10 साल से नहीं खाया घर का खाना, रोजाना रेस्टोरेंट से करती है ऑर्डर, बिल आपके महीने की सैलरी से है ज्यादा
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक सैफ़रॉन बोसवेल रोज़ तीनों वक्त नाश्ता, दोपहर और रात का खाना होटल या रेस्तरां से ही खाती है. वह पूरे हफ़्ते बाहर से खाना मंगवाती है और हर महीने खाने पर करीब 56,000 रुपये खर्च करती है.

यह बात हम सभी जानते हैं कि घर का बना खाना हेल्दी होता है. इसलिए हेल्थ के लिए न ही जिंदा रहने के लिए खाना बनाना आना चाहिए, लेकिन हर किसी को कुंकिंग पसंद नहीं होती है. बाहर से खाना खाने से न केवल सेहर पर बुरा असर पड़ता है बल्कि इससे आपके डबल पैसे खर्च हो सकते हैं.
अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने पिछले 10 साल से घर का बना खाना नहीं खाया है. वह रेस्टोरेंट से खाना ऑर्डर कर खाती है. इतना ही नहीं, महिला का कहना है कि यह उसकी जेब पर भारी नहीं होता है.
56 हजार करती है खाने पर खर्च
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक सैफ़रॉन बोसवेल रोज़ तीनों वक्त नाश्ता, दोपहर और रात का खाना होटल या रेस्तरां से ही खाती है. वह पूरे हफ़्ते बाहर से खाना मंगवाती है और हर महीने खाने पर करीब 56,000 रुपये खर्च करती है.
खाना बनाने का नहीं है शौक
सैफ़रॉन को घर पर खाना बनाने का कोई शौक नहीं है. उन्हें बाहर का खाना ज्यादा पसंद है. उनका मानना है कि क्या हो अगर वह घर पर खाना बनाने के लिए भी हजारों रूपये खर्च करें और आखिर में खाना अच्छा न बने. इससे अच्छा है ऑप्शन रेस्टोरेंट से टेस्टी खाना मंगवाना है.
क्यों लिया यह फैसला?
ऐसा नहीं है कि सैफरन ने कभी घर पर खाना नहीं बनाया है. बल्कि उन्हें कई बार कोशिश की, लेकिन खाना टेस्टी नहीं बना. इसके चलते उन्होंने रसोई से दूरी बना ली और यह फैसला लिया.
ज्यादातर खाती है सैंडविच और पिज्जा
वह कहती है कि उसके लिए बाहर का खाना ज़्यादा सस्ता और आसान है, खासकर इसलिए क्योंकि वह अकेली रहती है। उसके रोज़ के खाने में अक्सर सबवे का सैंडविच, पिज़्ज़ा एक्सप्रेस से पिज़्ज़ा या केएफसी का बर्गर और सलाद शामिल होता है. वह दिन में तीन बार खाने पर करीब 6,800 रुपये खर्च करती है.