बैठक हुई थी, जिसमें सुरक्षाबलों को पूरी तरह से ऑपरेशन आजादी दी गई थी. ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू किया गया और 1:04 बजे से 1:24 बजे के बीच चलाया गया. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया. इस हमले में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक नहीं मारा गया.
7. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सोमवार को विपक्ष के सदस्य पूछ रहे थे कि पहलगाम हमले के दोषी कहां गए? अभी जो 10 नाम मैंने पढ़े हैं, इसमें से 8 वो थे, जिन्होंने चिदंबरम एंड कंपनी के समय आतंकी घटनाएं की. उन्हें नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में अब मारा गया है. आपके समय में जो छुप गए थे, उनको चुन-चुनकर हमारी सेना ने समाप्त कर दिया है.
8. अमित शाह ने ये भी कहा कि कल यहां ढेर सारे सवाल उठाए गए. कल रक्षा मंत्री जी ने बहुत बारीकी से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, जरूरत, प्रासंगिकता और इसके परिणाम सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता के सामने रखा, लेकिन इन्होंने (विपक्ष) ने फिर भी बहुत सवाल किए, अब सवाल किए हैं, तो मुझे जवाब भी देना पड़ेगा और उनको सुनना भी पड़ेगा.
9. अमित शाह ने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना एक साहसिक कदम था, जिससे आतंकवाद पर बड़ा प्रहार हुआ है उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू की नीतियों ने कश्मीर समस्या की नींव रखी. युद्ध रोककर यूएनओ में जाना भारत के लिए घातक साबित हुआ.
10. अमित शाह बोले “भारत अब आतंकवाद पर मूकदर्शक नहीं है, हम घर में घुसकर मारते हैं. शाह ने स्पष्ट किया, “भारत की शांति की नीति को कमजोरी न समझे कोई, उकसाने पर जवाब पहले से भी ज्यादा तीखा होगा.” उन्होंने हाल के सैन्य ऑपरेशनों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने आतंक के अड्डों को सर्जिकल स्ट्राइक से जवाब दिया है. शाह ने कहा कि पिछली सरकारें सिर्फ appeasement politics करती रहीं, हमने राष्ट्रवाद को प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र जरूरी है, लेकिन देश की अखंडता से कोई समझौता नहीं होगा. अमित शाह ने कहा कि अवैध घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. CAA-NRC को लेकर सरकार का रुख साफ है."