कुत्ते के मुंह में कटा हुआ हाथ, कई किलोमीटर दूर बरामद हुआ सिर... कनार्टक में महिला की हत्या की रूह कंपा देने वाली वारदात

कर्नाटक के तुमकुरु ज़िले में 42 वर्षीय महिला लक्ष्मीदेवम्मा का कटा सिर और शव के टुकड़े 10 अलग-अलग स्थानों से बरामद हुए. 7 अगस्त को एक कुत्ते के मुंह में इंसानी हाथ मिलने से मामला सामने आया. पुलिस ने टैटू से पहचान की. महिला 3 अगस्त से लापता थी. हत्या के बाद शरीर के हिस्सों को अलग-अलग जगह फेंका गया ताकि पहचान मुश्किल हो. हत्यारे और हत्या का कारण अभी अज्ञात है. मामला श्रद्धा वालकर केस जैसा भयावह है.;

( Image Source:  Perplexity )
Edited By :  प्रवीण सिंह
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कर्नाटक के तुमकुरु ज़िले के कोरतगेरे तालुक में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है. 7 अगस्त की सुबह, चिम्पुगनहल्ली गांव में स्थानीय लोग तब भयभीत हो उठे जब उन्होंने एक कुत्ते को सड़क पर इंसानी हाथ खींचते हुए देखा. यह दृश्य किसी भयावह फिल्म से कम नहीं था. थोड़ी ही दूरी पर एक और हाथ प्लास्टिक में लिपटा मिला. शुरुआत में किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह मामला इतना वीभत्स और रहस्यमय साबित होगा.

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस ने महिला के शरीर के अलग-अलग हिस्से 10 अलग-अलग जगहों से बरामद किए - जिनमें पेट, आंतें, पैर और सिर भी शामिल थे. शव के टुकड़ों को कई किलोमीटर के दायरे में बिखेरकर रखा गया था, जिससे पहचान करना मुश्किल हो. यह घटना 2022 के चर्चित श्रद्धा वालकर केस की याद दिलाती है, जहां शव को टुकड़ों में काटकर फेंका गया था.

कुत्ते के मुंह में इंसानी हाथ

7 अगस्त की सुबह, कर्नाटक के तुमकुरु ज़िले के कोरतगेरे तालुक के चिम्पुगनहल्ली गांव में एक कुत्ता सड़क पर इंसानी हाथ खींचकर ला रहा था. स्थानीय लोग डर के मारे इकट्ठा हो गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी. थोड़ी ही दूरी पर एक और हाथ प्लास्टिक में लिपटा मिला, जिससे साफ हो गया कि मामला साधारण नहीं है. जांच शुरू होते ही पुलिस को हैरान कर देने वाले सबूत मिले. शरीर के हिस्से 10 अलग-अलग स्थानों पर बिखरे थे. लिंगपुरा रोड ब्रिज के पास आंतें, बेन्दोने नर्सरी के पास पेट और अन्य अंग, जबकि जोनिगराहल्ली में पैर और खून से सना बैग मिला. सिद्धाराबेट्टा-नेगलाल रोड पर दो बैगों में शरीर के अन्य हिस्से रखे थे.

सिर की बरामदगी

कई घंटों की तलाश के बाद 9 अगस्त की दोपहर, सिद्धाराबेट्टा के पास पीड़िता का सिर बरामद किया गया. पुलिस का मानना है कि शरीर के हिस्सों को दूर-दूर फैला कर रखा गया ताकि पहचान मुश्किल हो जाए. पुलिस ने हाथों पर बने टैटू और चेहरे की बनावट के आधार पर मृतका की पहचान 42 वर्षीय लक्ष्मीदेवम्मा के रूप में की, जो बेल्लवी गांव, तुमकुरु तालुक की रहने वाली थीं.

लापता होने की कहानी

लक्ष्मीदेवम्मा 3 अगस्त को उर्दीगेर अपनी बेटी से मिलने गई थीं. अगले दिन घर न लौटने पर उनके पति बसवराजु ने बेल्लवी पुलिस थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. अब माना जा रहा है कि उनकी हत्या लगभग दो दिन पहले हुई थी. यह वीभत्स हत्या 2022 के श्रद्धा वालकर केस की याद दिलाती है, जिसमें शव को टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगह फेंका गया था.

पुलिस की जांच और रहस्य

पुलिस अब हत्यारों की पहचान और हत्या के कारण का पता लगाने में जुटी है. अभी तक कोई स्पष्ट सुराग नहीं मिला है, लेकिन शक है कि शव को इस तरह फैलाना एक सुनियोजित प्रयास था ताकि पहचान और जांच दोनों में बाधा आए.

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