कर्नल सोफिया के बाद अब विंग कमांडर व्योमिका सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी, सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा...
गुरुवार को मुरादाबाद में एक सभा के दौरान सपा नेता रामगोपाल यादव ने व्योमिका सिंह को लेकर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और दावा किया कि भाजपा ने उन्हें राजपूत समझकर बचा लिया, जबकि मुसलमान होने के कारण कर्नल सोफिया कुरैशी को निशाना बनाया गया.;
पाकिस्तान के खिलाफ भारत का ऑपरेशन सिंदूर तो थम गया है लेकिन नेताओं के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे. पहले मध्यप्रदेश में बीजेपी के मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर अनर्गल बयानबाजी की और अब विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर सपा नेता रामगोपाल यादव ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है. रामगोपाल यादव ने व्योमिका सिंह के खिलाफ जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया है जिसके बाद बवाल मचना तय है.
गुरुवार को मुरादाबाद में एक सभा के दौरान उन्होंने व्योमिका सिंह को लेकर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और दावा किया कि भाजपा ने उन्हें राजपूत समझकर बचा लिया, जबकि मुसलमान होने के कारण कर्नल सोफिया कुरैशी को निशाना बनाया गया.
रामगोपाल ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में जिन तीन अधिकारियों की भूमिका रही, कर्नल सोफिया कुरैशी (मुस्लिम), विंग कमांडर व्योमिका सिंह (जाटव) और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती (यादव), वे सभी PDA यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग से हैं. ये पूरा युद्ध PDA ने लड़ा, भाजपा ने क्या किया जो वह इसका श्रेय लेने के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रही है?”
''क्या भाजपा नेताओं के बच्चे बॉर्डर पर लड़ने गए थे?''
उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध के दौरान भारत ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन भाजपा केवल सियासी फायदा उठाने में लगी है. रामगोपाल ने सवाल उठाया, “क्या भाजपा नेता या उनके बच्चे बॉर्डर पर लड़ने गए थे? अगर नहीं, तो फिर सिर्फ वही श्रेय क्यों ले रही है?”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी को अपमानित किया, जिस पर अदालत को खुद एफआईआर के आदेश देने पड़े. रामगोपाल ने कहा, “जब देश की सेना लड़ रही थी, तब भाजपा चुनाव की तैयारी में लगी थी. सेना की जीत पूरे देश की है, किसी एक पार्टी की नहीं.”
एमपी के मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर की थी विवादित टिप्पणी
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद उन्हें तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. मामला इतना बढ़ा कि हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया. हालांकि बढ़ते विवाद को देखते हुए विजय शाह ने माफी मांग ली थी, लेकिन तब तक उनकी टिप्पणी का व्यापक विरोध हो चुका था. यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी मंत्री महोदय को उनके बयान लेकर फटकार लगाई. इस विवाद ने ना सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल मचाई, बल्कि सेना के प्रति सम्मान को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए.