तुम जैसे गए, ऐसे भी जाता नहीं कोई.... धर्मेंद्र को मिली ‘गोपनीय विदाई’ पर उठे सवाल; फैन्स बोले- आज दिल टूट गया
धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर उठे सवालों ने प्रशंसकों का दर्द और बढ़ा दिया है. सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि पद्म भूषण और पूर्व सांसद धर्मेंद्र को वह राष्ट्रीय सम्मान क्यों नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे. बिना सार्वजनिक सूचना के, निजी तौर पर अंतिम संस्कार किए जाने पर फैंस ने नाराज़गी जताई है. उनकी बीमारी और निधन पर बने सस्पेंस ने भी लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया है.;
Dharmendra Funeral Controversy: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र, जिन्हें 'ही-मैन' और 'ग्रीक गॉड' के नाम से जाना जाता है, का आज सुबह 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनके निधन की खबर ने न केवल उनके करोड़ों प्रशंसकों को सदमे में डाल दिया, बल्कि पूरे हिंदी सिनेमा जगत को शोक की लहर में डुबो दिया. हालांकि, उनके अंतिम संस्कार को लेकर परिवार द्वारा बरती गई गोपनीयता और अपेक्षित राष्ट्रीय सम्मान की कमी ने प्रशंसकों के दुख को और गहरा कर दिया.
सोशल मीडिया पर फैंस का गुस्सा और निराशा साफ झलक रही है- कईयों का मानना है कि पद्मभूषण से सम्मानित इस लीजेंड को एक राष्ट्रीय नेता के सम्मान के साथ विदाई दी जानी चाहिए थी.
एक एक्स यूजर की भावुक श्रद्धांजलि: कैफी आजमी का शेर गूंजा
धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों का सैलाब उमड़ पड़ा. एक प्रमुख एक्स यूजर ने उर्दू शायर कैफी आजमी का मशहूर शेर कोट करते हुए लिखा: "रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई, तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई." एक फैन ने कहा, "धर्मेंद्र जी अपनी अंतिम यात्रा में एक राष्ट्रीय नेता के जैसे सम्मान के हकदार थे. उन्हें एक गहरे रंग की शीशों वाली एंबुलेंस में ले जाना बेहद अपमानजनक और दिल तोड़ने वाला लगा." यह पोस्ट वायरल हो गई, जिसमें हजारों यूजर्स ने अपनी सहमति जताई.
परिवार ने क्यों इतनी गोपनीयता बरती?
कई फैंस ने लिखा कि 'ही-मैन' का जाना तो दुखद है ही, लेकिन उनके अंतिम दर्शन न कर पाना और अपेक्षित सम्मान न मिलना इस दर्द को कई गुना बढ़ा रहा है. सोशल मीडिया पर एक अन्य यूजर ने लिखा, "धर्मेंद्र सर के बिना शोले अधूरी है, बॉलीवुड का एक दौर खत्म हो गया, लेकिन परिवार ने क्यों इतनी गोपनीयता बरती? कम से कम दर्शन तो करा देते." यह भावना पूरे प्लेटफॉर्म पर छाई रही, जहां फैंस पुरानी फिल्मों के क्लिप शेयर कर रहे हैं और नम आंखों से उन्हें याद कर रहे हैं.
धर्मेंद्र का सफर: सुपरस्टारडम का ऐसा जलवा, जो अमिताभ-राजेश खन्ना के दौर में भी बेमिसाल था
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना में हुआ था. पंजाबी जट्ट परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस अभिनेता ने 1960 में 'दिल बेचारा दुखी' से डेब्यू किया, लेकिन जल्द ही वे बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में शुमार हो गए. 70-80 के दशक में जब राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन का सुपरस्टारडम चरम पर था, तब भी धर्मेंद्र बड़ी-बड़ी फिल्मों के नायक बने रहे. उनकी लोकप्रियता इतनी थी कि बिना उनके किसी महंगी फिल्म की कल्पना करना असंभव था. कुछ यादगार फिल्में जो उनके करियर की मील का पत्थर बनीं:
- जुगनू (1973): रोमांस और एक्शन का जबरदस्त मिश्रण, जो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही.
- शालिमार (1978): अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी यह फिल्म उनके ग्लैमरस अवतार को दर्शाती है.
- यादों की बारात (1973): फैमिली ड्रामा की इस ब्लॉकबस्टर में उनके एक्शन सीक्वेंस लाजवाब थे.
- चरस (1976): विदेशी लोकेशन पर बनी यह थ्रिलर उनकी बहुमुखी प्रतिभा दिखाती है.
- शोले (1975): सदी की महानतम फिल्म में अमिताभ से अधिक स्क्रीन टाइम मिला, जहां वे वीरू के किरदार में अमर हो गए.
- मेरा गांव मेरा देश (1971): देशभक्ति और एक्शन का संगम.
- रजिया सुल्तान (1983) और द बर्निंग ट्रेन (1980): ऐतिहासिक और डिजास्टर फिल्मों में उनका जलवा.
