19 मिनट 34 सेकेंड के बाद इस नेता का अश्लील वीडियो Viral, खुले मैदान में धाकड़ जैसा कांड! फोरेंसिक रिपोर्ट में आई सच्चाई सामने
19 मिनट 34 सेकेंड वाले वायरल MMS ट्रेंड के बीच मध्यप्रदेश के अनूपपुर में एबीवीपी से जुड़े युवा नेता आयुष राय का कथित अश्लील वीडियो सामने आया, जिसे खुले मैदान में धाकड़ जैसा कांड बताकर फैलाया गया. वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ और धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले कैप्शन भी लगाए गए. आयुष ने इसे राजनीतिक साजिश और बदनाम करने की कोशिश बताया. फोरेंसिक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ—वीडियो 100% फेक निकला.;
सोशल मीडिया इन दिनों मानो अश्लील MMS कांडों का हब बन चुका है. हर सुबह एक नया वीडियो, हर रात एक नया विवाद... और इस तूफान के बीच 19 मिनट 34 सेकेंड वाला वीडियो तो जैसे ट्रेंड बन गया है. पहले काजल कुमारी, फिर बंगाल के सोफिक–दोस्तू सोनाली, उसके बाद असम की धुनु हर दिन किसी न किसी का MMS लीक होकर सोशल मीडिया पर धमाका कर रहा है.
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अब इसी कड़ी में मध्यप्रदेश से एक और बड़ा मामला सामने आया है, जिसने फिर से लोगों को चौंका दिया है. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा था कि ABVP से जुड़े एक युवा नेता का नया अश्लील वीडियो वायरल हुआ है. लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट ने पूरा खेल पलट दिया- वीडियो 100% फेक निकला.
19 मिनट 34 सेकेंड के वायरल ट्रेंड के बाद नया MMS कांड
देशभर में AI की मदद से बनाए जा रहे नकली अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर खुलेआम फैलाए जा रहे हैं. व्यूज और सनसनी के नाम पर अश्लीलता की बाढ़ आ गई है. लोग हर नए वीडियो को खोजने में जुट जाते हैं और बेगुनाह लोगों की जिंदगी पर इसका भयानक असर पड़ता है. इसी बवाल के बीच अब खबर आई कि मध्यप्रदेश के अनूपपुर में एक और नेता का अश्लील वीडियो वायरल हो गया है. दावा किया गया कि वीडियो ABVP से जुड़े एक युवा नेता का है. वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर शोर बढ़ गया.
20 अगस्त को वायरल हुआ था वीडियो, युवक ने की शिकायत
कोतमा के युवक आयुष राय ने अमरकंटक थाने में शिकायत दर्ज कराई. उनका आरोप था कि एक स्थानीय युवक ने अपने वेब पोर्टल और यूट्यूब चैनल पर उनका बताकर अश्लील वीडियो अपलोड किया, जिसमें उन्हें खुले में गलत हरकत करते दिखाया गया. इसी बीच कुछ फेसबुक यूज़र्स ने वीडियो को “श्रीराम के नाम गमछा बिछाकर अवैध कृत्य” जैसे भड़काऊ कैप्शन के साथ शेयर किया. इससे न सिर्फ उनकी छवि पर वार किया गया बल्कि धार्मिक भावनाएं भड़काने का भी प्रयास हुआ.
राजनीतिक दुश्मनी का खेल?- आयुष का दावा
आयुष ने पुलिस को बताया कि वह ABVP का जिला संयोजक है और कुछ लोग उनसे राजनीतिक दुश्मनी रखते हैं. उनके मुताबिक “फोन पर चेतावनी देने के बावजूद विरोधियों ने वीडियो अपलोड किया. ऐसे फर्जी वीडियो मानसिक रूप से तोड़ देते हैं, कई लोग तो शर्म और बदनामी से खुदकुशी तक कर लेते हैं.”
फोरेंसिक रिपोर्ट ने खोला सच - वीडियो 100% फेक
फोरेंसिक जांच में बड़ा खुलासा हुआ- वीडियो एडवांस AI टूल्स और एडिटिंग से बनाया गया था. जांच में पाया गया- चेहरे की संरचना मैच नहीं. ऑडियो वेवफॉर्म अलग, फ्रेम पैटर्न एडिटेड, डीपफेक, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ IT एक्ट और मानहानि की धाराओं में केस दर्ज किया है.
इससे पहले भी मचा था हंगामा-धाकड़ का वीडियो
करीब 6 महीने पहले मंदसौर में BJP नेता मनोहरलाल धाकड़ का कथित अश्लील वीडियो वायरल हुआ था. हाईवे पर सीसीटीवी फुटेज बताकर फैलाए गए उस वीडियो की भी जमकर चर्चा हुई थी. विवाद थमा भी नहीं था कि नया मामला सामने आते ही राजनीति फिर गरमा गई है.
इंडियन साइबर अकादमी ने भी अपनी रिपोर्ट में आयुष राय का वीडियो डीपफेक घोषित कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक- वीडियो में चेहरे के एंगल बदले गए, आवाज के साथ छेड़छाड़ की गई. शरीर और चेहरा दो अलग स्रोतों से जोड़े गए. आयुष राय वर्तमान में इंदिरा गांधी जनजाति विश्वविद्यालय में पत्रकारिता के छात्र हैं. उनका कहना है कि 15 अगस्त को एक छात्र समूह से हुए विवाद के बाद विरोधियों ने उन्हें बदनाम करने की साजिश रची. 21 सितंबर को दो लोगों ने वीडियो फिर से अपलोड किया, जिसके बाद आयुष ने अब उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है.