'साइको गर्ल' से लेकर 'काला जादू करने वाली चुड़ैल', बॉलीवुड जर्नी से ज्यादा चर्चित रहे Kangana Ranaut के विवाद

कंगना रनौत का शिवसेना नेता संजय राउत के साथ विवाद सबसे चर्चित रहा. जब कंगना ने दिवगंत सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या और हत्या वाले एंगल में खुद को मुंबई में असुरक्षित बताते हुए कहा था कि मुंबई 'पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर' जैसी लगने लगी है. इस बयान के बाद, शिवसेना और कंगना के बीच तीखी नोक-झोंक शुरू हो गई.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 23 March 2025 8:36 AM IST

बॉलीवुड स्टार कंगना रनौत बॉलीवुड की एक जानी-मानी स्टार हैं, जिनका नाता विवादों से भी खूब रहा बावजूद इसके उनकी जर्नी बनने की इंस्पायरिंग रही हैं. कंगना का जन्म 23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के भांबला गांव में हुआ था. वे एक साधारण परिवार से थीं और शुरुआत में उनका बॉलीवुड में कोई कॉन्टैक्ट नहीं था. लेकिन किसी फिल्मी बैकग्राउंड से न आने के बाद और इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर न होने के बाद भी उन्होंने ठान लिया था वह एक दिन हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी स्टार बनेंगी. हालांकि कंगना का सफर स्ट्रगलिंग और हार्ड वर्क से भरा हुआ रहा, और उन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे.

कंगना ने अपना करियर 2006 में फिल्म 'गैंगस्टर' से शुरू किया था, जिसमें उनकी दमदार एक्टिंग को बहुत सराहा गया. इस फिल्म में कंगना ने एक इमोशनली और जटिल किरदार निभाया, जो दर्शकों को बहुत पसंद आया. इस फिल्म के लिए कंगना को कई अवार्ड भी मिले. अनुराग बासु निर्देशित 'गैंगस्टर' के लिए कंगना फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस मिला था. इसके बाद 'क्वीन' स्टार ने एक के बाद एक कई फिल्मों में काम किया. 2007 में उन्होंने 'शेखर सुमन' की फिल्म 'लाइफ इन ए... मेट्रो' और फिर 2006 में 'वो लम्हे' जैसी फिल्मों में काम किया.

एक्टिंग से किया प्रियंका को फेल

हालांकि, उनकी ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफलता नहीं पा सकी. फिर साल 2008 में मधुर भंडारकर 'फैशन' में काम किया. इस फिल्म की लीड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा थी लेकिन कंगना के इस जरिए अपनी ऐसी एक्टिंग स्किल दिखाई की कम स्क्रीन स्पेस होने के बाद भी आज भी लोग प्रियंका से पहले कंगना की दमदार एक्टिंग को याद करते है. सोनाली गुजराल का किरदार निभाकर कंगना ने इस फिल्म से दर्शकों का ऐसा दिल जीता कि उन्हें फिल्मफेयर फॉर बेस्ट सपोर्टिंग और नेशनल फिल्म अवार्ड - बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवार्ड से सम्मानित किया.

रोलर कोस्टर जैसा करियर 

वहीं इस फिल्म के बाद कंगना का करियर किसी रोलर कोस्टर जैसा हो गया. जहां 'राज़ : दि मिस्ट्री कन्टिन्युज', 'काइट्स', 'नो प्रौब्लम, जैसी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पाई. वहीं 'वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई' और साल 2011 में आई 'तनु वेड्स मनु' से अपने करियर को एक अलग दिशा में लाने में कामयाब रही.

चार बार जीता नेशनल अवार्ड 

अपनी कड़ी मेहनत से इंडस्ट्री में दबदबा कायम करने वाली कंगना के करियर में दो ऐसी फ़िल्में आई जिसकी वजह से उन्हें दो बार नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया. पहला साल 2014 में आई 'तनु वेड्स मनु' रिटर्न के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस. वहीं साल 2015 में कंगना को विकास बहल की 'क्वीन' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया. सिर्फ इतना ही कंगना 'मनकर्णिका' और 'पंगा' के लिए भी नेशनल फिल्म अवार्ड दिया गया. इस तरह वह इंडस्ट्री में अब तक चार बार नेशनल फिल्म अवार्ड सम्मानित होने वाली एक्ट्रेस बनकर उभरी.