- 80 के दशक में लोहा (1989), कातिलों के कातिल (1984), हुकूमत (1987) जैसी सोलो हीरो फिल्में सुपरहिट रहीं, जब अन्य सितारे फ्लॉप हो रहे थे.
धर्मेंद्र ने 300 से अधिक फिल्मों में किया काम
धर्मेंद्र ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें एक्शन, रोमांस, ड्रामा—सबका तड़का लगाया. वे कभी कैंप या कॉन्ट्रोवर्सी से दूर रहे. राजनीति में भी कदम रखा- बीजेपी से सांसद बने, जबकि परिवार के सदस्य सनी देओल और हेमा मालिनी भी सांसद बने. 2012 में उन्हें पद्मभूषण से नवाजा गया, जो उनकी उपलब्धियों का सम्मान था.
बीमारी से निधन तक: 15 दिनों का सस्पेंस, अफवाहें और परिवार का गुस्सा
धर्मेंद्र के निधन की कहानी भी एक थ्रिलर फिल्म जैसी रही. नवंबर 2025 की शुरुआत में ही उनके स्वास्थ्य को लेकर अफवाहें उड़ीं. 11 नवंबर को ब्रीच कैंडी अस्पताल से लीक हुई खबरों ने बवाल मचा दिया. वे लंबे समय से बीमार थे, सांस लेने में तकलीफ और अन्य जटिलताओं के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन परिवार ने इसे 'फेक न्यूज' बताकर नाराजगी जताई.
- ईशा देओल का पहला रिएक्शन: बेटी ईशा ने सोशल मीडिया पर लिखा, "परिवार की निजता का सम्मान करें। अफवाहें न फैलाएं."
- हेमा मालिनी की अपील: पत्नी हेमा मालिनी ने भी पोस्ट कर कहा, "हमारे दुख के इस पल में प्राइवेसी दें."
- सनी देओल का गुस्सा: घर के बाहर मीडियाकर्मियों पर भड़क उठे, "पीछे हटो, हमें अकेला छोड़ दो."
पिछले 15 दिनों में स्वास्थ्य अपडेट्स ने फैन्स को किया परेशान
पिछले 15 दिनों में स्वास्थ्य अपडेट्स ने फैंस को परेशान किया. 24 नवंबर को सुबह खबर आई कि उनकी हालत नाजुक है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि दोपहर तक हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर शोक व्यक्त किया: "धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत है. उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना." साउथ के सितारे जैसे अल्लू अर्जुन और जूनियर NTR ने भी भावुक श्रद्धांजलि दी.
अंतिम संस्कार: गोपनीयता का पर्दा, सम्मान की कमी पर सवाल
मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार बिना किसी बड़े आयोजन के किया गया. बड़े बेटे सनी देओल ने मुखाग्नि दी. केवल करीबी बॉलीवुड सितारे जैसे अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, आमिर खान, हेमा मालिनी, बॉबी देओल, ईशा देओल और विजयता देओल पहुंचे, लेकिन कोई राज्य स्तर का सम्मान, जैसे- गन सैल्यूट नहीं दिया गया, जो एक पद्मभूषण विजेता और पूर्व सांसद के लिए अपेक्षित होता है.
परिवार वाले एक गहरे रंग की शीशे वाली एंबुलेंस में शव को ले गए, जो कई फैंस को 'अपमानजनक' लगा. सोशल मीडिया पर सवाल उठे: "ऐसी गोपनीयता क्यों? क्या कारण था कि दर्शन न कराए गए?" कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि परिवार ने तुरंत संस्कार की इच्छा जताई, जिससे सार्वजनिक आयोजन संभव न हुआ, लेकिन परिवार की ओर से कोई स्पष्ट बयान नहीं आया. देओल परिवार का सभी दलों से नजदीकी रिश्ता रहा है, फिर भी निधन की खबर पर सस्पेंस बना रहा.
बॉलीवुड और फैंस का शोक: एक परिवार जैसा था उनका साथ
फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेंद्र के रिश्ते सभी के साथ गर्मजोशी भरे थे. वे कभी 'चूहा दौड़' में शामिल न हुए, जो पसंद आया, दिल खोलकर किया. 80 के दशक में जब जितेंद्र, राजेश खन्ना की फिल्में फ्लॉप हो रही थीं, तब धर्मेंद्र की सोलो हीरो फिल्में हिट पर हिट दे रही थीं. आज उनके फैंस का दुख दोहरा है- न केवल जाना, बल्कि विदाई का तरीका. एक फैन ने लिखा, "धर्मेंद्र सर, आपने हमें एक्शन सिखाया, जिंदगी जीना सिखाया, लेकिन आज हमारा दिल टूटा है."
धर्मेंद्र का निधन हिंदी सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है. उनके परिवार, हेमा मालिनी, सनी, बॉबी, ईशा, विजयता और अन्य परिजनों, के प्रति पूरा देश संवेदना व्यक्त कर रहा है. आने वाले 8 दिसंबर को उनका 90वां जन्मदिन होता, लेकिन किस्मत ने कुछ और ही लिखा. बॉलीवुड अब 'एंड ऑफ एन एरा' मनाने को मजबूर है.