नागपुर हिंसा में घायल व्यक्ति इरफान की मौत, फडणवीस बोले- दंगाइयों से करेंगे भरपाई नहीं तो चलेगा बुलडोजर

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में नागपुर हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का एलान किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि दंगों के दौरान हुए नुकसान की भरपाई आरोपियों से की जाएगी. यदि वे भुगतान नहीं करते, तो उनकी संपत्ति जब्त कर बेची जाएगी और जरूरत पड़ने पर बुलडोजर का भी इस्तेमाल होगा.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
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नागपुर में 17 मार्च को हुई हिंसा में घायल एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई है. मृतक की पहचान इरफान अंसारी के रूप में हुई, जिसका नागपुर के मेयो अस्पताल में इलाज चल रहा था. इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है और अब तक 105 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है, जिनमें 10 नाबालिगों समेत 14 नई गिरफ्तारियां शामिल हैं.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में नागपुर हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का एलान किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि दंगों के दौरान हुए नुकसान की भरपाई आरोपियों से की जाएगी. यदि वे भुगतान नहीं करते, तो उनकी संपत्ति जब्त कर बेची जाएगी और जरूरत पड़ने पर बुलडोजर का भी इस्तेमाल होगा.

कैसे भड़की थी हिंसा?

हिंसा की शुरुआत विश्व हिंदू परिषद (VHP) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई अफवाहों से हुई. कहा गया कि प्रदर्शन के दौरान औरंगजेब की कब्र पर रखी पवित्र शिलालेखों वाली चादर जला दी गई थी. इस खबर के फैलते ही नागपुर में पथराव और आगजनी की घटनाएँ शुरू हो गईं, जिससे शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर हो गई.

पुलिस की कड़ी कार्रवाई

नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई गई है. जल्द ही कर्फ्यू हटाने को लेकर फैसला लिया जाएगा. इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें तीन डीसीपी रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं.

मुख्य आरोपी पर देशद्रोह का मामला दर्ज

पुलिस अब इस हिंसा के पीछे मुख्य उकसाने वालों की पहचान कर रही है। फहीम खान नाम के व्यक्ति पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. डीसीपी (साइबर) लोहित मतानी ने बताया कि खान पर नव लागू भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 के तहत आरोप लगे हैं, जो भारत की संप्रभुता को खतरे में डालने वाले कृत्यों और सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने से संबंधित है. फहीम खान पर आरोप है कि उसने हिंसा से जुड़े वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर शेयर किए, जिससे उपद्रव भड़का. पुलिस ने उसके डिजिटल उपकरण जब्त कर लिए हैं और मामले की जांच जारी है.

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