निर्देशन यात्रा की शुरुआत

एक सफल एक्ट्रेस बनने के बाद कंगना ने अपनी निर्देशन यात्रा की शुरुआत 2019 में 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' से की. इस फिल्म में उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका निभाई थी, और इसके साथ ही कंगना ने फिल्म का निर्देशन भी किया. फिल्म को दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, लेकिन कंगना की मेहनत और उनके निर्देशन स्किल की जमकर तारीफ की गई. 

कंगना के चर्चित विवाद 

कंगना अपनी फिल्मों के अलावा अपने विवादास्पद बयानों के कारण भी मीडिया में बनी रहती हैं. उन्होंने कई बार फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नामों पर खुलकर आरोप लगाए, जिसमें उन्होंने अपने करियर में हुए संघर्षों को उजागर किया. कंगना का यह साहसी और बेबाक अंदाज कई बार विवादों में भी फंसा, लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी बातों से पीछे नहीं हटने की कोशिश की. जिसमें नेपोटिज़्म पर टिप्पणी से लेकर उद्धव ठाकरे और शिवसेना के साथ विवाद काफी चर्चित रहा है. 

'पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर'

कंगना रनौत का शिवसेना नेता संजय राउत के साथ विवाद सबसे चर्चित रहा. जब कंगना ने दिवगंत सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या और हत्या वाले एंगल में खुद को मुंबई में असुरक्षित बताते हुए कहा था कि मुंबई 'पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर' जैसी लगने लगी है. इस बयान के बाद, शिवसेना और कंगना के बीच तीखी नोक-झोंक शुरू हो गई. एक्ट्रेस के बयान पर भड़के संजय ने एक कार्यक्रम में कंगना को 'हरामखोर लड़की' बताते हुए कहा, 'क्या कंगना अहमदाबाद को पाकिस्तान कह सकती है?. राउत ने कंगना को माफ़ी मांगने को भी कहा था. सिर्फ इतना ही नहीं कंगना द्वारा ड्रग्स में लिप्त बॉलीवुड सेलेब्स और मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ बयानबाजी उन्हें काफी भारी पड़ी. कंगना के ऑफिस को भी मुंबई नगर निगम (BMC) द्वारा तोड़ने का आदेश दिया गया, जिसे कंगना ने राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया.

काला जादू करने का दावा 

वहीं कंगना को एक जाने माने पब्लिकेशन ने न सिर्फ चुड़ैल बताया था बल्कि एक्ट्रेस पर काला जादू करने का आरोप लगाया था. साल 2022 में इस पर कंगना ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट किया कि 2008 में मूवी माफिया ने मुझे साइको घोषित कर दिया था. 2016 में काला जादू करने वाली चुड़ैल कहा गया. उन्होंने अपने इंस्टा स्टोरी पर लिखा था, 'एक नामी प्रिंटर ने मेरे बारें में लिखा है कि उनके रिपोर्टर के पास सबूत है की मैं दिवाली पार्टी में सेलेब्स के घर भेजे गए लड्डूओं में अपना पीरियड ब्लड मिलाती हूँ. वाह कितना मजेदार है...'

एक्ट्रेस का रिलेशनशिप 

कंगना रनौत अपने रिश्तों के बारे में हमेशा खुले विचारों वाली रही हैं, लेकिन उन्होंने अपनी ज़िंदगी के व्यक्तिगत पहलुओं को बहुत ज्यादा सार्वजनिक नहीं किया. 38 वर्षीय एक्ट्रेस ने अभी तक शादी नहीं की उन्होंने लेकिन कई एक्टर्स से उनका नाम जुड़ा है. हालांकि सबसे चर्चित नाम ऋतिक रोशन का रहा लेकिन उससे पहले उनका नाम आदित्य पंचोली और अध्ययन सुमन के साथ जुड़ा था. 

पॉलिटिक्स में एंट्री 

हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से जीतने के बाद वह काफी व्यस्त हो गई हैं. वह इतनी व्यस्त हैं कि अपनी फिल्म के काम को समय नहीं दे पा रही हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बात को स्वीकार किया था एक्टर होते हुए पॉलिटिशियन बने रहना इतना आसान नहीं होता. वर्क फ्रंट की बात करें तो कंगना को इस साल फरवरी में आई 'इमरजेंसी' में देखा गया था. जिसमें उन्होंने दिवगंत इंदिरा गाँधी का किरदार निभाया है. 1975 में इंदिरा गाँधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी पर बेस्ड यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पाई. लेकिन अब नेटफ्लिक्स पर इस फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है. 

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